ऐमन जमाल को साल 2019 में संघ लोक सेवा आयोग की प्रशासनिक सेवा में 499वीं रैंक मिली थी, जिसके बाद उन्हें भारतीय पुलिस सेवा IPS में काम करने का मौका मिला ।
New Delhi, Dec 21: हौसले और लगन की जीती जागती मिसाल हैं गोरखपुर की बेटी ऐमन जमाल, जिन्हें सीएम योगी ने भी मुस्लिम लड़कियों की रोल मॉडल बताया था । जमाल आज एक आईपीएस अफसर बन चुकी हैं, इससे पहले वो बिहार लोक सेवा आयोग में राजस्व अधिकारी के पद पर भी चयनित हो चुकी हैं, लेकिन जमाल को भारतीय पुलिस सेवा में ही जाना था, इसके लिए उन्होंने खूब मेहनत की और अपने सपने को सच कर दिखाया ।
योगी आदित्यनाथ ने की थी तारीफ
ऐमन जमाल को वर्ष 2019 में संघ लोक सेवा आयोग की प्रशासनिक सेवा में 499 रैंक मिली थी, जिसके बाद उन्हें IPS में जाने का मौका मिला । जमाल की सफलता पर खुद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनकी तारीफ की । साथ ही वे जमाल के घर जाकर उनके परिजनों से भी मिले थे । इस दौरान योगी आदित्यनाथ ने जमाल को मुस्लिम लड़कियों के लिए रोल मॉडल भी बताया था । ऐमन का जन्म गोरखपुर जिले के खूनीपुर मोहल्ले में हुआ था, यहीं उन्होंने पहली से लेकर 12वीं तक की पढ़ाई कार्मल गर्ल्स इंटर कॉलेज से की । 10वीं में 63 फीसदी और 12वीं में 69 प्रतिशत अंक लाने वालीं ऐमन ने सेंट एंड्रयूज कॉलेज से जंतु विज्ञान विषय से 2010 में स्नातक परीक्षा उत्तीर्ण की ।
परिवार से मिला पूरा सहयोग
जमाल ने वर्ष 2016 में अन्नामलाई विश्वविद्यालय से डिस्टेंस से मानव संसाधन में डिप्लोमा किया । इसके बाद वो प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए दिल्ली स्थित रेजिडेंशियल कोचिंग एकेडमी जामिया हमदर्द में चली गईं । साल 2017 में उनका चयन केंद्रीय श्रम विभाग में हुआ, वर्ष 2018 में वे ऑर्डिनेंस क्लोदिंग फैक्ट्री शाहजहांपुर में सहायक श्रमायुक्त के पद पर नियुक्त हुईं । जमाल के पिता कारोबारी हैं और मां प्राइमरी स्कूल में शिक्षिका हैं । दोनों ने बेटी की खूब हौसला आफजई की और उसे इस मुकाम तक पहुंचाकर ही माने ।
जमाल की अभ्यर्थियों को सलाह
वो लोग जो यूपीएससी क्रैक करना चाहते हैं उनके लिए जमाल की बस एक ही सलाह है यूपीएससी की परीक्षा करने के लिए शॉर्टकट की कोई जगह नहीं है । टाइम-टेबल बना कर पढ़ाई करें, डिस्क्रीप्टिव सवालों के जवाब लिखने की प्रैक्टिस करनी चाहिए । इससे लिखने की क्षमता बढ़ती हैं और गलतियां भी कम होती हैं । जमाल कहती हैं कि तैयारी करने के दौरान अभ्यर्थियों को अपनी कमजोरी और मजबूती का जरूर आंकलन करना चाहिए ।