मोहाली में दूसरा एकदिवसीय मैच आज, करो या मरो मुकाबले में कप्तान रोहित के सामने है ये चुनौती

Rohit Sharma

कप्तान रोहित शर्मा की कप्तानी में पहला एकदिवसीय मैच हारने के बाद टीम इंडिया के लिये ये मुकाबला करो या मरो वाला हो गया है।

New Delhi, Dec 13 : टीम इंडिया और श्रीलंका के बीच दूसरा एकदिवसीय मैच आज मोहाली के पीसीए स्टेडियम में खेला जाएगा, कार्यवाहक कप्तान रोहित शर्मा की कप्तानी में पहला एकदिवसीय मैच हारने के बाद टीम इंडिया के लिये ये मुकाबला करो या मरो वाला हो गया है, दूसरी ओर श्रीलंकाई टीम इस मैच को जीतकर चाहेगी कि भारतीय जमीन पर वो पहला एकदिवसीय सीरीज जीते। आपको बता दें कि श्रीलंका ने अब तक भारत में कोई भी वन डे सीरीज नहीं जीती है।

10 वन डे हारने के बाद धर्मशाला में मिली जीत
टीम इंडिया के खिलाफ लगातार 10 एकदिवसीय मैच हारने के बाद श्रीलंकाई टीम को धर्मशाला में जीत मिली है, Tharangaइस जीत के साथ ही श्रीलंकाई टीम ने तीन एकदिवसीय मैचों की सीरीज में 1-0 से बढत बना ली है। आपको बता दें कि भारतीय जमीन पर 8 साल बाद श्रीलंकाई टीम ने मेजबान के खिलाफ कोई मैच जीता था, इसी वजह से जीत के बाद उन्होने खूब जश्न मनाया ।

अब तक भारतीय जमीन पर नहीं जीते हैं सीरीज
श्रीलंका की टीम भारतीय जमीन पर अब तक कोई एकदिवसीय सीरीज नहीं जीत सकी है, दोनों देशों के बीच एकदिवसीय इतिहास में कुल 17 बाइलेटरल सीरीज हुई हैं, Rohit Sharma2जिसमें से टीम इंडिया ने 12 बार तो श्रीलंका की टीम में 2 बार सीरीज जीती हैं, जबकि तीन सीरीज ड्रा रही है। दो बार जो श्रीलंका की टीम ने सीरीज जीती है, वो भी श्रीलंका में मैच खेले गये थे।

आखिरी सीरीज 20 साल पहले जीती
मेहमान श्रीलंका की टीम ने पिछले 20 साल से टीम इंडिया से कोई भी सीरीज नहीं जीती है, आखिरी एकदिवसीय सीरीज श्रीलंका ने साल 1997 में जीती थी, Srilankaतब उन्होने टीम इंडिया को 3-0 से सीरीज हरा कर भेजा था, लेकिन पिछले बीस साल से वो सीरीज जीत के लिये तरस रहे हैं, ऐसे में उनके पास मोहाली में मौका है कि वो अपनी जीत के सूखे को समाप्त करें।

पहले वनडे में हार के बाद कप्तान रोहित ने कही थी ये बात
टीम इंडिया धर्मशाला में हुए पहले एकदिवसीय मैच में 7 विकेट से हार गई थी, इस मुकाबले में भारतीय बल्लेबाजों को परफॉरमेंस बेहद खराब था, rohit-sharma-pc-bangladeshवो सिर्फ 38.2 ओवर में 112 पर ऑलआउट हो गये थे। हालांकि महेन्द्र सिंह धोनी ने कुछ हद तक संघर्ष किया था, लेकिन वो भी टीम को सम्मानजनक स्कोर तक ले जाने में असफल रहे, मैच के बाद रोहित शर्मा ने माना था कि ये हार टीम के लिये आंखें खोलने वाली है।

12 साल बाद मोहाली में भारत और श्रीलंका की भिड़ंत
आपको बता दें कि टीम इंडिया ने मोहाली के पीसीए स्टेडियम में कुल 14 मैच खेले हैं, जिनमें से 9 में उन्हें जीत और 5 हार मिली है, Dhoni review2श्रीलंकाई टीम ने इस मैदान पर अब तक 3 मैच खेले हैं, जिनमें से उन्हें दो में जीत और एक हार मिली है। भारत और श्रीलंका के बीच इस मैदान पर एक ही एकदिवसीय मुकाबला खेला गया है, जो कि 12 साल पहले अक्टूबर 2005 में हुआ था, तब भारतीय टीम ने श्रीलंका को 8 विकेट से हराया था।

पहले मैच में फेल रहे थे ओपनर्स
धर्मशाला में खेले गये पहले मुकाबले में टीम इंडिया की पूरी बैटिंग लाइनअप ध्वस्त हो गई थी, सलामी बल्लेबाज भी कुछ खास नहीं कर सके थे, Rohit Sharma 1शिखर धवन बिना खाता खोले और रोहित शर्मा सिर्फ 2 रन बनाकर आउट हो गये थे। टीम इंडिया के दोनों सलामी बल्लेबाज सिर्फ 2 रन तक पवेलियन लौट चुके थे, जिसकी वजह से आने वाले बल्लेबाजों पर भी प्रेशर बढ गया था, जिसे वो झेल नहीं पाए और गलतियां की, नतीजा टीम इंडिया बुरी तरह से हारी।

मध्य क्रम को बनाना होगा रन
पहले एकदिवसीय में मध्यक्रम की जिम्मेदारी श्रेयस अय्यर, दिनेश कार्तिक और मनीष पांडे पर थी, लेकिन तीनों में से किसी ने भी इस मौके का फायदा नहीं उठाया। Dhoni Batttingइन तीनों बल्लेबाजों ने मिलकर सिर्फ 11 रन बनाए, लोअर मि़डिल ऑर्डर में धोनी ने 65 रनों की पारी खेली, जिससे कुछ हद कर टीम इंडिया की लाज बची, नहीं तो एक समय तो ऐसा लग रहा था कि टीम 100 के आंकड़े को भी पार नहीं कर पाएगी।

ऑलराउंड परफॉरमेंस देने में फेल रहे थे पांड्या
हार्दिक पांड्या स्टार ऑलराउंडर के तौर पर उभरे हैं, लेकिन धर्मशाला में वो भी कुछ खास नहीं कर सके। वो 9 गेंदों में 10 रन बनाकर चलते बनें, Hardik Pandya dhoniहालांकि जब वो बल्लेबाजी के लिये आये थे। तब टीम की हालत काफी नाजुक थी, एक छोर पर धोनी खड़े थे, लेकिन दूसरी ओर से कोई बल्लेबाज उनका साथ नहीं दे रहा था। मोहाली में अगर पांड्या अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो निश्चित रुप से इसका असर टीम के परफॉरमेंस पर पड़ेगा।