पूरी दुनिया खत्म हो जाएगी, लेकिन ये पेड़ अमर रहेगा, जानिए क्यों ?

अगर पूरी दुनिया खत्म भी हो जाएगी, तब भी ये पेड़ अमर रहेगा। इस बारे में शोधकर्ताओं ने कुछ खास बातें बताई हैं। आप भी जानिए ये खास बातें

New Delhi, Dec 01: आमतौर पर कहा जाता है कि जब दुनिया में प्रलय आएगी, तो पूरी दुनिया खत्म हो जाएगी। सारी की सारी दुनिया खत्म हो जाएगी लेकिन ये पेड़ अमर रहेगा । आपको यकीन हो या ना हो लेकिन इस पेड़ के बारे में देश भर और दुनियाभर के कई वैज्ञानिक कई बड़ी बातें बता चुके हैं। आपको इस पेड़ के बारे में जानना इसलिए भी जरूर है, क्योंकि ये पेड़ हिंदुस्तान में ही मौजूद है।

कोलकाता में मौजूद है पेड़
जी हां इससे पहले कि आप कुछ सोचे, हम आपको बता देते हैं कि ये पेड़ कोलकाता के आचार्य जगदीशचंद्र बोस बोटैनिकल गार्डन में है। ताया जाता है कि ये पेड़ 250 साल पुराना है। हैरानी की बात तो ये है कि ये पेड़ 14,500 वर्गमीटर में फैला है। बीते 250 सालों से ये पेड़ काफी फल फूल रहा है। जगदीश चंद्र बोस के गार्डन के बारे में कुछ ऐसी भी बातें हैं, जो आपको हैरान कर देंगे।

एशिया का सबसे पुराना गार्डन
बताया जाता है कि जगदीश चंद्र बोस का ये गार्डन एशिया के सबसे पुराने बौटेनिकल गार्ड्न्स में से एक कहा जाता है। पौराणिक कथाओं में भी इस पेड़ का जिक्र किया जाता है। पौराणिक कथाओं के मुताबिक वटवृक्ष को ईश्वर का प्रतीक माना जाता है। इसके बारे में कहा जाता है कि जब सारी दुनिया पानी में डूब जाती है, तो सिर्फ वट वृक्ष ही बचा रह सकता है।

पर्यावरण को बचाने में मददगार
खास बात ये भी है कि ये पेड़ पर्यावरण को बचाने में भी काफी कारगर है। ये पेड़ एक दिन में 20 घंटे से ज्यादा ऑक्सीजन बना सकता है। आम तौर पर बाकी पेड़ ऐसा काम नहीं कर पाते। वैज्ञानिक बताते हैं कि इसकी पत्तियों से निकलने वाली हवा सबसे साफ होती है। इसके साथ ही जब भी अकाल पड़ता है तो वट वृक्ष की पत्तियों को जानवरों को खिलाया जाता है।

अकाल के वक्त काम आता है
वट वृक्ष की पत्तियों को अकाल के वक्त जानवरों को इसलिए खिलाया जाता है, ताकि वो जीवित रह पाएं। इसके साथ ही वट वृक्ष के पत्ते कई बीमारियों का भी अचूक इलाज हैं। कहा जाता है कि इसके पत्तों के रोजाना सेवन से कफ जैसी बीमारी भी दूर हो जाती है। अगर आप खांसी की परेशानी से जूझ रहे हैं तो इसके पत्तों का सेवन करना चाहिए, खांसी पल भर में ही दूर हो जाएगी।

शरीर का रक्त शुद्ध होता है
इसके साथ ही कहा जाता है कि वट वृक्ष के पत्तों से शरीर का रक्त शुद्ध होता है। हा जाता है कि अगर आपके शरीर में रक्त शुद्ध हो तो कोई भी बीमारी आपके शरीर में नहीं आ पाती। वट वृक्ष की पत्तियों के रोजाना सेवन से रक्त शुद्ध होता है। आप चाहे तो आप इसकी पत्तियों का जूस निकलकर काड़ा बनाकर भी घर में रख सकते हैं। रोजाना इसके दो दो चम्मच जरूर पिएं।

शरीर की बीमारियां दूर होती हैं
इसके साथ ही कहा जाता है कि वटवृक्ष के पत्तों के सेवन से यूटरस की परेशानी दूर हो जाती है। एक और खास बात ये भी है कि वटवृक्ष के पत्तों और जटाओं को पीसकर लेप बनाया जाता है। इसके इस्तेमाल से त्वचा से संबंधित कई बीमारियां दूर हो जाती हैं। वटवृक्ष की जड़ों में ऐसे एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों के इलाज में मददगार साबित होते हैं। अब कहा जा रहा है कि ये पेड़ अमर रहेगा।