भारतीय रेलवे में होते हैं इतने कोटे, जान लीजिए, टिकट के लिए तरसना नहीं पड़ेगा

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भारतीय रेलवे में सफर करने वालों को पता होना चाहिए कि कोटे कितने प्रकार के होते हैं, उसका फायदा कैसे उठाया जा सकता है। हम आपको उसी के बारे में बता रहे हैं।

New Delhi, Mar 09: भारतीय रेल से सफर करने वालों की कमी नहीं है, रेलवे को देश की लाइफलाइन कहा जाता है। त्योहारों के समय में ट्रेनों में सीट नहीं मिलती है, मुसाफिर टिकट के लिए मारे मारे फिरते हैं, बहुत ज्यादा करेंगे तो तत्काल कोटे से टिकट ले लेते हैं, लेकिन क्या आप को पता है कि भारतीय रेलवे में कितने तरह के कोटे होते हैं, जिनका इस्तेमाल करके आप पैसा और टिकट के लिए मारामारी से बच सकते हैं। आज हम आपको रेलवे के कोटे के बारे में बताएंगे। इनके बारे में आपको जानकारी होनी चहिए, ज्यादातर लोगों को यही पता होता है कि केवल नेताओं और अधिकारियों के लिए ही कोटा होता है।

कैसे उठाएं कोटे का फायदा
भारतीय रेलवे में कोटे का फायदा उठाने के लिए आपको पास दस्तावेज होने चहिए, आप जिस कोटे के तहत फायदा लेना चाहते हैं उस कोटे से संबंधित दस्तावेज और प्रूफ आपके पास होने चाहिए। अलग-अलग कोटा के तहत ऑनलाइन भी बुकिंग करवाई जा सकती है। कुछ कैटेगरी में रेलवे टिकट पर कन्सेशन भी देता है। गंभीर बीमारी जैसे कैंसर या इससे तरह की दूसरी बीमारी वाले यात्रियों के लिए भी कोटा होता है।

SS वरिष्ठ नागरिक कोटा
रेलवे में ये कोटा वरिष्ठ नागरिकों के लिए होता है, वरिष्ठ नागरिक कौन होते हैं, जिन पुरुषों की उम्र 60 साल से ऊपर है उनको इस कोटे का फायदा मिलता है, वहीं 58 साल से ऊपर की महिलाओं को इसका फायदा मिलता है। इसके लिए आपको बर्थ या सीनियर सिटीजन सर्टिफिकेट चाहिए होगा, इस कोटे के तहत किराए में छूट मिलती है।

HQ या हाई ऑफिशल या हेडक्वॉर्टर कोटा
ये कोटा रेलवे के अधिकारियों, ब्यूरोक्रेटस, हाई रैंक के अधिकारियों या फिर दूसरे वीआईपी लोगों के लिए होता है। इस कोटे का फायदा उठाने के लिए आपके पास संबंधित पद का प्रूफ होना चाहिए। खास बात ये है कि ये कोटा पहले आओ, पहले पाओ और सीनियारटी के आधार पर मिलता है।

FT या फिर फॉरेन टूरिस्ट कोटा
भारतीय रेलवे में ये कोटा विदेशी मेहमनों के लिए होता है, विदेश से जो लोग भारत घूमने आते हैं, उनको इस कोटे के तहत फायदा दिया जाता है। इस कोटे का फायदा ुठाने के लिए विदेशी मेहमानों के पास पासपोर्ट, वीजा और उनके देश का आईडी प्रूफ होना चाहिए।

DF या डिफेंस कोटा
भारतीय रेलवे में सेनाओं के लिए भी कोटा है, जिसे डिफेंस कोटा कहते हैं, ये कोटा आर्मी (नेवी, एयरफोर्स और थल सेना) सीआरपीएफ जैसी कोई भी स्पेशल फोर्स या भारतीय डिफेंस सर्विसेज के वर्तमान या रिटायर्ड कर्मचारी को मिलता है। इस कोटे का लाभ उठाने के लिए डिफेंस आईडी प्रूफ और नंबर या वारंट या फॉर्म डी होना चाहिए।

PH या पार्लियामेंट हाउस कोटा
ये कोटा नेताओं के लिए होता है। संसद सदस्यों केंद्र या राज्य सरकारों के मंत्री। सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट के जज, विधायकों को इस कोटे के तहत फायदा मिलता है। इस कोटे के लिए भी आपको पास पद से संबंधित सरकार द्वारा जारी हुआ आईडी कार्ड या सर्टिफिकेट होना चाहिए।

LD या लेडीज कोटा
रेलवे में महिलाओं का खास ख्याल रखा जाता है, सफर के दौरान महिलाओं को परेशानी ना हो इसके लिए रेलवे कोशिश करती है, महिला कोटा का फायदा 45 साल से ऊपर की महिलाओं को मिलता है। अगर महिला गर्भवती है तो उम्र की पाबंदी नहीं होती है। इसका लाभ लेने के लिए प्रेगनेंट महिलाओं के केस में डॉक्टर की ओर से जारी किया गया प्रेगनेंसी सर्टिफिकेट। बाकी महिलाओं के केस में एज प्रूफ चाहिए होता है।

HP या हैंडिकैप कोटा
रेलवे में दिव्यांगों के लिए भी कोटा होता है,:40% या उससे ज्यादा प्रतिशत वाले फिजिकली हैंडिकैप यात्रियों को इस कोटे के तहत लाभ दिया जाता है। इसके लिए रेलवे की ओर से जारी किया गया हैंडिकैप सर्टिफिकेट जरूरी होता है। इस कोटे के तहत ट्रेनों में हर कोच में न्यूनतम 2 सीट हैंडिकैप्स के लिए होती है। इस कोटे में 75 फीसदी तक कम किराया लगता है।

युवाओं के लिए कोटा या YU
देश के बेरोजगार युवाओं के लिए भी भारतीय रेलवे में कोटा है, 15 से 45 साल के बीच के बेरोजगार लोगों को इस कोटे का लाभ मिलता है। इसका फायदा उठाने के लिए बर्थ सर्टिफिकेट, नरेगा के तहत या सरकारी एम्प्लॉयमेंट एक्सचेंज द्वारा जारी किया गया सर्टिफिकेट चाहिए। बता दें कि देश के कई रूटों पर युवा एक्सप्रेस ट्रेन चल रही हैं।