जब वसीम अकरम ने 16 साल के सचिन की ली थी क्लास, मम्मी के नाम से किया था मजाक

वसीम अकरम ने साल 2018 में इस बात का खुलासा किया है कि कैसे उन्होने 16 साल के तेंदुलकर का मजाक उड़ाया था।

New Delhi, Sep 18 : मास्टर-ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर और वसीम अकरम दो महान क्रिकेटर, जो मैदान पर कई यादगार भिड़ंत में शामिल रहे हैं। जहां सचिन ने 100 अंतरराष्ट्रीय शतक लगाने वाले और 200 टेस्ट मैच खेलने वाले पहले क्रिकेटर बनकर सन्यास लिया, तो अकरम की गिनती विश्व के महान तेज गेंदबाजों में की जाती है। वो दूसरे ऐसे तेज गेंदबाज हैं, जिन्होने 500 विकेट चटकाये, वसीम अकरम और सचिन तेंदुलकर एक-दूसरे की बेहद इज्जत करते हैं, लेकिन एक दौर ऐसा भी था, जब पाकिस्तानी गेंदबाज ने क्रिकेट के भगवान का मजाक बनाया था।

पाक के खिलाफ किया डेब्यू
सचिन तब सिर्फ 16 साल के थे और साल 1989 में अपना पहला अंतरराष्ट्रीय दौरा करने के लिये पाकिस्तान गये थे। तब अकरम तेज गेंदबाज के रुप में स्थापित हो चुके थे, पाक टीम के लिये तेज गेंदबाज ने साल 1984 से खेलना शुरु कर दिया था, तेंदुलकर ने पाक के खिलाफ अपना डेब्यू किया, तब वो सिर्फ 16 साल के थे, हालांकि उनकी युवा प्रतिभा की खूब चर्चा होती थी।

सबसे बेहतरीन गेंदबाजी आक्रमण का सामना
मुंबई के इस 16 साल के लड़के पर भी प्रदर्शन करने का जबरदस्त दबाव था, क्योंकि उन्हें इतनी कम उम्र में मौका मिला था, तब पाक की टीम में इमरान खान, वसीम अकरम और वकार यूनिस थे, जिन्हें दुनिया का सबसे बेहतरीन गेंदबाजी आक्रमण माना जाता था, लेकिन इस गेंदबाजी आक्रमण के सामने भी तेंदुलकर ने अपनी नब्ज को नियंत्रित ऱखा। हालांकि उस दौर में गेंदबाज बल्लेबाजों का धयान भटकाने के लिये मजाक भी उड़ाते थे। मास्टर-ब्लास्टर को भी कुछ ऐसा ही सामना करना पड़ा।

अकरम ने उड़ाया था मजाक
वसीम अकरम ने साल 2018 में इस बात का खुलासा किया है कि कैसे उन्होने 16 साल के तेंदुलकर का मजाक उड़ाया था, स्विंग के सुल्तान ने कहा कि हमने सचिन के बारे में पढा था कि 16 साल का सनसनी पाक आ रहा है, जब वो बल्लेबाजी के लिये क्रीज पर आये, तो मुझे लगा कि कोई 14 साल का लड़का बल्लेबाजी करने आया है, मैंने उनसे पूछा कि मम्मी से पूछके आया है ?

भज्जी ने मांगी थी माफी
हरभजन सिंह ने भी इस कार्यक्रम में एक मजेदार किस्सा सुनाया, उन्होने बताया कि वसीम अकरम को बाउंड्री मारने के बाद उन्होने माफी मांगी थी, भज्जी ने कहा कि वसीम भाई मेरे हीरो थे, तीसरा या चौथा टेस्ट मैच चल रहा हैं, मैं बल्लेबाजी करने के लिये आया, सामने वसीम भाई थे, उनके खिलाफ बल्लेबाजी करना मेरे लिये खौफनाक था, मैंने किसी तरह उऩकी गेंद पर अपना बल्ला अड़ा दिया, गेंद चौके के लिये चली गई, वसीम भाई जब वापस लौट रहे थे, तो उनके मुंह से निकली, तेरी… मैंने तुरंत बोला, गलती हो गई पाजी।