घोड़ी पर चढ़कर मंडप में पहुंची दुल्हन, पिता ने खोला शादी से जुड़ा बड़ा राज

अपनी शादी पर एक दुल्हन घोड़ी पर चढ़कर मंडप तक पहुंची। मध्यप्रदेश में ये शादी आजकल हर जगह चर्चा का सबब बनी है। दुल्हन के पिता ने कुछ खास बातें बताई हैं।

New Delhi, Dec 05: मध्यप्रदेश में एक शादी को लेकर आजकल बड़ी चर्चाएं हो रही है। खंडवा के आनंद नगर में ये शादी समारोह हुआ है। इस शादी में दुल्हन हाथ में तलवार लेकर घोड़ी पर बैठी और दूल्हे की तरह बाने के साथ मंडप पर बैठी। ये शादी लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र रही है और हर जगह इस बात को लेकर चर्चाएं चल पड़ी हैं। आपको बताते हैं कि लड़की के पिता ने मीडिया को क्या खास बताई हैं।

ये शादी बनी चर्चा का सबब
ये शादी लोगों के आकर्षण का केंद्र बन गई। खंडवा के कहने वाले शुभम के पिता सनत श्रीमाली पोस्ट ऑफिस में काम करते हैं। एक न्यूज वेबसाइट से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि इनकी शादी की कहानी बहुत ही रोचक है। शुभम के पिता ने बताया कि शुभम बैंक में क्रेडिट मैनेजर है। शुभम ने इंदौर में रहकर अपनी पढ़ाई पूरी की है। इसके साथ ही उनकी बहू भी इंजीनियर हैं।

घोड़ी पर चढ़कर आई दुल्हन
शुभम की पत्नी का नाम पूर्वी है। शुभम के पिता ने बताया कि नौकरी लगने के बाद शुभम के लिए जगह जगह से रिश्ते आने शुरू हो गए। शुरू में तो शुभम ये कहकर मना करता रहा कि अभी करियर शुरू किया है। इसलिए कुछ दिन रुक जाओ। इस बात से शुभम के माता पिता काफी परेशान थे। इसके बाद एक बार फिर से शुभम के लिए रिश्ता आया।

ये है दिलचस्प कहानी
पिता ने शुभम से कहा कि अब अच्छा रिश्ता है और लड़की भी खूबसूरत है, इसलिए शादी कर लो। इसके साथ ही शुभम के माता पिता ने कहा कि अब तुम्हारी जॉब भी सही चल रही है, इसलिए शादी कर लो। इसके तुरंत बाद ही शुभम ने अपने पत्ते खोल दिए। शुभम ने कहा कि वो एक लड़की से बेहद प्यार करते हैं और उससे शादी करना चाहते हैं। आगे क्या हुआ, ये भी जानिए।

खंडवा की रहने वाली हैं पूर्वी
शुभम ने अपनी मां को बताया कि वो खंडवा की ही एक लड़की से प्यार करता है और शादी करना चाहता है। इस पर माता पिता ने लड़की के  परिजनों से बात करने का फैसला किया। दोनों परिवारों ने आपस में बात कर रिश्ता पक्का कर दिया। शुभम के पिता का कहना है कि उनके परिवार के लिए अपनी जाति नहीं बच्चों कि खुशियां ज्यादा मायने रखती हैं।

इस बुद्धवार हुई शादी
इसी बुधवार को शुभम और पूर्वी की शादी कराई गई है। शादी के पहले पूर्वी के पिता ने शुभम के पिता को बताया कि उनके समाज में बेटी का बाना निकालने का नियम है। शुभम के पिता ने कहा कि उन्होंने उनकी परंपरा का सम्मान करते हुए खुशी-सुशी हामी भर दी। इस दौरान पूर्वी शादी के पहले घोड़ी पर चढ़कर मंडप पर पहुंची। कुल मिलाकर येशादी चर्चा का सबब रही।

पिता ने बताई खास बात
शुभम के पिता कहते हैं कि आज के दौर में लड़का और लड़की दोनों ही एक जैसे हैं और किसी में भेदभाव नहीं किया जाना चाहिए। शुभम के पिता के मुताबिक ये शादी बेहतरीन रही और उन्हें पूर्वी का इस तरह से आना भी काफी पसंद आया। कुछ परंपराएं ऐसी होती हैं, जो आज भी अपने साथ वैभवशाली इतिहास समेटे हुए हैं। इन परंपराओं को भारत में खूब सम्मान किया जाता है।