शादीशुदा नहीं थे अटल जी, फिर भी थे एक बेटी के बाप, उनकी बेटी से जुड़ी ये बातें आप भी जानिए

अटल बिहारी वाजपेयी ने कभी शादी नहीं की थी लेकिन उनकी एक बेटी हैं नमिता भट्टाचार्य, उन्‍होने ही अटल जी को मुखाग्नि दी । कौन है नमिता भट्टाचार्य, आगे जानिए अविवाहित अटल जी की बेटी से जुड़ी सारी जानकारी ।

New Delhi, Aug 18 : अटल बिहारी वाजपेयी पूरी उम्र कुंवारे रहे, लेकिन उन्‍होने ये कभी नहीं कहा कि वो ब्रह्मचारी थे । उन्‍होने शादी नहीं की, लेकिन उन्‍होने एक बेटी को गोद जरूर लिया । उनकी बेटी का नाम नमिता भट्टाचार्य है जो  जो ग्वालियर के विक्टोरिया कॉलेज (अब लक्ष्मी बाई कॉलेज) में वाजपेयी की क्‍लासमेट रहीं राजकुमारी कौल की बेटी हैं । नमिता ने ही अटल जी की पार्थिव देह को मुखाग्नि दी । अंतिम क्रिया के दौरान नमिता को फूट-फूटकर रोते हुए भी देखा गया । प्रधामंत्री ने भी उन्‍हें ढांढस बंधाया ।

नमिता ने ही दी मुखाग्नि
अंतिम संकार के समय नमिता कौल भट्टाचार्य के साथ वाजपेयी जी की नातिन निहारिका भी मौजूद थीं । मुखाग्नि के बाद नमिता और निहारिका के आंसू थे कि रुकने का नाम ही नहीं ले रहे थे । निहारिका के साथ वाजपेयी जी का बहुत लगाव था । अपने नाना को जाते हुए देखकर निहारिका भी बहुत भावुक हो गई थी । अंतिम संस्कार के बाद पीएम मोदी ने खुद जाकर नमिता और निहारिका को ढाढस बधाया ।

नमिता और उनका परिवार   
नमिता का विवाह रंजन भट्टाचार्य से हुआ है । रंजन ने ओएसडी के रूप में भी काम किया था, जबकि उनके ससुर अटल जी भारत के प्रधानमंत्री थे । नमिता और रंजन भट्टाचार्य की एक बेटी निहारिका है ।  कौल परिवार और वाजपेयी जी के पारिवारिक संबंध रहे । उनकी दोस्‍त राजुमारी कौल अब इस दुनिया में नहीं है लेकिन वो जब तक जीवित रहीं तब तक अटल जी की दोस्‍त रहीं । पति की मृत्‍यु के बाद वो अकसर अटल जी आवास पर भी रहा करती थीं ।

राजकुमारी कौल से दोस्‍ती
अटल जी को करीब से जानने वालों का दावा है कि उन्होने भले शादी नहीं की, लेकिन खूब प्रेम पत्र लिखा, इस कहानी की शुरुआत के दशक में होती है, जब वो ग्वालियर के एक कॉलेज में पढाई कर रहे थे, हालांकि दोनों ने अपने रिश्ते को नाम नहीं दिया। वरिष्ठ पत्रकार कुलदीप नैयर के अनुसार ये खूबसूरत प्रेम कहानी थी ।

वाजपेयी के आवास पर भी रहीं राजकुमारी
वाजपेयी जी और राजकुमारी कौल के बीच रिश्ते की राजनीतिक हलकों में भी खूब चर्चा हुई थी, दक्षिण भारत के पत्रकार गिरिश निकम ने बताया था कि जब अटल जी पीएम नहीं बने थे, तो उन्होने उनके आवास पर एक बार फोन किया करते थे, तो फोन मिसेज कौल उठाया करती थी, और परिचय में बताती थी, कि मैं मिसेज कौल, राजकुमारी कौल हूं, वाजपेयी की दोस्त हूं, 40 से अधिक सालों से हमारी दोस्ती है।

संसद में कहा था अविवाहित हूं, कुंवारा नहीं
अटल बिहारी वाजपेयी ऐसी शख्सियत रहे हैं, जो अपने अंदाज बयां के लिये जाने जाते थे, संसद में कई बातों को यूं चुटीले अंदाज में कह जाते थे, कि विरोधी भी मेज ठोंकने को विवश हो जाते थे। संसद में ही पूर्व पीएम ने कहा था कि वो अविवाहित हैं लेकिन कुंवारे नहीं हैं। इसके साथ ही उन्होने ये भी कहा था कि अविवाहित होने का फायदा ये है कि आप बिस्तर के दोनों तरफ से उतर सकते हैं।