मां-बेटे ने मिलकर दी पिता को दर्दनाक मौत, घर में ही दफनाया शव, फिर किया खुलासा

एक बेटे के सात उसकी मां ने मिलकर पहले पिता को दर्दनाक मौत दी और उसके बाद लाश को घर में दफना दिया। जानिए ये हैरान करने वाली वारदात

New Delhi, Jan 09: लीजिए एक और दर्दनाक खबर निकलकर सामने आ रही है। एक बेटे ने अपनी मां के साथ मिलकर पहले पिता को बेहद ही दर्दनाक मौत दी और उसके बाद लाश को घर में ही कहीं गाड़ दिया था। पुलिस हैरान थी कि आखिर बुजुर्ग कहां गायब हो गया ? इसके बाद जब तलाशी ली गई तो खुद पुलिस की भी आंखें फटी की फटी रह गईं। आइए आपको बताते हैं इस घटना के बारे में सब कुछ।

कई दिनों से गायब था बुजुर्ग
उत्तराखंड के हल्द्वानी में एक बुजुर्ग बीते कई दिनों से गायब था। गांव के लोगों के बीच कौतुहल का विषय ये था कि आखिर बुजुर्ग कहां चले गए ? इसके बाद धीरे धीरे ये खबर आग की तरह फैलने लग गई थी। पुलिस को इस बात की खबर की गई। इसके बाद पुलिस तलाशी लेने के लिए हल्द्वानी के जीतपुर नेगी गांव में पहुंची। एक के बाद एक मामले की पड़ताल होने लगी।

मा-बेटे से की गई पूछताछ
कुछ लोगों ने पुलिस को बताया कि बेटे और उसकी मां ने मिलकर ही बुजुर्ग की हत्या की है। पुलिस को इसके बाद परिवार के लोगों पर शक हुआ तो पूछताछ शुरू कर दी। मां और बेटे को हिरासत में लेकर कड़ी पूछताछ की गई। इसके बाद तो पुलिस भी हैरान रह गई। मां और बेटे ने पुलिस के सामने बताया कि बुजुर्ग की मौत के बाद लाश को घर में ही दफना दिया गया है।

पुलिस के भी उड़े होश
पुलिस ने जब ये बातें सुनी तो होश उड़ गए। घर गए और जमीन को खोदा गया। बुजुर्ग की लाश को गढ्ढे से निकाला गया। अब पुलिस ने मामले को बेहद संदिग्ध माना है। लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पुलिस को शक ही कि बुजुर्ग की हत्या की गई है और इसके बाद लाश को घर में ही दफनाया गया है। इसके बाद परिजनों ने इस बारे में बड़ी बातें बताई हैं।

सोमवार को मिली थी जानकारी
दरअसल पुलिस को सोमवार को ही इस बारे में जानकारी मिली थी। गांव के लोगों ने ही पुलिस को इस बारे में जानकारी दी थी। जीतपुर नेगी गांव के रहने वाले बुजुर्ग प्यारेलाल की संदिग्ध हालात में लापता होने के मामला तूल पकड़ रहा था। पुलिस गांव पहुंची और बेटे मुन्नालाल और पत्नी रानी देवी को हिरासत लिया। इसके बाद उनसे कड़ी पूछताछ की गई।

बेटे के कबूल की बात
बेटे मुन्ना ने बाप को घर मे दफनाने की बात कबूल कर ली। टीपी नगर चौकी इंचार्ज विजय मेहता ने इस बारे में मीडिया को जानकारी दी है। उनके मुताबिक बेटे ने उनसे कहा है कि 5 जनवरी को पिता की मौत एक बीमारी से हुई थी। परिवार ने बताया कि दाह संस्कार के पैसे उनके पास नहीं थे। इस वजह से लाश को घर में ही दफना दिया गया।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार
लेकिन पुलिस परिवार की बातों से संतुष्ट नहीं है। पुलिस इस मामले को हत्या मान रही है। पुलिस का मानना है कि अगर गांव वालों को परिवार वाले इस बात के बारे में बताते तो दाह संस्कार में कोई परेशानी नहीं होती। शव को गड्ढे से निकालकर के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। इस दर्दनाक मौत की रिपोर्ट के सामने आने के बाद पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी।