11 अगस्त को सावन माह की अमावस्या, सूर्यग्रहण और शनिवार का योग, ना करें ये काम,सब कुछ हो जाएगा बर्बाद

साल 2018 का अंतिम सूर्य ग्रहण शनिवार, 11 अगस्त को हो रहा है । ये ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा । लेकिन इस दिन शनिवार पड़ने के कारण इस दिन कुछ बातों का ध्‍यान आपको जरूर रखना होगा ।

New Delhi, Aug 10 : साल 2018 के आखिरी सूर्य ग्रहण का सूतक या इसका कोई भी असर भारत पर नहीं होगा, क्योंकि ये भारत में नजर ही नहीं आएगा । लेकिन इस दिन अमावस्‍या होने के कारण इसे शनिश्‍चरी अमावस्‍या कहा गया है । ये सूर्य ग्रहण आंशिक रहने वाला हे । ये नॉर्थ अमेरिका, नॉर्थ वेस्‍ट एशिया, साउथ कोरिया, मास्को, चीन सहित कई देशों में देखा जा सकेगा। ग्रहण के बारे में में पूरी जानकारी आगे पढ़ें ।

ग्रहण शुरू होने का समय
ये सूर्य ग्रहण भारतीय समय अनुसार दोपहर करीब 1.32 बजे मिनट से शुरू होगा और शाम 5 बजे खत्‍म हो जाएगा। ग्रहण करीब 3 घंटे और 30 मिनट तक देखा जा सकेगा।  चंद्र जब पृथ्वी और सूर्य के बीच आ जाता है तो पृथ्वी के कुछ खास हिस्सों पर सूर्य दिखना बंद हो जाता है। इसे ही सूर्य ग्रहण कहा जाता है।

शनिवार, अमावस्या और सूर्य ग्रहण का योग
अमावस्‍या अपने साथ नकारात्‍मक ऊर्जा लेकर आती है, उसी प्रकार शनिवार का दिन शुभ नहीं माना जाता । इस दिन शनि देव आपके किसी भी गलत काम से कुपित हो सकते हैं । और इस बार इस दिन सूर्य ग्रहण का भी संयोग बन रहा है । इसलिए 11 अगस्‍त को विशेष सावधानी बरतें । आगे जानिए इस दिन आपको कौन से काम नहीं करने हैं, ये काम भूल से भी करने की गलती ना करें ।

ध्‍यान रखें ये बातें
इस दिन सूबह सूर्योदय से पहले बिस्तर छोड़ दें। सूर्योदय के समय सोने से बचें। जिन क्षेत्रों में ग्रहण दिखाई देगा, वहां रहने वाले लोगों को पूजा-पाठ नहीं करना चाहिए । अमावस्या पर पति-पत्नी को दूरी बनाकर रखनी चाहिए । इस समय बने संबंध से उत्पन्न होने वाली संतान को परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

शनिश्‍चरी अमावस्‍या पर ध्‍यान दें
माता-पिता, गुरु और अन्य वरिष्ठ लोगों का अपमान न करें। वरना दुर्भाग्य का सामना करना पड़ सकता है। शनिश्चरी अमावस्या पर क्रोध न करें। घर में अशांति होगी तो भगवान की कृपा नहीं मिल पाएगी। पूजा-पाठ असफल हो जाएंगे। इस दिन मंत्र आदि का उच्‍चारण भी ना करें ।

सुबह उठकर ये काम
सुबह जल्दी उठें और सूर्य को जल चढ़ाएं । ऊँ सूर्याय नम:, इस मंत्र का जाप करें । पक्षियों को अनाज और मछलियों को आटे की गोलियां बनाकर खिलाएं। सावन का महीना है तो शिवलिंग के पास दीपक जलाकर ऊँ सांब सदा शिवाय नम: मंत्र का जाप करें। हनुमानजी के सामने दीपक जलाकर हनुमान चालीसा का पाठ करें। शनिदेव के लिए काले तिल, तेल, और जूते-चप्पल का दान करें।