शनिवार और प्रदोष व्रत का विशेष संयोग, करें इन मंत्रों के साथ शनिदेव की पूजा सारी समस्‍याएं होंगी दूर

शनिवार को शनिदेव की पूजा करें, इस बार प्रदोष व्रत का खास संयोग बन रहा है । जानें इस व्रत को कैसे करें साथ इस दिन क्‍या विशेष करने से आपको होगा लाभ, सारी चिंताएं हो जाएंगी दूर ।

New Delhi, Sep 22 Sep : आज 22 सितंबर, शनिवार को भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि है । ये दिन भगवान शनि को प्रसन्‍न करने के लिए शुभ माना जाता है । इस दिन शनि के व्रत जिसे प्रदोष व्रत भी कहा जाता है किया जाता है । ये व्रत कई प्रकार से शुभ माना जाता है, अलग-अलग दिन के साथ इस व्रत का संयोग इसे विशेष बनाता है । इस बार यह व्रत शनिवार के दिन पड़ रहा है । ये विशेष संयोग हाथ से ना जाने थे,, वह सभी जिनकी राशि में साढ़े साती और ढैय्या का प्रभाव चल रहा है वो ये उपाय करें ।

शनि के विशेष मंत्र
ज्‍योतिष जानकारों के अनुसार इस समय वृश्चिक, धनु और मकर राशि पर साढ़ेसाती चल रही है । वहीं  वृषभ-कन्या राशि पर ढय्या चल रही है । इन राशियों के जातकों को प्रदोष व्रत का पालन जरूर करना चाहिए । ये व्रत अति लाभकारी है । आगे कुछ मंत्र बताए जा रहे हैं, साथ ही मंत्र जाप के तरीके भी बताए जा रहे हैं ।  शनि प्रदोष पर इनका विधि-विधान से जप करें, तो शनिदेव शीघ्र ही प्रसन्न हो सकते हैं।

शनि देव की आराधना के मंत्र
शनि देव क्रोधी स्‍वभाव के देव माने जाते हैं, लेकिन उनका क्रोध बेवजह नहीं होता है । शनि को न्‍याय का देव भी कहा गया है । आगे जानिए शनि देव की आराधना के खास मंत्र । किसी भी एक मंत्र का जाप आपको बहुत लाभ देगा ।
वैदिक मंत्र – ऊं शन्नोदेवीरभिष्टय आपो भवन्तु पीतये शन्योरभिस्त्रवन्तु न:
लघु मंत्र – ऊं ऐं ह्लीं श्रीशनैश्चराय नम:।

शनि के अन्‍य विशिष्‍ट मंत्र
शनिदेव का ध्यान मंत्र इस प्रकार है – इंद्रनीलद्युति: शूली वरदो गृधवाहन:। बाणबाणासनधर: कर्तव्योर्क सुतस्तथा।।
शनिदेव का बीज मंत्र इस प्रकार है – ऊं शं शनैश्चराय नम:।
सामान्‍य मंत्र इस प्रकार है – ऊं प्रां प्रीं प्रौं स: शनये नम:
विशेष मंत्र –
कोणस्थ पिंगलो बभ्रु: कृष्णो रौद्रोन्तको यम:।
सौरि: शनैश्चरो मंद: पिप्पलादेन संस्तुत:।।

मंत्रों की जप विधि
शनि प्रदोष की सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करने के बाद कुश के आसन पर बैठ जाएं। सामने शनिदेव की मूर्ति या तस्वीर स्थापित करें और नीले फूल चढ़ाएं।इसके बाद रूद्राक्ष की माला से इनमें से किसी एक मंत्र की कम से कम पांच माला जप करें। शनिदेव से सुख-संपत्ति के लिए प्रार्थना करें। यदि प्रत्येक शनिवार को इस मंत्र का इसी विधि से जाप करेंगे तो शीघ्र लाभ होगा।

नीले फूल रखने से होगी विशेष कृपा
शनिवार का दिन न्याय के देवता शनि ग्रह का दिन माना जाता है । इस दिन शनिदेव को प्रसन्‍न करने के लिए आप गहरे नीले रंग के फूल अपने पास रखें । नीले लाजवंती के पुष्‍प रखना बहुत ही शुभ माना गया है । ये पुष्‍प आपको समस्‍याओं से दूर रखेंगे । इन्‍हें अपने पास रखकर आप दिन भर की टेंशन से मुक्‍त हो सकते हैं ।