सूरज ढलने के बाद करें धन प्राप्ति के ये छोटे उपाय, लक्ष्‍मी की कृपा जरूर होगी

ज्‍योतिष में कई ऐसी बातें कही गई हैं जो आपके जीवन में खुशियों की सौगात ला सकती हैं । ऐसे उपाय जिन्‍हें करने से आपकी किस्‍मत के दरवाजे खुलने में वक्‍त नहीं लगेगा ।

New Delhi, May 27 : नौकरी, व्‍यापार कहीं कोई तरक्‍की नहीं हो रही है । ऐसे में निराश होने की जरूरत नहीं । हर इंसान को आज ज्‍यादा से ज्‍यादा धन कमाने की लालसा है । धन अर्जन में वो सुबह से शाम तक लगा ही रहता है । लेकिन कई बार मेहनत के बाद भी उसका फल नहीं मिल पाता । धन संकट से जूझ रहे हैं तो हम आपको बता रहे हैं ऐसे उपाय जो आपकी हर समस्‍या को दूर कर देंगे । जानें सौभाग्‍य देने वाले ये उपाय और इनसे होने वाले लाभ ।

उपले जलाएं
गोबर से बने उपले पर लोबान रखें और उसे घर की उत्‍तर पूर्व दिशा में जलाएं । किसी भी दिन  से ये उपाय शुरू कर आप इसे महीने में 2 बार कर सकते हैं । मां लक्ष्‍मी को लोबान की खुशबू पसंद है वो इसकी सुगंध से खुद ही खिंची चली आयेंगी । ऐसे घर में कभी दरिद्रता का वास नहीं होता, सुख समृद्धि बनी रहती है ।

दीपक जलाएं
आपके घर का मुख्‍य दरवाजा आपके जीवन में आने वाले दुखों और खुशियों का दरवाजा है । इस दरवाजे पर एक उपाय करने से घर के अंदर सिर्फ सकारात्‍मकता का ही आगमन होगा । प्रतिदिन संध्‍या काल में घर के मुख्‍य द्वार पर सरसों के तेल का दीपक जलाएं । अगर दीपक जलने के बाद तेल बच जाए तो उसे पीपल के पेड़ पर चढ़ा दें । प्रतिदिन संध्‍याकाल के अतिरिक्‍त आप ये उपाय 7 शनिवार भी कर सकते हैं । लेकिन ध्‍यान रहे ये क्रम टूटना नहीं चाहिए ।

कलावे की बाती
दिया जलाने के लिए अगर आप अब तक रुई की ही बाती बनाते आए हैं तो अब ये आदत छोड़ दीजिए । आज से कलावे की बाती का प्रयोग करना शुरू करें । कलावे की बाती बनाकर पूजा में दीप प्रज्‍वलित करें । ऐसे घर में मां लक्ष्‍मी की कृपा सदैव बनी रहती है । कलावे का लाल रंग मां लक्ष्‍मी को बहुत भाता है ।

दरवाजों से आवाज
घर में कोई दरवाजा चरमराता है या अजीब सी आवाज करता है तो उसमें तेल डालकर उसे ठीक करें । ऐसी आवाजे नकारात्‍मकता लेकर आती है । घर से पॉजिटिव एनर्जी दूर जाती है । ऐसे घर में सौभग्‍य की कामना करना भी बेमानी है । धन की देवी लक्ष्‍मी ऐसे घर में नहीं आना चाहेंगी । वास्‍तु अनुसार भी दरवाजों से आवाज आना अशुभ माना जाता है ।

भगवान के चरणों में चढ़ाएं धन
प्रतिदिन संध्‍याकाल के समय भगवान के चरणों में कुछ ना कुछ समर्पित करें । आप चाहें तो धन चढ़ाएं या कुछ भी भोग की वस्‍तु । भगवान के समक्ष कुछ अर्पित करने से और कमाने के रास्‍ते खुलते हें । ईश्‍वर के दिए हुए आशीर्वाद को उन्‍हीं से बांटने में कैसा संकोच । जो आपका है वो ईश्‍वर का दिया हुआ है ये मानकर पूजा कर्म करते जाएं ।