शनि के साथ ही राहु और केतु के दोष हो सकते हैं दूर, करें ये उपाय

शनि के साथ कुंडली में राहु और केतु का भी दोष हो तो व्‍यक्ति को किसी भी काम में सफलता नहीं मिलती है, जीवन में समस्‍याओं से मुक्ति के लिए कुछ उपाय आगे बताए जा रहे हैं, इन्‍हें प्रयोग में लाएं और इन दोषों से मुक्ति पा लें ।

New Delhi, May 11 : जीवन में आने वाले प्रत्‍येक दोष आपकी कुंडली में ग्रहों की चाल पर निर्भर करते हैं, सितारों की चाल, ग्रहों की स्थिति सब देखकर ही व्‍यक्ति का भविष्‍य निर्धारित होता है । कुंडली में दोष हों तो सब कुछ मुश्किल हो जाता है । खासतौर पर शनि की इशा हो ओर उस पर राहु केतु का भी प्रभाव हो जाए तो । इन दोषों से बचने के लिए विशेष उपाय की आवश्‍यकता होती है। जानें अगर इस प्रकार के दोष हों तो उसमें कया उपाय कर आप लाभ प्राप्‍त कर सकते हैं ।

पहला उपाय
हर रोज सुबह-सुबह जब रोटियां बनाई जाती हैं, उस समय पहली रोटी के चार बराबर टुकड़े कर लें। इनमें से एक टुकड़ा गाय को देना है। दूसरा टुकड़ा काले कुत्ते को देना है। तीसरा कौओं के लिए घर की छत पर डालना है। अंतिम टुकड़ा घर के पास किसी चौराहे पर रखकर आना है। ऐसा हर रोज करना चाहिए। इस उपाय से घर की गरीबी दूर हो सकती है।

दूसरा उपाय
हर रोज कम से कम किसी एक गरीब व्यक्ति को खाना अवश्य खिलाना चाहिए। ऐसा करने पर घर में अनाज की कमी नहीं होती है। सुख-समृद्धि बनी रहती है। ये उपाय आस्था और विश्वास के साथ करें, मन में कोई र्शंका हो तो उपाय परिणाम नहीं देंगे । उपायों को प्रभावी बनाना चाहते हैं तो पूरी श्रद्धा से इन उपायों को करना चाहिए। उपाय करते समय मन में किसी प्रकार की शंका होगी तो उपाय निष्फल हो सकता है।

तीसरा उपाय
अगर कुंडली में शनि या राहु-केतु का कोई दोष हो तो रोज रात को जो रोटी सबसे अंत में बनती है, उस पर तेल लगाएं और ये रोटी काले कुत्ते को खाने के लिए दें। यदि काला कुत्ता नहीं हो तो किसी अन्य कुत्ते को भी ये रोटी दी जा सकती है।

चौथा उपाय
ज्‍योतिष में इस दोष को दूर करने का एक अचूक उपाय बताया गया है । रात को सोने से पहले गुनगुने पानी मे नमक मिलाकर हाथ और पैरों को धोकर सोएं। ऐसा करने से राहु शांत होगा और आपको बेवजह के कष्‍टों से मुक्ति मिलेगी । साथ ही नमक बॉडी पेन को भी दूर करता है, ये आपको चैन की नींद देने का काम करेगा, साथ ही आप एकदम चैन की नींद सो पाएंगे । चिंता मुक्‍त नींद आपकी एक हजार परेशानियों की दवा है ।

पांचवां उपाय
हर माह की अमावस्या पर चावल की खीर बनाएं और रोटी के छोटे-छोटे टुकड़े उस खीर में डाल दें। इसके बाद रोटी और खीर को कौओं के लिए घर की छत पर रख दें। इस उपाय से घर पर पितर देवताओं की विशेष कृपा बनी रहती है। पितर देवता की कृपा से ही सुख-समृद्धि मिलती

राहु दोष में पहनें ये रत्‍न
राहु की शांति के लिए शु्क्रवार के दिन गोमेद को धारण करने की सलाह दी जाती है । शास्‍त्र के जानकारों के अनुसार गोमेद आपको राहु की दशा से सुरक्षित रखता है और इसकी वजह से जो भी उतार-चढ़ाव जिंदगी में आ रहे हैं वो सभी नियंत्रण में रहते हैं । इसके अलावा आपकी कुंडली में अगर राहु अशुभ स्थिति में हो तो इसकी शांति के लिए राहु के बीजमंत्र का 18000 बार जप करें। राहु बीज मंत्र इस प्रकार है – ऊं भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहवे नमः ।