छोटी दिवाली पर जरूर करें ये काम, घर के सारे दोष दूर हो जाएंगे, नरक चतुर्दशी पर पूजा का शुभ मुहूर्त

दीपावली पर्व से एक दिन पहले कार्तिक कृष्ण पक्ष चतुर्दशी को छोटी दीपावली, नरक चतुर्दशी या  रूप चतुर्दशी के नाम से भी जाना जाता है । दिवाली की ही तरह इस दिन का भी बहुत महत्व है ।

New Delhi, Nov 06 : छोटी दिवाली को लोग यमराज की पूजा करते हैं । इस दिन को नरक चतुर्दशी भी कहा जाता है । कई लोग इस इस दिन को हनुमान जयंती के रूप में भी मनाते है । शास्‍त्रों के अनुसार – हनुमान जयंती का पर्व चैत्र माह की पूर्णिमा को मनाया जाता है, लेकिन शास्त्रों में कई जगह कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि अर्थात छोटी दीपावली के दिन भी हनुमान जी के जन्म बताया गया है । इस वर्ष ये मंगलवार के दिन पड़ रही हे, जिससे इसका महत्‍व और बढ़ जाता है । आगे जानिए इस दिन किए जाने वाले विशेष उपाय ।

नरक चतुर्दशी, शुभ मुहूर्त और महत्‍व
देश के बहुत से क्षेत्रों में इसे नरक चतुर्दशी के नाम से मनाया जाता है । दरअसल, नरकासुर नाम के असुर और भगवान कृष्ण के बीच हुए युद्ध के कारण इस दिन नरक चतुर्दशी की पूजा होती है ।
छोटी दिवाली शुभ मुहूर्त और तिथि:
अभ्यंग स्नान मुहूर्त: सुबह 05:08 से 06:44
चतुर्दशी तिथि शुरू कब से : 5 नवंबर को रात 11:46 बजे से
चतुर्दशी तिथि कब खत्म हो रही है : 6 नवंबर को रात 10:27 बजे तक
यम पूजा के लिए शुभ मुहूर्त
सुबह: 6 नवंबर को 9:32 से 11:45 तक
दोपहर: 6 नवंबर को 12:05 से 1:22 तक
शाम: 6 नवंबर को 05:40 से 7:05 तक

छोटी दिवाली के उपाय
छोटी दीपावली के दिन एक नारियल पर कमिया सिंदूर,मोली,अक्षत अर्पित करके उसका पूजन करें । फिर उसे किसी हनुमान मंदिर में अपनी मनोकामना बोलते हुए चड़ा दें निश्चय ही आपकी मनोकामना पूर्ण होगी । इसके साथ ही छोटी दीपावली की सुबह स्नान के बाद सबसे पहले विष्णु – लक्ष्मी की प्रतिमा को कमल गट्टे की माला और पीले पुष्प अर्पित करें , पूरे वर्ष धन लाभ की प्राप्ति होती रहेगी ।
करें ये अचूक उपाय
नरक चतुर्दशी के दिन लाल चन्दन, लाल गुलाब के फूल और रोली लेकर लाल कपडे में बांध लें , उसके बाद माँ लक्ष्मी का ध्यान करते हुए उसे घर की तिजोरी में रख लें , इस प्रयोग से घर में धन रुकता है , धन में बरकत रहती है । लेकिन ध्यान रखिये यह प्रयोग हर 3 माह बाद मंगलवार को करते रहना चाहिए ।

समृद्धि की होगी प्राप्ति
नरक चतुर्दशी को संध्या के समय घर की पश्चिमी दिशा में खुले स्थान पर या छत के पश्चिम में 14 दीपक पूर्वजो के नाम पर जलाएं , उनके शुभ आशीर्वाद से सम्रद्धि में आशातीत वृद्धि होती है । इस दिन दिन पवित्रता से 5 प्रकार के पुष्पों की माला में दूर्वा व बिल्वपत्र लगाकर देवी को अर्पित करें। माल्यार्पण करते समय मौन रखें यह प्रयोग प्रभावकारी होकर यश की वृद्धि करता है।

हनुमान जयंती पर करें ये उपाय
इस बार छोटी दिवाली पर हनुमान जी की पूजा अर्चना करें । सिंदूर में सुगन्धित तेल मिलाकर उसका लेप बनाएं, और हनुमान जी को लगाएं । ऊपर से चांदी का वर्क लगाना ना भूलें । यथाशक्ति हनुमान चालीसा और सुन्दरकांड का पाठ करें । मान्‍यता है कि इस दिन माता सीता ने हनुमान जी को सिंदूर प्रदान किया था तभी से हनुमान जी पर सिंदूर अर्पित किया जाने लगा है।
7 मंगलवार करें ये उपाय
इस हनुमान जयंती के दिन किसी भी हनुमान मंदिर में जाकर हनुमान जी को इत्र, गुलाब के फूल और गुड़ चने चढ़ाकर 5 बार हनुमान चालीसा का पाठ करे और हनुमान जी को अपनी मनोकामना कहें । इस उपाय को करने से बजरंग बलि की कृपा मिलती है, सभी संकट दूर होते है, शुभ समय आता है । इस उपाय को इसके बाद ऐसा लगातार 7 मंगलवार तक करते रहे।