18 मार्च से शुरू हो रहे हैं चैत्र नवरात्र, जानिए इस बार क्‍या विशेष योग बन रहे हैं

चैत्र नवरात्र की शुरुआत हो रही है, हर वर्ष की तरह इस बार भी आप अपने घर में घट्स्‍थापना करें ओर मां दुर्गा की आराधना कर इच्छित मनोरथ सिद्ध करें ।

New Delhi, Mar 12 : चैत्र नवरात्र हिंदू कैलेंडर का पहला दिवस माना जाता है । यह हिंदू कैलेंडर के अनुसार नव वर्ष की शुरुआत है । वर्षभ घर धन-धान्‍य से भरे रहें, सुख – संपदा का आगेमन आपके घर होता रहे इसके लिए साल के पहले नौ दिनों को नवरात्र के रूप में मनाया जाता है । नवरात्र के अंतिम दिन यानी कि नवमी को राम नवमी मनाया जाता है । शारदीय नवरात्र की ही तरह चैत्र नवरात्र में भी मां दुर्गा के नौ रूपों की आराधना की जाती है । आगे जानिए इस बार नवरात्र किस प्रकार से आ रहे हैं और ये आपके लिए क्‍या विशेष योग लेकर आ रहे हैं ।

8 दिन के हैं नवरात्र
इस बार चैत्र नवरात्र 18 मार्च से 26 मार्च तक रहेंगे । यानी कि लगातार चौथे वर्ष चैत्र नवरात्र 8 दिन की होगी, इस बार सप्‍तमी-अष्टमी तिथि एक साथ पड़ रही हैं । नवरात्रि की शुरुआत प्रतिपदा, सर्वार्थ सिद्धि योग में हो रही है । नवरात्रि के नौ दिनों में मां दुर्गा के शप्तसती का पाठ करना बहुत ही शुभ माना गया है । इन नौ दिनों में देवी दुर्गा की आराधना कर आप इच्छित वर की प्राथ्‍पत कर सकते हैं ।

कलश स्‍थापना का महत्‍व
कलश स्‍थापना अर्थत घट्स्‍थापना से नवरात्रि की शुरुआत होती है, इसका पूजा के आरंभ में विशेष महत्‍व होता हैं । हिन्दू शास्त्र के अनुसारपूजा के समय कलश स्‍थापना सही मुहूर्त में करना आवश्‍यक है । ये आपके घर की सुख और समृद्धि के लिए बहुत ही जरूरी है । कलश स्‍थापना भगवान की मूर्ति या तस्‍वीर के दांई ओर करना चाहिए । इसमें आम के पत्‍तों का प्रयोग जरूर करें ।

कलश स्‍थापना का मुहूर्त
इस बार का शुभ मुहूर्त सुबह 06:31 से 07:46 बजे तक हैं। इसके अलावा वृषभ लग्न में सुबह 9:30 मिनट से 11:15 मिनट तक का भी मूहूर्त हैं। घट स्‍थापना वैसे प्रतिपदा तिथि में होता हैं। प्रतिपदा तिथि 17 मार्च 2018, शनिवार 18:41 से आरम्‍भ होकर 18 मार्च 2018, रविवार 18:31 पर समाप्‍त होगी। इस शुभ मुहूर्त पर आप घट्स्‍थापना करें और लाभान्वित हो जाएं ।

व्रत के दिन
18 मार्च (रविवार), 2018 : घट स्थापन एवं मां शैलपुत्री पूजा 19 मार्च (सोमवार), 2018 : मां ब्रह्मचारिणी 20 मार्च (मंगलवार), 2018 : मां चंद्रघंटा पूजा 21 मार्च (बुधवार), 2018 : मां कुष्मांडा पूजा 22 मार्च (बृहस्पतिवार ), 2018: मां स्कंदमाता पूजा 23 मार्च (शुक्रवार ), 2018: मां कात्यायनी पूजा 24 मार्च (शनिवार), 2018 : मां कालरात्रि पूजा , मां महागौरी पूजा, दुर्गा अष्टमी 25 मार्च (रविवार ), 2018 : राम नवमी

मां दुर्गा को करें प्रसन्‍न
नवरात्र पर अपने घर पर माता का दरबार लगाकर वहां रोज दिया-बाती कर, माता की आरती और सप्‍तशती का पाठ पर भक्‍त मां दुर्गा को प्रसन्‍न करते हैं । आगे आपको बताते हैं मां दुर्गा के विभिन्‍न रूपों को कौन से रंग के वस्‍त्र पसंद हैं । इस अनुसार आप अगले आठ दिनों तक माता की आराधना करें और उनकी पूजा अर्चना का फल प्राप्‍त करें ।

ये रंग पहनें
नवरात्र के पहले दिन मां शैलपुत्री की आराधना की जाती है । इस दिन पीला कपड़ा पहनना शुभ माना जाता है ।
नवरात्र का दूसरा दिन मां ब्रह्मचारिणी के नाम होता है, इस दिन हरा रंग पहनना शुभता लेकर आएगा । ये रंग समृद्धि का भी प्रतीक है ।
नवरात्र के तीसरे दिन मां चंद्रघंटा की आराधना होती है । इस दिन आप ग्रे कलर के वस्‍त्र पहनें तो माता की विशेष कृपा और आशीर्वाद आपको प्राप्‍त होगा ।

शक्ति की प्रतीक हैं मां दुर्गा
मां कूष्‍मांड को समर्पित है नवरात्र का चौथा दिन । इस दिन नारंगी रंग के वस्‍त्र पहननना शुभकर रहेगा । चमकदार कपड़ों में माता की भी साज सज्‍जा करें ।
नवरात्र के पांचवे दिन मां स्कंदमाता की अर्चना होती है । मां की ममता जैसी निर्मल स्‍कंदमाता की आराधना के लिए सफेद रंग के वस्‍त्र का चुनाव करें ।
नवरात्र के छठे दिन मां कात्यानी की पूजा होती है । इस दिन सुहागिन स्त्रियां लाल रंग के वस्‍त्र पहनें । ये रंग शक्ति का प्रतीक है, माता से विशेष आशीर्वाद की प्राप्ति होती है ।

सौभाग्‍य की प्राप्ति
नवरात्र के सातवें दिन मां कालरात्रि की भक्ति की जाती है । इस दिन नीला रंग पहनना शुभ माना जाता है । काले रंग के वस्‍त्र इस दिन नहीं
पहनने चाहिए ।
नवरात्र का आठवां दिन मां महागौरी को समर्पित है । इस दिन गुलाबी रंग पहनना शुभ माना जाता है । मां दुर्गा के इस विशेष रूप का आशीर्वाद बेहद फल्‍दायी होता है ।
नवरात्र के नौवें दिन यानि नवमी को मां सिद्धदात्री की पूजा की जाती है। इस दिन अगर बैंगनी रंग पहना जाए तो वो एक शुभ रंग माना जाता है। शक्ति और विलासता के प्रतीक इस रंग को पहनने से आपको सौभाग्‍य की प्राप्ति होती है ।