चाणक्‍य की ये 16 नीतियां, स्‍त्री-पुरुष जरूर ध्‍यान रखें

जीवन को आसान बनाती है चाणक्‍य नीति, जानिए ऐसी 16 बातें जो आपको रोजमर्रा की जिंदगी में बहुत काम आएंगी । जीवन कठिन नहीं सरल लगने लगेगा ।

New Delhi, Nov 12 : इतिहास में चाणक्‍य का नाम सुनहरे अक्षरों से दर्ज हैं । चाणक्‍य सम्राट चंद्रगुप्‍त मौर्य के गुरु के रूप में जाने जाते हैं । एक साधारण से बालक चंद्रगुप्‍त को उन्‍होने मगध के सम्राट के पद पर बैठा दिया । समस्‍त नंदवंश का सर्वनाश कर दिया । चाणक्‍य की कही बातें आज के परिदृश्‍य में भी सत्‍य लगती हैं । यदि आपने चाणक्‍य की बातों को समझ लिया तो आप जिंदगी से कभी शिकायत नहीं करेंगे बल्कि उसे और जिंदादिली से जीना सीख जाएंगे ।

मित्रता पर चाणक्‍य के वचन
1. चाणक्‍य के अनुसार दुनिया में ऐसी कोई मित्रता नहीं जिसके पीछे व्‍यक्ति का स्‍वार्थ ना छिपा हो । ये एक कड़वा सच है जिसे जितनी जल्‍दी मान लिया जाए उतना अच्‍छा ।
2. मित्रता अपने समकक्ष लोगों में ही करनी चाहिए । अपने से अधिक ऊंचे पद पर बैठे और खुद से छोटे पद के व्‍यक्ति से कभी मित्रता नहीं करनी चाहिए । ऐसी मित्रता का कोई भविष्‍य नहीं होता । ऐसी मित्रता में एक दूसरे से बैर के भाव ही पलते हैं ।

ईश्‍वर आपके अंदर है
3. चाणक्‍य कहते हैं ईश्‍वर से डरना जरूरी नहीं है ईश्‍वर को हर वक्‍त अपने आसपास महसूस करना जरूरी है । भगवान मूर्तियों में नहीं है । आपकी अनुभूति ही आपका ईश्वर है, और आपकी आत्मा ही आपका मंदिर है।
4. ईश्‍वर को वो पा लेता है जो शिक्षा का अर्थ समझ लेता है । शिक्षा किसी को भी परास्‍त कर सकती है । सौंदर्य और यौवन भी शिक्षा के आगे टिक नहीं पाते ।

खुद पर किसी को हावी ना हाने दो
5.चाणक्‍य नीति के अनुसार अगर सांप जहरीला ना भी हो तो भी उसे खुद को जहरीला दिखाना चाहिए। अर्थात व्‍यक्ति कितना ही कमजोर हो, अंदर से कितना ही अकेला महसूस कर रहा हो लेकिन उसे खुद को मजबूत दिखाना चाहिए । खुद को कमजोर दिखाने वाले व्‍यक्ति का लोग फायदा उठाते हैं ।
6. अपने रहस्‍य किसी के भी सामने जाहिर ना होने दें । जो होने वाला है, आप क्‍या करने वाले हैं इस बारे में किसी को भी तब तक कुछ ना बताएं जब तक कि वो पूरा ना हो जाए ।

चाणक्‍य की बातें जीवन में बहुत काम आएंगी
7. डर से डरने की बजाय उस पर आक्रमण कर उसे खत्‍म कर दें । भय से भागकर नहीं उसका सामना करके उससे निपट लें ।
8. किसी मूर्ख व्यक्ति के लिए किताबें उतनी ही उपयोगी हैं, जितना कि एक अंधे व्यक्ति के लिए आइना।
9.जब तक आपका शरीर स्वस्थ और नियंत्रण में है और मृत्यु दूर है, अपनी आत्मा को बचाने कि कोशिश करें, जब मृत्यु सिर पर आएगी तब आप क्या कर पाएंगे?

आप क्‍या हैं ये आपका व्‍यवहार तय करता है
10. चाणक्‍य के अनुसार कोई व्यक्ति अपने कार्यों से महान होता है, अपने जन्म से नहीं। ऐसे लोग जो मुंह में चांदी का चम्‍मच लेकर पैदा हुए हैं वो कतई ना सोचें कि वो कुछ किए बिना ही महान हो जाएंगे, नाम कमाने के लिए मेहनत और व्‍यवाहकुशलता दोनों की आवश्‍यकता होती है ।
11.जिस प्रकार सूखे पेड़ को अगर आग लगा दी जाए तो वह पूरा जंगल जला देता है, उसी प्रकार एक पापी पुत्र पूरे परिवार को बर्बाद कर देता है।

ये भी सच है
12. चाणक्‍य के अनुसार दुनिया की सबसे बड़ी शक्ति नौजवानी और औरत की सुन्दरता है। दोनों ही अगर इसका सही इस्‍तेमाल करें तो वो कुछ भी पा सकते हैं ।
13.फूलों की सुगंध केवल वायु की दिशा में फैलती है, लेकिन एक व्यक्ति की अच्छाई हर दिशा में फैलती है।
14.हमें भूत के बारे में पछतावा नहीं करना चाहिए, ना ही भविष्य के बारे में चिंतित होना चाहिए; विवेकवान व्यक्ति हमेशा वर्तमान में जीते हैं।

बच्‍चों के पालन-पोषण से जुड़े वचन
15.चाणक्‍य के अनुसार पहले पांच सालों में अपने बच्चे को बड़े प्यार से रखें । अगले पांच साल उन्हें डांट-डपट के रखें । जब वह सोलह साल का हो जाए तो उसके साथ एक मित्र की तरह व्यवहार करें। आपके वयस्क बच्चे ही आपके सबसे अच्छे मित्र हैं । इसके बाद उन्‍हें अपने कार्यें को उनके अनुसार करने की स्‍वतंत्रता दें । यदि आपकी परवरिश्‍ में दम होगा तो बच्‍चा कभी जिंदगी में गलत दिशा में आगे नहीं बढ़ेगा ।

मोह का त्‍याग करें
16.चाणक्‍य के अनुसार दुनिया में वो व्‍यक्ति सबसे ज्‍यादा दुखी है जो सब से बहुत प्‍यार करता है । ऐसे व्‍यक्ति को हर समय भय और चिंता का सामना करना पड़ता है । उसके सभी दुखों की जड़ उसका अपनों से लगाव है। खुश रहना है तो इस लगाव का त्‍याग करना होगा । दूसरों को प्‍यार करने से पहले खुद को प्‍यार करना होगा । मोह-माया से जितना खुद को दूर रखेंगे उतने ही आप प्रसन्‍न रहेंगे ।