अगर आपके बच्चे को भी पढाई में मन नहीं लगता या फिर पढाई करने के बावजूद वो अच्छे रिजल्ट हासिल कर नहीं करता, तो आइये आपको कुछ उपाय बताते हैं।
New Delhi, Oct 09 : सभी माता-पिता चाहते हैं कि उनके बच्चे अच्छी शिक्षा हासिल करें, इसके लिये वो हर तरह के त्याग करने को तैयार रहते हैं, कुछ बच्चे तो सरलता से पढाई पूरी कर लेते हैं, लेकिन कुछ को मेहनत करने के बाद भी शिक्षा हासिल करने में बाधाओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे बच्चों की जन्मपत्री में ग्रह-योग भी कारण हो सकते हैं। अगर आपके बच्चे को भी पढाई में मन नहीं लगता या फिर पढाई करने के बावजूद वो अच्छे रिजल्ट हासिल कर नहीं करता, तो आइये आपको कुछ उपाय बताते हैं।
अगर बच्चे की जन्मपत्री में पंचम भाव उसकी शिक्षा या ज्ञान है, तो इसी से उसके सवाल याद करने की क्षमता का निर्धारण होता है, पंचम भाव का स्वामी गृह पंचमेश निर्बल, दुष्ट ग्रहों से पीड़ित हो, या पंचमेश पंचम भाव से अष्टम अर्थात ल्गन से द्वादश भाव में या अस्त हो, Child Padhai या नीच राशि में हो, तो बच्चों को एग्जाम के दिनों में परेशानी और शिक्षा प्राप्त करने में भी रुकावटें आ सकती है। ऐसे में वो चाहकर भी पढाई की ओर ध्यान नहीं लगा पाता है, परीक्षा के दौरान वो याद किये हुए सवालों को भी भूल जाता है।
कई बार को घर का वास्तु या बच्चों के पढने की जगह का वास्तु या नेगेटिव किरणें भी बच्चे की पढाई और एकाग्रता को परेशान करती है। Child इसके लिये बच्चे को रुद्राक्ष की माला धारण करवा दें, इसके अलावा ज्ञान की देवी मां सरस्वती की तस्वीर बच्चों के पढाई वाले स्थान पर लगा दें, साथ ही बच्चे की किताब में मोर का पंख रखें।
यदि जन्मपत्री में पंचमेश शुभ लेकिन निर्बल है, तो उससे संबंधित गृह का रत्न धारण करवा कर उस बच्चे की शक्ति बढायें, यदि पंचमेश नीच का है, child_abuse तो फिर उससे संबंधित खाने की वस्तुएं मंदिर में दान दें, या फिर गरीबों में बांट दें, इससे काफी फायदा होगा और आपके बच्चे को पढाई में मन लगेगा।