अकसर बातों में लोग अपशब्दों, गालियों का इस्तेमाल करते हैं । क्या आप जानते हैं इन अपशब्दों का आप पर कैसा असर पड़ता है । आपका बुरा स्वभाव आपके ग्रह दोष के कारण है ।
New Delhi, Jul 05 : शास्त्रानुसार कुंडली का दूसरा, तीसरा और आठवां भाव वाणी से सम्बन्ध रखता है । इन भावों में अशुभ ग्रह होने से वाणी दूषित हो जाती है । वाणी को दूषित करने के दो कारक है राहु और मंगल । इनके अशुभ प्रभाव व्यक्ति अंट शंट बोलने लगता है । शनि का प्रभाव हो तो व्यक्ति को ऐसी ही बोली बोलने की आदत पड़ जाती है । व्यक्ति की कुंडली में जब बुध का दोष हो तो मुंह से अपशब्द ही निकलते हैं ।
गलत शब्द बोलने के नतीजे
अपशब्द बोलने वाला व्यक्ति मन से बहुत ही अशंत होता है । ऐसे व्यक्ति की आर्थिक स्थिति खराब रहती है और वो सफल होने में भी बहुत वक्त लगाता है । ऐसे व्यक्ति के जीवन में सुख दुख धूप और छाया के समान रहता है । अपशब्द कहने वाला व्यक्ति नकारात्मक ऊर्जा से घिरा रहता है, उसे मुंह और गले का रोग होने की आश्ंका सबसे ज्यादा रहती है ।
बुध का होता है प्रकोप
ग्रहों के दोष और कुंडली में परेशानी के चलते ऐसे व्यक्ति बुध के प्रकोप को सहते हैं । इससे याद्दाश्त में कमी, बुद्धि काम ना आना, दिमाग कीपरेशानी हो सकती है । व्यक्ति मानसिक रूप से कमजोर होने लगता है । ऐसे व्यक्ति को जीवन में पतन का सामना करना पड़ता है । अपशब्दों का प्रयोग करने से ऐसे व्यक्ति समस्याओं और चिंताओं में ही घिरे रहते हैं ।
अपने गुस्से पर काबू करें
अपशब्द वही लोग बोलते हैं जिन्हें बहुत अधिक गुस्सा आता है या फिर जिनकी बोली में ही ऐसे शब्द बसे होते हैं । रोजाना छोटे-छोटे उपाय कर आप अपनी इस आदत को बदल सकते हैं और ग्रहों को अपने अनुकूल करने की काशिश कर सकते हैं । रोज सुबह सूर्य को अर्घ्य देना चाहिए । इसके बाद गायत्री मंत्र का पाठ करें । रोजाना गायत्री मंत्र पढ़ने से मन को शांति मिलती है ।
राहु को शांत करने के उपाय, बुध भी होगा शांत
रोजाना तुलसी के पत्तों का सेवन करें । अपना खानपान शुद्ध और सात्विक रखें, दूध से बने हुए पदार्थों का सेवन करें आपको बहुत लाभ होगा । आपको बहुत गुस्सा आता है तो हरे रंग के कपड़े पहनें । हरे रंग का एक रुमाल भी अपने पास रख सकते हैं, इससे आपका बुध ग्रह मजबूत होता है और आप मानसिक रूप से मजबूत होते हैं ।