रुद्राक्ष में छिपा है वो राज, जिसे जानकर आप बन सकते हैं दौलतमंद

रुद्राक्ष यानी प्रकृति का एक ऐसा वरदान, जिससे आप दौलतमंद बन सकते हैं। इसे अर्थ, धर्म, कर्म, काम और मोक्ष के लिए लाभकारी माना जाता है।

New Delhi, Nov 07 : रुद्राक्ष की महिमा के बारे में आपने बहुत कुछ सुना होगा। ये बात भी सच है कि धर्म, कर्म, काम, मोक्ष हर काम के लिए रुद्राक्ष लाभकारी साबित होता है। हमारे कई धार्मिक ग्रंथों में रुद्राक्ष की अपार महिला का बखान किया गया है। आज हम आपको ये बताने जा रहे हैं कि किस तरह से एक रुद्राक्ष की बदौलत आप दौलतमंद यानी बेहद अमीर बन सकते हैं। पढ़िए ये खबर

पुराणों में है इसका जिक्र
शिवपुराण, रुद्राक्षकल्प, पद्मपुराण, रुद्राक्ष महात्म्य सभी शास्त्रों में रुद्राक्ष की महिमा को अपार बताया गया है। कहा जाता है कि जिस घर में रुद्राक्ष की रोज पूजा की जाती है, उस घर में कभी धन-धान्य की कमी नहीं होती। कहा जाता है कि जिस घर में रुद्राक्ष होता है, वहां हमेशा मां लक्ष्मी का वास रहता है। आखिर ऐसा क्यों कहा जाता है, जरा ये भी जान लीजिए।

रुद्राक्ष के लाभ जानिए
रुद्राक्ष के कई लाभ हैं, लेकिन मुख के मुताबिक इस महत्व अलग अलग होता है। रुद्राक्ष में सबसे श्रेष्ठ इक्कीस मुखी रुद्राक्ष कहा जाता है। आज हम आपको इसके महात्म्य और इसके गुणों के बारे में बताने जा रहे हैं। दरअल इक्कीस मुखी रुद्राक्ष को भगवान कुबेर का साक्षात स्वरूप माना गया है। भगवान कुबेर धन और दौलत के स्वामी कहे जाते हैं।

इक्कीस मुखी रुद्राक्ष के अद्भुत गुण
इक्कीस मुखी रुद्राक्ष को भगवान कुबेर का साक्षात स्वरूप तो कहा ही जाता है, साथ ही ये रुद्राक्ष भगवान ब्रह्मा, विष्णु, महेश और अन्य सभी देवी-देवताओं के निवास को भी दर्शाता है। पौराणिक शास्त्र कहते हैं कि इक्कीस मुखी रुद्राक्ष को पूजा के स्थान पर ही रखा जाता है। इसके पीछे एक कहानी भी है, जिसके बारे में आपका जानना बेहद जरूरी है।

पूजा के स्थान पर रखें रुद्राक्ष
कहा जाता है कि जब इक्कीस मुखी रुद्राक्ष को पूजा के स्थान पर रखा गया, तो समस्त देवताओं ने खुद को इसके चारों तरफ स्थापित कर लिया था। रुद्राक्ष पहनने के कई वैज्ञानिक कारण भी कहे जाते हैं। बताया जाता है कि इससे शरीर का ब्लड प्रेशर संतुलित रहता है। इससे याद रखने की क्षमता का विकास होता है और किडनी से जुड़ी बीमारियां दूर हो जाती हैं।

रुद्र का स्वरूप है रुद्राक्ष
इक्कीस मुखी रुद्राक्ष को रुद्र का स्वरूप भी कहा जाता है। कहा जाता है कि जो व्यक्ति इसे धारण करता है, वो ब्रह्महत्या जैसे पापों से भी खुद को निकाल लाता है। कहा जाता है कि घर में रुद्राक्ष जरूर रखना चाहिए। इससे घर में शांति और सद्भाव का माहौल बना रहता है। रुद्राक्ष को अपार समृद्धि का स्रोत भी कहा गया है। व्यक्ति हर वक्त धर्म के मार्ग पर चलता है।

भगवान कुबेर इसमें वास करते हैं
भगवान कुबेर का स्वरूप माने गए इक्कीस मुखी रुद्राक्ष से धन-धान्य की कमी दूर होती है। मान्यता है कि इसे धारण करने वाला निर्धन व्यक्ति भी धनवान हो जाता है। बस उस व्यक्ति में इस रुद्राक्ष को धारण करने की क्षमता होनी चाहिए। कहा जाता है कि 21 मुखी रुद्राक्ष में इतना तेज होता है कि आम व्यक्ति को उसे धारण करना काफी मुश्किल होता है ।

एनर्जी का सबसे जबरदस्त स्रोत
इक्कीस मुखी रुद्राक्ष जबरदस्त एनर्जी से भरा होता है। इसलिए अगर आप अच्छे काम करते हैं, तन और मन से स्वच्छ हैं, तभी इस रुद्राक्ष को धारण कर सकते हैं। व्यसनी को इस रुद्राक्ष को कभी भी नहीं पहनना चाहिए। वरना इसका असर गलत होता है। अगर आप दौलतमंद बनना चाहते हैं तो घर में इक्कीस मुखी रुद्राक्ष के लिए जगह जरूर बनाएं।