घर के मंदिर में रखें हैं ‘लड्डू गोपाल’ तो जरूर मानने चाहिए ये नियम

मंदिर में ‘लड्डू गोपाल’ स्‍थापित करने के कुछ खास नियम बताए गए हैं । इन नियमों का पालन कर बाल गोपाल की विशेष कृपा प्राप्‍त की जा सकती है ।

New Delhi, Oct 31 : ‘लड्डू गोपाल’ कहें या बाल गोपाल, श्री कृष्‍ण की शैशव अवस्‍था के ये रूप बेहद ही मनभावन हैं । नन्‍हे से भगवान को घर के मंदिर में रखकर ऐसे भाव उत्‍पन्‍न होते हैं मानों कोई बच्‍चा घर में मौजूद हो । जिन लोगों ने अपने घर के मंदिर में बाल गोपाल को स्‍थापित किया हुआ है उनके लिए कुछ खास नियम बताए गए हैं, इन नियमों का पालन कर बाल गोपाल की आराधना करें और प्रभु की कृपा प्राप्‍त करें ।

आपके शिशु की तरह हैं बाल गोपाल
बाल गोपाल को मंदिर में रखने का अर्थ है आपके शिशु की देखभाल जैसी उनकी देखभाल करना । वो मात्र प्रभु के रूप नहीं अपितु आपके घर आए एक ऐसे नन्‍हे मेहमान हैं जिनका आप जितना अपनत्‍व के साथ आथित्‍य करेंगे आपकी मनोकामनाएं उतनी ही जल्‍दी पूरी होंगी । बाल गोपाल के उठने से लेकर सोने तक का समय होता है ।

रोज स्‍नान कराएं
बाल गोपाल को रोज स्‍नान कराना आवश्‍यक है । इसके लिए आप एक चांदी को छोटा सा गहरा बर्तन ले आएं और उसमें रोज बाल गोपाल को स्‍नान करवाएं । स्‍नान के बाद उनकी मूर्ति को पोंछकर नए वस्‍त्र पहनाएं । बाल गोपाल के वस्‍त्रों को जमीन पर ना रखें वरना आप पाप के भागी बनते हैं । इसके बाद उन्‍हें यथास्‍थान रख दें ।

दूध और माखन मिश्री का भोग
घर के मंदिर में बाल गोपाल हैं तो वो आपकी रसोई में बने हर खाने के समान अधिकारी हैं । जो भी बनाएं उसका भोग बाल गोपाल को जरूर लगाएं । इसे साथ ही रोज सुबह माखन मिश्री से बाल गोपाल का मुंह मीठा करें और उनसे मंगलमय सुबह की प्रार्थना करें । ‘लड्डू गोपाल’ को लड्डू बहुत पसंद होते हैं उन्‍हें लड्डू का भोग लगाना चाहिए ।

मोर पंख और श्रीमद्भागवत गीता
भगवान कृष्‍ण को मोर पंख बहुत पसंद हैं । उनके बाल रूप को मोर पंख से सजाएं, मंदिर में मोर पंख रखें । कहने का अर्थ ये है कि बाल गोपाल के साथ घर में मोर पंख को रखना भी आवश्‍यक है । इसके अलावा घर में श्रीमद्भागवत गीता जरूर रखनी चाहिए । संभव हो तो इसका पाठ समय-समय पर करते रहें । ज्ञान के साथ आपको जीवन सकारात्‍मकता से बिताने का भाव भी प्राप्‍त होगा ।

मंदिर वाले कमरे का दरवाजा बंद नहीं होना चाहिए
जिस कमरे में या मंदिर में आपने ‘लड्डू गोपाल’ को रखा है उस कमरे का दरवाजा बंद नहीं करना चाहिए । जैसा कि पहले भी बताया गया है कि बाल गोपाल नन्‍हे शिशु की तरह हैं । आप ना तो उन्‍हें अकेले छोड़ सकते हो और ना ही उनको अकेले कमरे में बंद करके जा सकते हो । घर पर किसी ना किसी का हमेशा रहना एक जरूरी नियम है ।

घर बंद करके जाना पड़े तो ये करें
अगर आपको घर से बाहर जाना ही पड़ रहा है और घर में कोई दूसरा मौजूद नहीं है तो घर के ताले की दो चाबी रखें । एक चाबी ‘लड्डू गोपाल’ को देकर जाएं और उन्‍हें बताकर जाएं कि आप कुछ समय के लिए घर पर नहीं हैं । बाल गोपाल घर की भी रक्षा करेंगे और आपकी भी । सुनने में अजीब लगे लेकिन इस नियम का पालन जो करता है प्रभु की कृपा का पात्र बनता है ।

तामसिक चीजों का त्‍याग करें
‘लड्डू गोपाल’ उसी घर में विराजते हैं जहां तामसिक वस्‍तुएं ना इस्‍तेमाल की जाती हों । शराब, नशा, मांस, प्‍याज, लहसुन जैसी चीजें ऐसे घर में प्रतिबंधित होती हैं । घर का कोई भी सदस्‍य इस नियम का उल्‍लंघन नहीं कर सकता । व्‍यक्ति को तामसिक चीजों का त्‍याग करना पड़ता है । वैष्‍णव धर्म का पालन करने से भगवान श्री विष्‍णु अपने भक्‍तों को कोई कष्‍ट नहीं देते ।

नियम से करें पूजा-अर्चना
सुबह स्‍नान के साथ ही ‘लड्डू गोपाल’ की दिनचर्या शुरू होती है तो वहीं रात को उसी प्रकार शयन भी जरूरी है । रात्रि के समय, आरती और

पूजन-अर्चन कर मंदिर का पर्दा लगाकर बाल गोपाल को सुला दें । आप चाहें तो उनके लिए भजन या कोई लोरी गा सकती हैं । बाल गोपाल की आराधना करने वाले घर में कभी संतान से जुड़ी समस्‍याएं नहीं आतीं ।