वास्तुशास्त्र के मुताबिक जानिए, ऐसे रखना चाहिए घर का फर्नीचर

आज हम आपको वास्तुशास्त्र के मुताबिक बता रहे हैं कि आखिर घर का फर्नीचर कैसे रखना चाहिए, जिससे आपके घर में तरक्की आ सके। जानिए ये खास बातें

New Delhi, Dec 04: आज हम आपको वास्तुशास्त्र की कुछ खास बातों के बारे में बता रहे हैं। क्या आप जानते है कि घर में फर्नीचर कैसा होना चाहिए और किस तरफ होना चाहिए ? फर्नीचर को किस तरह से लगाएं कि घर में तरक्की आ जाए ? अगर आप इन बातों को नहीं जानते तो आज जान लीजिए। हम आपको वास्तु के हिसाब से बता रहे हैं कि घर में किस तरह का फर्नीचर होना चाहिए।

वास्तु के नियम मानिए
इसके साथ ही खास बात ये भी है कि घर में सुख-समृद्धि बनाए रखने के लिए वास्तु के नियमों का पालन करना चाहिए।  इसके कारण हम घर में हर चीज हिसाब से रखते हैं। इन्हीं में से फर्नीचर पर हम विशेष ध्यान देते हैं। वास्तु शास्त्र कहता है कि घर में जो भी फर्नीचर आता है वो आपके लिए सुख-दुख लेकर आता है। इस वजह से फर्नीचर का चुनाव सोच समझ कर करें।

सही फर्नीचर का चुनाव
कहा जाता है कि सही फर्नीचर का चुनाव करने से घर में शांति बनी रहती है। खुद तमाम वास्तुशास्त्री इस बात की पुष्टि भी कर चुके हैं। वास्तु शास्त्र के मुताबिक ड्राइंगरूम में सोफा सेट दक्षिण-पश्चिम दिशा यानि कि नैऋत्य कोण में रखना चाहिए। ये आपके घर के लिए बेहद शुभकारी रहता है। इसके अलावा इसकी एक और खास बात कही जाती है।

दक्षिण-पश्चिम दिशा सबसे सही
दक्षिण-पश्चिम दिशा में सोफा रखने पर दांपत्य जीवन में खुशहाली बनी रहेगी। इस दिशा में सोफा-सेट रखने से जीवन में हमेशा सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है। हालांकि यहां पर आपको परेशान नहीं होना चाहिए। कुछ घर ऐसे होते हैं कि जिनकी दशा और दिशा इस तरह से नहीं होती है कि दक्षिण-पश्चिम दिशा में ही सोफा सेट रखा जाए। ऐसे घरों के लिए के रास्ता है।

पूर्व या फिर उत्तर दिशा
अगर आपके घर की दशा-दिशा इस तरह की है कि आप दक्षिण-पश्चिम दिशा में सोफा सेट नहीं रख सकते तो आप उत्तर दिशा में सोफा सेट रख सकते हैं। इसके साथ ही आप पूर्वी दिशा में भी सोफा सेट रख सकते हैं। लेकिन अगर आप इन दिशाओं में सोफा सेट रख रहे हैं, तो आपको एक और जरूरी बात पर धघ्यान देना होगा। कहीं चूक ना हो जाए।

इस बात का ध्यान रखें
अगर आप घर की उत्तर दिशा या फिर पूर्व दिशा में सोफा सेट रख रहे हैं तो इस बात का ध्यान रखें कि सोफा सेट और दीवार के बीच की दूरी कम से कम 8 इंच हो। इससे घर में प़जिटिव एनर्जी का संचार होता है। इसके साथ ही कहा जाता है कि ऐसा काम करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा हमेशा बनी रहती है। बिगड़े काम बनने लगते हैं और परिवारवालों की तरक्की होती है।

किस लकड़ी का प्रयोग करें
वास्तु शास्त्र के अनुसार फर्नीचर खरीदते समय ध्यान रखें कि आप किस लकड़ी से बना सामान खरीदकर ले जा रहे हैं। इस बात का ध्यान रखें कि हमेशा चंदन, सागवान, साल, नीम, शीशम, अशोका का ही बना सामान अपने घर पर खरीद कर लेकर जाएं। कहा जाता है कि ये लकड़ियां घर के लिए भी शुभ होती हैं. खास बात ये है कि ऐसा करने से नौकरी की तमाम बाधआएं दूर होती हैं।

कुछ और भी खास बात
वास्तुशास्त्र के अनुसार आपके बेड के हेडबोर्ड की दिशा दक्षिण या फिर पश्चिम में होनी चाहिए। अगर वह ईशकोण में है तो उसके सामने वाली दिवार को काफी सजाएं। इससे उस बेड पर सोने वाले व्यक्ति की सेहत हमेशा सही रहती है। अगर आप फर्नीचर खरीदने वाले हैं या फिर बदलाव करने वाले हैं तो उसे शुभ दिन ही खरीदना चाहिए। अमावस्या किसी भी दिन आए, उस दिन फर्नीचर भूलकर भी न खरीदें।