चाणक्‍य नीति: 5 बातें गांठ बांध लो, जीवन में कभी पीछे मुड़कर नहीं देखना पड़ेगा

चाणक्‍य ने जीवन के कई सूत्र दिए हैं उनमें से कुछ बातें आज हम आपके लिए लेकर आए हैं । इन्‍हें समझिए और जिंदगी की मुश्किलों का समाधान खुद ही पा लीजिए ।

New Delhi, jan 25 : चाणक्य की बताई गयी बातें आज भी उतनी ही प्रासंगिक है जितनी उनके समय में थी ।  वे चाणक्य ही थे जिन्होंने अपनी कूटनीति के द्वारा साधारण चन्द्रगुप्त को मगध का राजा बना दिया था । चाणक्य ने “चाणक्य नीति”नामक किताब लिखी, जिसमें  ऐसी बातें बताई गयी हैं जो हमारे जीवन को एक सार्थक मोड़ दे सकती है । वो बातें जिनका जीवन में यदि पालन कर लिया जाए तो आपको कभी भी किसी भी काम से पीछे हटने की जरूरत नहीं होगी । आप जीवन पथ पर आगे ही बढ़ते चले जाएंगे ।

लक्ष्‍य निर्धारित करें
जिस व्‍याक्ति के जीवन में कोई लक्ष्‍य नहीं होता वो किस दिशा में आगे बढ़ेगा ये कैसे जान पाएगा । लक्ष्‍य ही एकमात्र वो चीज है जो व्‍यक्ति को  सफलता के शिखर तक पहुंचा सकता है । इसलिए जीवन में लक्षय निर्धारित करें । जीवन में क्‍या करना है, क्‍या पाना है इस पर विचार करें और फिर उसे पाने के लिए लग जाएं । जीवन में कुछ भी ऐसा नहीं जो मनुष्‍य नहीं कर सकता, इसलिए लक्ष्‍य निर्धारित करें और वहां तक पहुंचने के लिए जी जान लगा दें ।
खुश रहना है तो मोह से दूर रहें
चाणक्य कहते है ” जो अपने रिश्तो के साथ अत्यधिक जुड़ा हुआ होता है, उसे भय और चिंता का सामना करना पड़ता है । सभी दुखों कि जड़ लगाव है ” । यानी आप जितना मोह और माया में फंसेंगे सांसारिक कष्‍ट उतने ही अधिक होंगे । किसी भी वस्‍तु, व्‍यक्ति और स्‍थान से लगाव मत रखो, सुखी रहोगे ।

वर्तमान में जीवन बिताओ
चाणक्य कहते हैं ” हमें भूत के बारे में कभी भी पछतावा नहीं करना चाहिए, न ही भविष्य की चिंता होनी चाहिए। विवेकवान व्यक्ति हमेशा वर्तमान में जीते हैं ।” आज क्‍या हो रहा है इसके बारे में सोचना ज्‍यादा जरूरी है बजाय ये सोचने कि कल क्‍या हुआ था या कल क्‍या होगा । जो है वो आज है अभी है, ये पल जी लिया तो बस समझिए जीवन सफल हो गया ।

जो बात न सुने उस पर विश्वास न करें
चाणक्‍य कहते हैं – ऐसे शख्‍स पर विश्‍वास ना करो जो आपके साथ तो बैठते हैं लेकिन आपकी बातें नहीं सुनते । आपसे किसी और के बारे में गलत बातें कहते हैं । आपके साथ किसी दूसरे के खिलाफ साजिश रचने की बात करते हैं । ऐसे लोग आपके साथ भी धोख कर सकते हैं । इन लोगों पर विश्‍वास ना करें, ना ही अपनी निजी बातें इनसे शेयर करें । क्‍योंकि ये आपके साथ भी ऐसा ही बर्ताव करेंगे जैसा ये आपके सामने दूसरों से करते हैं ।

मूर्ख लोगों से कभी विवाद न करें
चाणक्य कहते हैं कि हमें कभी भी मूर्ख लोगों के साथ विवाद नहीं करना चाहिए । मूर्ख लोगों के पास बिलकुल भी समझदारी नहीं होती । आप उनसे विवाद करेंगे तो नुकसान आपका ही होगा । ऐसे लोगों के साथ बहस करने से खुद को ही पछतावा होता है । इसलिए बहस में पड़ने की बजाय चुप रहें, इसी में खुद की भलाई समझें । आपने बोल-विचारों पर नियंत्रण रखें ।