राशि अनुसार पहने ये शुभ धातु, 2018 में संवर जाएंगी आपकी किस्मत

ज्‍योतिष शास्‍त्र के अनुसार आज जानिए उन शुभ धातुओं के बारे में जिनका इस्‍तेमाल आपकी सारी परेशानियों को दूर कर सकता है । ये ग्रहों के नकारात्‍मक प्रभाव को कम करता है और आपको पॉजिटिव एनर्जी से भर देता है ।

New Delhi, Jan 02 : राशि अनुसार ज्‍योतिष शास्‍त्र में कई ऐसे उपाय बताए गए हें जिनका प्रयोग कर आप अपनी समस्‍याओं का समाधान कर सकते हैं । ये उपाय कई बार रत्‍नों से जुड़े होते हैं तो कई बार कुछ विशेष धातुओं के प्रयोग की सलाह दी जाती है । आपके जन्‍म तिथि के अनुसार आपकी राशि को कोई एक शुभ धातु बहुत ज्‍यादा सूट करती है, या कह सकते हैं इसका प्रभाव बेहद शुभ होता है । आज जानिए कुछ ऐसी ही धातुओं के बारे में जो आपकी राशिनुसार आपके लिए शुभ है ।

सोना
कनक, सोना, स्‍वर्ण, शायद ही कोई नारी हो जो सोने से आकषिर्त ना होती हो । ये दुनिया की सबसे ऊर्जावान धातुओं में से एक है । इसका संबंध सबसे शक्तिशाली ग्रह बृहस्‍पति से होता है । ये धातु आपके मन-मस्तिष्‍क से लेकर आपके पाचन तंत्र, क्रोध और संयम जैसे भावनाओं पर असर डालता है । इस धातु का प्रयोग करना मेष, कर्क, सिंह, धनु और मीन राशियों के लिए शुभ माना गया है । वहीं कन्या, मकर और कुंभ राशि के लिए ये शुभ धातु नहीं मानी जाती ।

चांदी
सोने के बाद नंबर आता है चांदी का । चांदी का प्रयोग आयुर्वेद में दवाई बनाने के काम भी आता है ये अमृत समान मानी गई है । चांद का सीधा संबंध चंद्रमा से होता है । ये शरीर में कफ और जल तत्‍व को संतुलित करती है । ये व्‍यक्ति के मन पर भी असर डालती है । वृष, वृष, कर्क, तुला, वृश्चिक और मीन राशि के लिए ये शुभ धातु मानी जाती है ।  मेष, सिंह, धनु और मकर राशि के जातकों को इससे दूर ही रहना चाहिए ।

पीतल
अग्नि तत्व की धातु कही जाने वाली पीतल में कुछ अंश जल तत्व के भी पाए जाते हैं । ये धातु बृहस्पति और चंद्रमा से संबंधित मानी जाती है । इसे धारण करना शुभ माना गया है । ये व्‍यक्ति को त्वचा और आँखों की परेशानियों से बचाती है । ज्‍योतिष के अनुसार मेष, कर्क, सिंह, धनु और मीन राशि के लिए ये शुभ धातु मानी जाती है । अन्‍य राशियों पर इसके परिणाम शुभ नहीं देखे जाते ।

तांबा
जल और अग्नि के गुणों से मिलजुल कर बनी ये ये धातु । इसे औषधीय धातु भी कहा जाता है, इसका प्रयोग पूजा में भी होता है । इस धातु का संबंध सूर्य और मंगल से होता है । इसका प्रयोग त्‍वचा , रक्त प्रवाह और पाचन तंत्र के लिए लाभदायी होता है । तांबे के पात्र में रखा जल अमृत समान होता है । मेष, सिंह और वृश्चिक राशि के जातकों के लिए ये शुभ धातु मानी जाती है । जबकि मिथुन, कन्या और तुला राशि के जातकों को इस धातु के प्रयोग से बचना चाहिए ।

कांसा
कांसा एक मिश्रित धातु है, ये भी औषधीय गुणों से भरपूर मानी जाती है । ये बुध की धातु कही गई है । इसका प्रयोग व्‍यक्ति की त्वचा, वाणी और सौंदर्य पर असर डालता है । मिथुन और कन्या राशि के लिए ये शुभ धातु मानी गई है । मेष, कर्क, सिंह, वृश्चिक, धनु और मीन राशि के लिए ये धातु सही नहीं मानी गई है, बाकी राशियों के लिए कांसा शुभ फल देने वाला माना गया है ।

जस्ता
ये धातु अपने गुणों के लिए जानी जाती है, इस धातु को चंद्रमा का और कुछ शनि का एक अंश माना गया है। ये धातु मुख्य रूप से राहु-केतु की धातु है । जस्‍ते संबंध मन, संचार और अचानक उतर-चढ़ाव से होता है । ऐसे लोग जो राहु और केतु की समस्‍याआरें से जुझ रहे हों उन्‍हें ये धातु पहनने की सलाह दी जाती है । कुंडली में राहु-केतु के दोष हों तो इस धातु का प्रयोग करने की सलाह दी जाती है ।

लोहा
शनि देव की धातु मानी जाती है ये धातु । लोहा शरीर में रक्त प्रवाह, हड्डियों की समस्‍या, बालों और कोशिकाओं पर असर डालता है । छोटे बच्‍चों को लोहा पहनाया जाता है क्‍योंकि ये उनकी सेहत के पर अनुकूल असर डालता है । ये धातु कुछ राशियों के लिए शुभ लेकिन कुछ के लिए अशुभ मानी जाती है । विशेष तौर पर इस धातु की वस्‍तु शनिवार को बिलकुल नहीं लेनी चाहिए । मकर और कुंभ राशि के लिए ये शुभ धातु मानी गई है ।

स्टील
इस धातु के गुण लोहे से मिलते-जुलते हैं, ये धातु राहु-केतु की धातु मानी गई है । इस धातु का संबंध दुर्घटनाओं से हाता है ये संचार और शक्ति की सूचक हैं । ऐसे लोग जिन लोगों की कुंडली में चोट, दुर्घटनाओं के योग हों वो इस धातु का प्रयोग करें । ये उन लोगों के लिए भी शुभ है जिनके जीवन में बहुत अधिक उतार-चढ़ाव रहते हों । ये  सभी के लिए शुभ धातु मानी गइ र्है, इसके प्रतिकूल असर कम ही देखे गए हैं ।