ग्रह दोष हो जाएंगे दूर, बिना नहाएं ये 4 उपाय जरूर आजमाएं

सुबह उठते ही एक मंत्र का जाप आपको सभी देवी देवताओं की कृपा, आशीर्वाद दिलाएगा । इस मंत्र का जाप करने से आपकी सुबह ऊर्जावान होगी

New Delhi, Jul 01 : कुंडली में ग्रह दोष दूर करने के कई उपाय बताए जाते हैं  विशेष तौर पर तब जब व्‍यक्ति की कुंडली में नौ ग्रहों से संबंधित कोई दोष हो, काम में मन ना लग रहा हो, अथक परिश्रम के बाद भी मेहनत का फल ना मिल रहा हो या फिर घर परिवार में बेवजह की शांति, कलेश रहता हो । कुंडली के ऐसे ही दोष और आपके जीवन से दुभाग्‍य के अंधकार को दूर करने के लिए कुछ कार्य करने की सलाह आपको दी जाती है । ऐसे शुभ कार्य नहा धोकर करना चाहिए, लेकिन आज हम आपाक ेजो कार्य बता रहे हैं वो सुबह उठते ही आपको करने हैं, वो भी बिना नहाए हुए ।

ब्रह्म मुहूर्त में छोड़ दें बिस्‍तर
बिना नहाए  काम जो आपको करना है और जिसे शास्‍त्रों में सबसे अधिक शुभ बताया गया है वो सूर्योदय से ठीक पहले बिस्‍तर छोड़ देना है । जिस व्‍यक्ति ने सूर्योदय से पहले बिस्‍तर त्‍यागना सीख लिया उसका जीवन में कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता है । प्रात:काल का ये समय सबसे शुद्ध होता है, इस समय में ज्ञान की वृद्धि होती है और सौभाग्‍य की प्राप्ति होती है ।

भूमि प्रणाम
सुबह उठने के बाद जमीन पर पैर रखने से पहले भूमि प्रणाम करें । भले आप 21वें माले की इमारत में रहते हों लेकिन भूमि को छूकर उसका आशीर्वाद जरूर लें । व्‍यक्ति का अपनी मिट्टी से जुड़े रहना आवश्‍यक है, हमें ये पता होना चाहिए कि हमें इस धरती पर अपना समय समाप्‍त कर वापस इसी मिट्टी में मिल जाना है । सुबह उठते ही जमीन को छूकर उसका आशीर्वाद लें, और दिन के मंगल होने की कामना करें ।

एक मंत्र का जाप
आप स्‍त्री हैं या पुरुष ये कार्य आप दोनों को ही लाभ देगा । सुबह उठते ही एक मंत्र का जाप आपको सभी देवी देवताओं की कृपा, आशीर्वाद दिलाएगा । इस मंत्र का जाप करने से आपकी सुबह ऊर्जावान होगी और आप निश्चिंत होकर जीवनपथ पर आगे बढ़ने की ओर काम कर पाएंगे । ये मंत्र इस प्रकार है –
ब्रह्मा मुरारिस्त्रिपुरान्तकारी भानुः शशी भूमिसुतो बुधश्च।
गुरुश्च शुक्रः शनि राहुकेतवः कुर्वन्तु सर्वे ममसुप्रभातम्॥

दोनों हथेलियों को देखें
शास्‍त्रों में कहा गया है कि हमारे हाथों के अग्रभाग में देवी लक्ष्मी, मध्य में सरस्वती और हाथ के मूलभाग में भगवान विष्णु का वास है । सुबह-सवेरे जागते ही एक काम जो आपको इन सभी देवी-देवताओं का आशीर्वाद प्राप्‍त कराता है वो आगे बताया जा रहा है । सुबह उठते ही अपनी दोनों हथेलियों को देखें और इस मंत्र का जाप करें –
कराग्रे वसते लक्ष्मीः करमध्ये सरस्वती।
करमूले तू गोविंद: प्रभाते करदर्शनम्॥

मंत्र जाप के बाद करें ये काम
इस मंत्र को बोलने के बाद अपने दोनों हाथों की हथेलियों को आपस में रगड़े और हथेली को चेहरे पर लगाएं । इस मंत्र को कहने से आपको देवी लक्ष्‍मी, मां सरस्‍वती और भगवान विष्‍णु की कृपा प्राप्‍त होती है । पूरा दिन ऊर्जावान रहता है, आप किसी भी काम को सकारातमक तरीके से कर पाते हैं । साथ ही पूरा दिन आपके अंदर एक उत्‍साह बना रहता है । मन में किसी के लिए बैर भाव उत्‍पन्‍न नहीं होते ।