सरयू के तट पर बनेगी श्री राम की भव्य मूर्ति, बदल जाएगी अयोध्या की सूरत

ayodhya ram statue

अयोध्या में सरयू किनारे श्री राम की भव्य प्रतिमा बनाने का प्रस्ताव है। एनजीटी से मंजूरी मिलने के बाद 100 मीटर ऊंची प्रतिमा का निर्माण शुरू हो जाएगा।

New Delhi, Oct 11: अयोध्या और श्री राम का रिश्ता कौन नहीं जानता है, इसी पावन भूमि पर श्री राम ने अवतार लिया था। दशरथ के पुत्र के रूप में धरती पर पैदा हो कर मानवता और मर्यादा का पाठ पढ़ाया था उन्होंने, आज की तारीख में अयोध्या का जिक्र होने पर राजनीति शुरू हो जाती है। कुछ तो कारण है, अयोध्या जैसी पावन भूमि को लेकर राजनीति की शुरूआत कहां से और कैसे हुई इस पर चर्चा नहीं करेंगे। हम बात कर रहे हैं कि अयोध्या को किस तरह फिर से उसका पुराना गौरव लौटाया जा सकता है। प्रदेश की योगी सरकार दावा तो करती है कि वो राम मंदिर का निर्माण करवाएगी। लेकिन मंदिर के निर्माण में जितनी अड़चनें हैं वो दूर करने के बाद।

राम मंदिर के निर्माण से पहले योगी सरकार अयोध्या केे कायाकल्प के बारे में विचार कर रही है। नव्य अयोध्या प्लान के तहत योगी सरकार अयोध्या में श्री राम की एक भव्य प्रतिमा बनाने वाली है। श्री राम की ये प्रतिमा 100 मीटर ऊंची होगी। बताया जा रहा है कि सरकार जल्दी ही इस पर काम शुरू करने वाली है। श्री राम की ये प्रतिमा सरयू नदी के किनारे पर स्थापित की जाएगी। प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद से ही अयोध्या में पर्यटन को बढ़ावा देने की कोशिश की जा रही है। इसी कड़ी में इस योजना को शुरू किया जा रहा है।

उत्तर प्रदेश के पर्यटन विभाग ने सरयू के किनारे श्री राम की प्रतिमा बनाने का प्रेजेंटेशन राज्यपाल राम माईक को भी दिखाया है। बताया जा रहा है कि राज्यपाल राम नाईक को ये योजना काफी पसंद आई है। समस्या ये है कि नदी के किनारे कुछ भी निर्माण करवाने के लिए नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल से इजाजत लेनी पड़ेगी। एक बार एनजीटी से मंजूरी मिल गई तो उसके बाद प्रतिमा बनाने का काम शुरू कर दिया जाएगा। अब सवाल ये खड़ा हो रहा है कि क्या योगी सरकार राम मंदिर का मुद्दा भूल गई है। क्या केवल श्री राम की प्रतिमा बन जाने से लोग मंदिर का मुद्दा भूल जाएंगे।

प्रतिमा के अलावा सरकार की योजना एक राम कथा गैलरी भी बनवाने की है। दिगंबर अखाड़ा परिसर में एक ऑडिटोरियम का भी प्रस्ताव है। प्रदेश सरकार अयोध्या के कायाकल्प को लेकर पूरी तरह से गंभीर है। सरकार को उम्मीद है कि अयोध्या में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। एक बार श्री राम की प्रतिमा और ऑडिटोरियम के साथ साथ अन्य सुविधाएं मुहैया करा दी गईं तो पर्यटक अयोध्या जरूर आएंगे। प्रदेश के पर्यटन विभाग के प्रधान सचिव अवनीश अवस्थी ने बताया है कि इस प्रस्ताव की मंजूरी के लिए एनजीटी को चिट्ठी लिखी गई है। वहां से मंजूरी मिलने के बाद काम शुरू हो जाएगा।