9 साल बाद सावन में बन रहा है दुर्लभ संयोग, इस बार होंगे 4 सावन के सोमवार

28 जुलाई से शुरू हो रहे हैं सावन, इस बार ये पावन महीना कैसे दुर्लभ संयोग लेकर आ रहा है आगे पढ़ें । जानें इस महीने में आप कौन से उपाय कर सकते हैं ।

New Delhi, Jul 14 : सावन पर सोमवार के दिन महादेव की आराधना करने से शिव और शक्ति दोनों ही प्रसन्न होते हैं। दोनों की कृपा से दैविक, दैहिक और भौतिक कष्टों से मुक्ति मिल जाती है। निर्धन को धन की प्राप्ति होती है तो वहीं नि:संतान को संतान की प्राप्ति । कुंवारी कन्याएं व्रत रखकर मनचाहे वर की प्राप्ति करती हैं । भोलेनाथ की पूजा करने से आपका भाग्‍य पलट सकता है ।

शुभ संयोग
भगवान शिव की आराधना का पावन मास सावन इस साल शुभ संयोग के साथ शुरू हो रहा है । 28 जुलाई से शुरू होने वाले सावन 19 साल बाद दुर्लभ संयोग के साथ आ रहे हैं । इस बार सावन का महीना 28 या 29 दिनों का नहीं, बल्कि पूरे 30 दिनों तक होगा । अधिकमास के कारण सावन के दिन बढ़ गए हैं । सावन का महीना बहुत ही पावन माना गया है ।

दुख होंगे दूर, समस्‍याएं होंगी समाप्‍त
नियम से शिव पूजा करने वाले भक्‍त को समस्‍त रोगों से मुक्ति मिलती है, साथ ही शरीर में सकारात्‍मक ऊर्जा की प्राप्ति भी होती है । मनचाहा वरदान आप भोले बाबा से प्राप्‍त कर सकते हैं । शिवजी की आराधना आपको अकाल मृत्‍यु के भय से मुक्‍त करती है । किसी नए काम को करने से पहले शिवजी की पूजा उसे पूरा करने में मदद करती है । नौकरी में आ रही बाधाएं दूर होती है । इस सावन में आप मन से भोले की आराधना करें और निश्चिंत हो जाएं ।

26 अगस्‍त को समाप्ति
28 जुलाई से आरम्भ होने जा रहा है जो 26 अगस्त रक्षाबंधन के दिन समाप्त होगा। इस बार सावन माह में चार सोमवार के व्रत पड़ेंगे, जिनकी तिथियां ये है- सावन का पहला सोमवार 30 जुलाई को होगा। सोमवार 6 अगस्त 2018 को सावन का दूसरा सोमवार पड़ेगा। 11 अगस्त 2018: हरियाली अमावस्या 13 अगस्त 2018 को श्रावण का तीसरा सोमवार हरियाली तीज और होगा। सावन का आखिरी सोमवार 20 अगस्त के दिन पड़ेगा। 15 अगस्‍त को नागपंचमी का पर्व होगा।

सोमवार का रखें व्रत
शिवजी शंभु के प्रिय महीने सावन में आप व्रत का संकल्‍प करना चाहते हैं तो पूरे 4 व्रत करें । व्रत के दिन सुबह सवेरे ही स्‍नान आदि कर साफ सुथरे वस्‍त्र पहनकर पूजन सामग्री के साथ मंदिर जाएं । शिवलिंग का जल से अभिषेक करें, बेल पत्र चढ़ाएं । बेर के फल से शिव जी का भोग लगाएं । भोलेनाथ की आरती और मंत्रों को जाप करें । ऊं नम: शिवाय का 101 बार जाप करें । भोलेनाथ से मन की मुराद मांगे ।

इन चीजों का ना करें इस्‍तेमाल
जो चीजें आपको भोलेनाथ की पूजा में बिलकुल इस्‍तेमाल नहीं करनी वो हैं कुमकुम, हल्‍दी, नारियल का पानी, शंख, तुलसी का पत्‍ता, तिल और टूटे हुए चावल । इन सभी का संबंध लक्ष्‍मी जी से माना जाता है इसलिए शिव पूजन में ये चीजें निषेध हैं इनका भूलकर भी इस्‍तेमाल ना करें । भोलेनाथ को सावन के महीने में रुष्‍ट करने की गलती ना करें ।

मांस से दूर रहें
सावन के महीने में मांस का सेवन नहीं करना चाहिए । धार्मिक दृष्टि से देखें तो ये पवित्र महीना माना जाता है, भोलेनाथ की पूजा के लिए सबसे उत्‍तम महीना । वहीं वैज्ञानिक दृष्टिकोण से ये महीना प्रजनन का महीना है । इस दौरान जानवर प्रजनन करते हैं, ऐसे में जानवरों का मां खाना सेहत के लिए अच्‍छा नहीं माना जाता । इसके अलावा बरसाती मौसम होने के कारण मांसाहारी भोजन के विषक्‍त होने का खतरा भी बना रहता है ।