14 जनवरी तक है खरमास, जानें इस महीने में कौन से 5 काम बिलकुल नहीं करने चाहिए

16 दिसंबर से खरमास प्रारंभ हो गया है, ये 14 जनवरी तक चलेगा । शास्‍त्रों के अनुसार इस महीने में कुछ कामों को बिलकुल नहीं करना चाहिए, इस महीने में क्‍या करें क्‍या नहीं आगे पढ़ें । , इस महीने में क्‍या करें क्‍या नहीं आगे पढ़ें ।  

New Delhi, Dec 20 : खरमास यानी मलमास, उत्‍तर भारत के कई क्षेत्रों में मलमास नाम अधिक प्रचलित है । हिंदू धर्म मान्‍यताओं के अनुसार इस महीने में कोई शुभ कार्य नहीं होता । शादी जैसे संस्‍कार बिलकुल नहीं किए जाते । इस मास में कोई शुभ कार्य की खरीदारी नहीं होती । शास्‍त्रों के अनुसार साल में दो बार आने वाले ये महीने मलिन होते हैं । इस दौरान काई शुभ कर्य नहीं किया जाना चाहिए । लेकिन ये महीना विष्‍णु भक्ति कर उनकी कृपा प्राप्‍त करने का अच्‍छा अवसर देता है । आगे जानिए इस मास में क्‍या करना चर्जित माना गया है और किन बातों का ध्‍यान रखकर श्री विष्‍णु को प्रसन्‍न किया जा सकता है ।

क्‍या है खरमास, क्‍यों होता है ?
ज्योतिष के अनुसार सूर्य इस समय वृश्चिक राशि से निकलकर धनु राशि में प्रवेश करते हैं । सूर्य के एक राशि से दूसरी राशि में इसी परिवर्तन को संक्रान्ति कहते हैं । जब दो पक्षों में संक्रान्ति नहीं होती, तब अधिक मास होता है इसे ही मलमास या फिर मलमास कहा जाता है । मलमास लगते ही पूरे एक महीने के लिए सभी शुभ कार्य रोक दिए जाते हैं ।

साल में दो बार आता है खरमास
13 अप्रैल से पहले और 14 जनवरी से पहले का पूरा एक महीना मलमास कहा जाता है । इस समय में सूर्य बृहस्पति की राशि धनु या फिर मीन में होते हैं । इन दोनों राशियों को सूर्य की मलीन राशि माना जाता है । मलमास 15-16 दिसंबर से 14-15 जनवरी तक और 14 मार्च से 13 अप्रैल तक रहता है । पहली बार में सूर्य धनु राशि में रहते हैं वहीं दूसरी बार में सूर्य मीन राशि में रहते हैं।

खरमास में ये 5 काम बिलकुल ना करें
ये महीना शुभ कार्यो के लिए उपयुक्‍त नहीं होता । इस महीने में शुभ कार्य करने की मनाही होती है । हिंदू धर्म में सोलह संस्‍कारों का वर्णन है, इनमें से कोई भी संस्‍कार खरमास में नहीं करने चाहिए । इसके अतिरिक्‍त घर बनाना, भूमि और प्रापर्टी में निवेश, नई गाड़ी, नया कारोबार शुरू करना , ये सब भी मलमास में बिलकुल नहीं करना चाहिए । मलमास में नए कपड़े नहीं खरीदने चाहिए और ना ही पहनने चाहिए ।

मलमास में क्‍या करें
मलमास शुभ कार्यों के लिए शुभ नहीं माना जाता लेकिन इस महीने में व्‍यक्ति जितने श्रद्धा भाव से भगवान विष्‍णु की आराधना करता है उसे इसका उतना ही पुण्‍य फल प्राप्‍त होता है । इस मास में पूजा-पाठ का विशेष महत्‍व है । मलमास में व्रत करने वालों को सादा जीवन, सात्विक आहार का पालन करना चाहिए । इस महीने में आप भगवान से अपने पाप कर्मों के लिए क्षमा भी मां सकते हैं ।

पूजा के दौरान करें इस मंत्र का जाप
इस मास में धार्मिक ग्रंथों का पठन शुभ माना जाता है । इयइस मास में पूजा के साथ एक पवशेष मंत्र का जाप करना बहुत शुभ माना गया है । मंत्र इस प्रकार है –
गोवर्धनधरवन्देगोपालंगोपरूपिणम्।
गोकुलोत्सवमीशानं गोविन्दं गोपिकाप्रियम्।।
इस मं9 का जाप करते हुए पीले वस्‍त्र पहनें । पूजा के बाद हवन करें और सामर्थ्‍यानुसार दान दें ।

खरमास के समय करें ये उपाय
शास्‍त्र कहते हैं मलमास के दौरान तुलसी पूजा फायदा देती हैं । इस समय में तुलसी जी की पूजा करने से खास लाभ मिलता है । तुलसी के सामने घी का दीपक जलाना शुभ होता है आप मलमास में प्रतिदिन ऐसा कर मां लक्ष्‍मी की विशेष कृपा प्राप्‍त कर सकते हैं । इस समय में पीपल के पेड़ के नीचे भी दीपक जलाएं, इसका भी विशेष महत्‍व बताया गया है ।

एकादशी पर करें ये विशेष उपाय
खरमास में आने वाली मोक्षदा एकादशी के दिन सुबह स्नान के बाद साफ कपड़े धारण करें । इसके बाद भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना करें ।श्री विष्‍णु को एकादशी का व्रत प्रिय है । भगवान विष्‍णु का नाम तुलसी की माला पर 108 बार जपें । भगवान विष्णु को पीले कपड़े , फल-फूल का भोग लगाएं । श्री विष्‍णु के ऐसे स्‍वरू की पूजा करें जिसमें मां लक्ष्‍मी उनके साथ विद्यमान हों ।

दान-पुण्‍य करें
एकादशी का व्रत कर आप श्री हरि विष्णु को खीर का भोग लगाएं । भगवान जल्‍दी प्रसन्‍न होंगे । खीर भगवान विष्‍णु का प्रिय भोग है । इस पूरे महीने में आप जितना चाहे उतना दान-पुण्‍य करें । मलमास  में दान का बहुत विशेष महत्व होता है। इस दौरान पीली चीजों का दान करें । खरमास में वस्त्रों का दान सर्वोत्‍तम माना गया है । मलमास में शंख की पूजा करने से विष्‍णु भगवान के साथ मां लक्ष्मी भी खुश हो जाती हैं ।