जानिए मोती धारण करने के क्‍या लाभ हैं, इन्‍हें किन परिस्थितियों में पहनना चाहिए ?

मोती आसानी से उपलब्‍ध रत्‍न है लेकिन इसे धारण करना इतना भी सहज नहीं । मोती धारण करने से पहले जान लें कहीं ये आपके लिए नुकसान का कारण तो नहीं ।

New Delhi, Aug 18 : पुखराज, नीलम, पन्‍ना, रूबी और सफेद मोती । ये सभी रत्‍न मनुष्‍य को पहनने की सलाह तब दी जाती है, जब उनके भाग्‍य से जुड़ी कुछ मुश्किलें उन्‍हें सता रही हों, या फिर जीवन में कुछ अच्‍छा करने की कोशिश करनी हो । ग्रह नक्षत्रों को प्रभावित करने वाले इन रत्‍नों में आपकी आस्‍था हो तो सुनी सुनाई बातों या फिर किसी के कहने पर इन्‍हें धारण ना करें । आपको रत्‍न विशेषज्ञ से मिलकर ही इन्‍हें धारण करना चाहिए । आइए जानते हैं सफेद मोती के बारे में कुछ अहम जानकारियां …

चंद्रमा का रत्‍न है मोती
मोती, सफेद रंग का ही होता है, इस रत्‍न को चंद्रमा का कारक माना जाता है । अगर आपकी कुंडली में चंद्रमा कमजोर है, आप बेहद गुस्‍सैल स्‍वभाव के हैं तो आपको इसे पहनने की सलाह दी जाती है । कुल 8 प्रकार के मोती बाजार में मिलते हैं, कौन सा आपके लिए बेहतर ये आपको कोई रत्‍न विशेषज्ञ ही बता सकता है । लेकिन इन मोतियों को पहनने के फायदे अलग – अलग हैं ।

मोती पहनने के लाभ
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक जन्‍म कुंडली में चंद्र दोष से मुक्ति के लिए भी सफेद मोती को धारण किया जाता है, ताकि आप पर इसका दुष्‍प्रभाव ना हो । ज्‍योतिष में मोती के जो 8 प्रकार बताए गए हैं वो इस प्रकार हैं – शुक्ति मोती, सर्प मोती, बांस मोती, अभ्र मोती, गज मोती, शंख मोती, शूकर मोती और मीन मोती । ये सभी मोती अलग-अलग विषय हेतु पहनाए जाते हैं । व्‍यक्ति के लग्‍नानुसार इन्‍हें धारण किया जाता है । जब भी आप मोती लेने जाएं तो उसकी पहचान करना भी बेहद आवश्‍यक है ।

मोती के साथ रखें ये सावधानी
ध्‍यान रहे शुद्ध सफेद मोती टूटा हुआ नहीं होता और एकदम चमकदार होता है । उसे हल्‍का घिसकर देखें । कोई नकली परत ना लगी हो । मोती धारण करते हुए सावधानी रखनी बेहद जरूरी है । अगर आपने इसे स्‍वयं पहन लिया है और ये आपके लिए नहीं बना तो ऐसा माना जाता है कि ये आपसे खुद ही गुम हो जाएगा । समझिए ये आपको सूट ही नहीं कर रही है । इसे दोबारा धारण करने की चेष्‍टा ना करें ।

इस प्रकार धारण करें
इसके अलावा सफेद मोती की अंगूठी को सोमवार के दिन धारण करना शुभ माना गया है । लेकिन इसे पहनने से पहले गंगाजल, दूध, शहद और चीनी के मिश्रण में पूरी रात जरूर रखें और फिर सबसे छोटी उंगली में पहनें । ऐसा माना जाता हैं कि ये मोती की अंगूठी आपको 4 दिन में असर दिखाना शुरू कर देती हैं । इसका लाभ आपको हर क्षेत्र में देखने को मिलेगा ।

मोती पहनने से नुकसान
वृषभ ,मिथुन ,कन्या,मकर और कुम्भ लग्न के जातकों के लिए मोती धारण करना खतरनाक माना गया है । मोती पहनने में सावधानी की आवश्यकता इसलिए होती है क्योंकि यह व्‍यक्ति की मानसिक दशा को प्रभावित कर सकता है । यह नुकसान दे तो गंभीर रूप से अवसाद और तनाव की समस्या दे सकता है । घबराहट, बेचैनी और चिड़चिड़ापन बढ़ा सकता है । मोती के कारण हार्मोन का संतुलन भी ।