रविवार को किया गया ये उपाय आपकी तिजोरी को कर देगा ‘अक्षय’, आजमा कर देखिए

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हर दिन का अपना महत्व है, रविवार को अगर आप जो उपाय हम बताने जा रहे हैं वो करेंगे तो आपको अक्षय गुणा फल मिलेगा. कभी कोई परेशानी नहीं होगी।

New Delhi, Mar 04: हफ्ते में सात दिन होते हैं, हर दिन का अपना महत्व होता है। हमें शुरू से ही बतया गया है कि किस दिन का क्या महत्व है, हर दिन के व्रत और पूजा के बारे में भी बतया गया है, खास बात ये है कि हमारे शास्त्रों में भी हर दिन की महिमा के बारे में लिखा गया है, आज हम आपको रविवार के दिन के बारे में बताएंगे, इस दिन की महिमा और इस दिन किए जाने वेले उपायों के बारे में जानकर आप भी हैरान हो जाएंगे, खास बात ये संडे को अगर आप ये उपाय आजमाएंगे और लगातार करते रहेंगे तो आपकी तिजोरी कभी खाली नहीं होगी,

अक्षय गुणा फल देता है ये उपाय
संडे के दिन जिस उपाय के बारे में हम बात करने वाले हैं उसका फल बहुत लाभकारी होता है, इसे आप ऐसे समझ सकते हैं कि ये अक्षय गुणा फल देता है. यनि इस उपाय के बाद आपको जो लाभ होगा वो कई गुणा तक बढ़ जाएगा। तो अब आप समझ गए होंगे कि रविवार को ये उपाय कितना जरूरी है,

सूर्य देवता का दिन है रविवार
जिस तरह से हर दिन किसी ना किसी देवता का होता है, उसी तरह से संडे को सूर्य भगवान का दिन माना जता है। उनकी पूजा की जाती है। जीवन में सुख-समृद्धि, धन-संपत्ति और शत्रुओं से सुरक्षा के लिए संडे का व्रत उत्तम माना जाता है लेकिन आप में व्रत रखने की क्षमता न हो तो संडे को यह छोटा सा उपाय जरूर करें।

सूर्य देवता होंगे प्रसन्न
आप भी देखते होंगे कि आपके घर में मां या पत्नी हर दिन सूर्य को जल अर्पित करती हैं। सूर्यदेव को जल अर्पित करने से सभी इच्छाएं पूर्ण होती हैं अगर हर रोज ऐसा न कर पाएं तो संडे को कुछ नियमों का पालन करके सूर्य देव को अर्घ्य अवश्य दें। ऐसा करने से सूर्यदेव प्रसन्न हो जाएंगे और आपको अक्षय गुणा फल प्राप्त होगा।

इस तरह करें जल अर्पित
हमारे शास्त्रों और पुराणों में सूर्यदेव को अर्घ्य देने का बहुत महत्व बताया गया है। हर दिन सुबह  जल्दी उठकर स्नान करके साफ कपड़े पहनें। उसके बाद तांबे के लोटे में जल लेकर उसमें लाल फूल, चावल डालकर सूर्य देव को अर्घ्य दें साथ में सूर्य मंत्र का जाप भी करें। ऐसा करने से आयु, आरोग्य, धन, धान्य, पुत्र, मित्र, तेज, यश, विद्या, वैभव और सौभाग्य की प्राप्ति होती है।

इन नियमों का करें पालन
सूर्यदेव को जल अर्पित करने के साथ साथ कुछ नियमों का भी पालन करना होता है, हर दिन सूर्योदय से पहले उठकर शौच और स्नान से निवृत्त होकर साफ कपड़े पहनने चाहिए। स्नान करने के बाद सूर्यदेव को तीन बार अर्घ्य देकर प्रणाम करें। शाम के समय भी सूर्य देव को अर्घ्य देकर नमस्कार करें।

इन मंत्रों का करें उच्चारण
सूर्यदेव को जल अर्पित करते समय जिसे अर्घ्य देना भी कहते हैं, आपको सूर्य मंत्र का उच्चारण करना होगा. साथ ही आदित्य हृदय स्त्रोत का पाठ करें। नेत्र रोग, अंधेपन अौर स्वास्थ्य लाभ के लिए नेत्रोपनिषद् का प्रतिदिन पाठ करें। रविवार के दिन तेल, नमक का सेवन न करें अौर एक समय ही भोजन करें। हर संडे को ये उपाय करें फल जरूर मिलेगा।