भूलकर भी ना रखें बच्चों के ये नाम, जीवनभर झेलनी पड़ेगी परेशानियां

Child Name

गांवों में अभी भी लोग अपने बच्चों के लिये अर्जुन, कर्ण, अभिमन्यु, सीता और सुरभि जैसे नाम ही रखना पसंद करते हैं।

New Delhi, Nov 20 : हिन्दू परिवारों में बच्चों के पौराणिक नाम रखे जाते हैं, हालांकि शहरों में अब इन नामों के बजाय अंग्रेजी अक्षरों या फिर उससे प्रेरित नामों को तरजीह दी जाती है, लेकिन गांवों में अभी भी लोग अपने बच्चों के लिये अर्जुन, कर्ण, अभिमन्यु, सीता और सुरभि जैसे नाम ही रखना पसंद करते हैं, पुराणों में कई ऐसे चरित्र हैं, जो प्रसिद्ध, साहसी और भगवान के भक्त थे, बावजूद इसके कोई भी माता-पिता उनका नाम अपने बच्चों को देने से डरते हैं। आइये आज हम आपको कुछ ऐसे ही नामों के बारे में बताते हैं।

विभीषण
विभीषण का अर्थ होता है जिसे कभी क्रोध ना आता हो, सुंदर अर्थ होने के बावजूद भी लोग अपने बच्चों को ये नाम देने से बचते हैं, Vibhishanदरअसल इसके पीछे ये तर्क दिया जाता है कि इन्होने ही अपने भाई रावण के मौत का रहस्य भगवान श्रीराम को बताया था, जिसकी वजह से रावण की मृत्यु हुई, विभीषण को घर का भेदी कहा जाता है। इसलिये लोग अपने बच्चों के नाम इनके नाम पर नहीं रखते हैं।

द्रौपदी
द्रौपदी राजकुमारी थी, बावजूद इसके कोई भी अपनी बेटी का नाम इनके नाम पर नहीं रखता है, दरअसल कहा जाता है कि dropadiउन्होने पांडव के पांचों भाइयों के साथ विवाह करना पड़ा था, महाभारत में इस किस्से का जिक्र है। हिन्दू धर्म में महिला को एक ही विवाह की अनुमति होती है, इसी वजह से राजकुमारी होने के बावजूद लोग द्रौपदी का नाम अपनी बेटी को नहीं देते हैं।

मंदोदरी
हिन्दू धर्म और शास्त्रों के अनुसार मंदोदरी एक बेहद दयालु और अच्छे गुणों वाली स्त्री थी, बावजूद इसके कोई भी माता-पिता अपनी बेटी का नाम उनके नाम पर नहीं रखता है,Mandodri इसके पीछे तर्क ये दिया जाता है कि मंदोदरी रावण की पत्नी थी, रावण ने मां सीता का हरण किया था, इसी वजह से कोई भी माता-पिता अपनी बेटी का नाम इस गुणी और दयालु महिला के नाम पर नहीं रखता है।

सुग्रीव
सुग्रीव भगवान का परम भक्त और बहादुर था, लेकिन उन्होने राज्य अपने बड़े भाई बालि से युद्ध करके और भगवान श्रीराम द्वारा उनकी मृत्यु करवा कर हासिल किया था। sugribइसी वजह से लोग अपने बच्चे का नाम इस बहादुर योद्धा के नाम पर नहीं रखना चाहते हैं, लोगों का तर्क है कि जो इंसान राज्य के लिये अपने भाई की हत्या करवाने से भी परहेज नहीं करता, उसके नाम पर बच्चे का नाम नहीं रखना चाहिये।

अश्वत्थामा
अश्वत्थामा बेहद साहसी और बहादुर योद्धा था, लेकिन उन्होने जीवन भर बुरे कर्म किये, जिसकी वजह से भगवान कृष्ण ने उन्हें सदियों तक पीड़ा झेलने का श्राप दे दिया था, ashvathamaइसी वजह से कोई भी माता-पिता अपने बच्चे का नाम अश्वत्थामा के नाम पर नहीं रखता। आपको बता दें कि महाभारत में अश्वत्थामा की बहादुरी के कई किस्से चर्चित हैं।

गांधारी
गांधारी भी महान और गुणी महिला थी, लेकिन कुरु वंश में विवाह होने की वजह से उन्हें दुखों का सामना करना पड़ा। dhritarasthra-gandhariआपको बता दें कि गांधारी दुर्योधन की मां थी, उसके जीवित रहते ही उनके सभी पुत्रों की मौत हो गई थी, हिन्दू धर्म में इसे अच्छा नहीं माना जाता है। इसीलिये महान और गुणी होने के बावजूद कोई भी माता-पिता अपनी बेटी का नाम गांधारी नहीं रखते हैं।

कैकेयी
कैकेयी एक राज परिवार से ताल्लुक रखती थी, वो राजा दरशथ की प्रिय रानी थी, लेकिन एक नौकरानी के कहने पर उन्होने अपने परिवार में भेद-भाव किया और दशरथ के दुखों का कारण बनीं। KAIKAYIइसी वजह से लोग अपनी बच्ची का नाम कैकेयी नहीं रखते हैं। कहा जाता है कि राम के वनवास के पीछे कैकेयी ही थी, उनकी वजह से ही एक राजकुमार को 14 साल तक वनवास काटना पड़ा।

दुर्योधन
दुर्योधन एक महान और वीर योद्धा था, लेकिन लालच की वजह से उन्होने अपने पूरे वंश का नाश कर दिया, duryodhanइसी वजह से लोग अपने बेटे का नाम दुर्योधन नहीं रखते हैं, इसके पीछे तर्क ये दिया जाता है कि जिसकी वजह से पूरा महाभारत हुआ, अगर उन्होने थोड़ा सा ह्दय बड़ा किया होता, तो महाभारत की नौबत ही नहीं आती, लेकिन लालच ने उन्हें ले डूबा।