पैसा बचता नहीं, धन रुकता नहीं, बढ़ रहा है कर्ज, कहीं आप भी बार-बार इन गलतियों को तो नहीं दोहरा रहे

मनुष्‍यों से जाने अनजाने में ऐसी गलतियां हो जाती हैं जिनका फल अशुभ होता है । कुछ ऐसे कार्य हो जाते हैं जिनसे आपको धन के बड़े नुकसान का सामना करना पड़ता है ।

New Delhi, Nov 15 : शास्‍त्रों में कई ऐसी बातों का वर्णन किया गया है जिनका असर हमारे रोजाना के कामों पर पड़ता है । हिंदू धर्म में मां लक्ष्‍मी को धन की देवी कहा गया है, धन से जुड़ी कोई भी कामना हो, आप मां लक्ष्‍मी को प्रसन्‍न करें और वो पूरी हो जाएगी । लेकिन कुछ काम ऐसे होते हैं जिन्‍हें करने से लक्ष्‍मी जी हमसे रूठ जाती हैं । कई बार हम जाने अनजाने भी ऐसी गलतियां कर देते हैं, जो मां लक्ष्‍मी के रूठने का कारण बनती हैं । जानिए शास्‍त्रों में वर्णित इन कार्यों के बारे में और कोशिश करें कि आपसे ये ना हों ।

अधिक सोने वाले से मां लक्ष्‍मी होती हें कुपित
मनुष्‍य के लिए 6 घंटे की नींद पर्याप्‍त बताई गई है । लेकिन उससे अधिक सोने वाले व्‍यक्ति को जीवन में कुछ भी ना कर पाने लायक बताया गया है । शास्‍त्रों में कहा गया है जो व्‍यक्ति बहुत अधिक सोता है वो असुर समान है । ईष्‍वर ने जीवन सोने के लिए नहीं बल्कि अच्‍छे कार्यों को करने के लिए दिया है । अधिक सोना दरिद्रता की निशानी है, देवी लक्ष्‍मी ऐसे घर के अंदर भी नहीं आती ।

आलसी व्‍यक्ति पर नहीं होती कृपा
जो आालसी है वो धनवान कैसे हो सकता है । आलस्‍य को त्‍यागिए और काम में मन लगाइए । देवी लक्ष्‍मी  द्वार पर खड़ी हैं कि कब आप उनके लिए दरवाजा खोलने का कष्‍ट करोगे । आलसी व्‍यक्ति जीवन में कुछ नहीं कर पाता । आलसी व्‍यक्ति के बारे में कहा जाता है कि जब भगवान भी उनके द्वार पर वरदान लिए खड़े होते हैं तो आलस के चलते उनके लिए भी खड़े नहीं हो पाते हैं ।

अपने गुस्‍से पर नियंत्रण रखें
जो व्‍यक्ति क्रोधी होता है, बात-बात पर गुस्‍सा करता है उस पर देवी लक्ष्‍मी की कृपा कभी नहीं होती है । ऐसा व्‍यक्ति अपनी भावनाओं पर काबू ना रखते हुए कुछ भी गलत कर जाता है । ऐसे व्‍यक्ति से हर किसी को दूर रहना चाहिए । गुस्‍सैल स्‍वभाव के व्‍यक्ति पसंद नहीं किए जाते हैं । ऐसा स्‍वभाव सामाजिक रिश्‍तों पर भी असर डालता है । ज्‍यादा क्रोध करने से मन अशांत हो जा है और अशांत मन से काम अच्‍छा नहीं हो पाता ।

हर स्‍त्री का सम्‍मान करें
स्त्री के अपमान से बचें। घर के अंदर हो या फिर बाहर स्त्रियों से हमेशा से अच्छे से व्यवहार करना चाहिये, स्त्रियों का अपमान करना महापाप माना गया है, जो लोग ये पाप करते हैं, उन्हें कभी सुख नहीं मिलता, इसलिये ऐसा करने से बचें।लक्ष्‍मी जी की कृपा ऐसे व्‍यक्ति पर कभी नहीं होती जो स्‍त्री का अपमान करता है । जिस जगह पर नारी का अपमान होता है वहां देवता कभी निवास नहीं करते ।

काम में कोताही नहीं
शास्‍त्रों में कहा गया है जो व्‍यक्ति अपने काम की जगह पर एकाग्र मन से, प्रसन्‍नचित्‍त होकर काम नहीं करता वो कभी सफल नहीं हो सकता । आप अपने काम से खुश हैं या नहीं इसकी परवाह किए बिना जो भी कर रहे हैं उसमें अपना 100 प्रतिशत दें । काम में पदोन्‍नति भी होगी और मनचाही जगह जाने का साहस भी मिलेगा ।