गुरुवार और एकादशी का शुभ संयोग कल, भगवान विष्‍णु को चढ़ाएं ये एक चीज, किस्‍मत देगी हर काम में साथ  

एकादशी का दिन भगवान विष्‍णु की आराधना के लिए सबसे उत्‍तम और शुभ दिन माना जाता है । इस दिन इनकी विशेष पूजा करने से भाग्‍य का वरदान प्राप्‍त होता है ।

New Delhi, 19 Sep : 20 सितंबर को भाद्रपद मास से शुक्ल पक्ष की एकादशी पड़ रही है, इस एकादशी को को जलझूलनी एकादशी कहते हैं । इसके अन्‍य नाम भी हैं, जैसे परिवर्तिनी एकादशी और डोल ग्यारस । ज्‍योतिष जानकारों के अनुसार इस बार एकादशी बहुत ही शुभ योग पर आ रही है । ये गुरुवार के दिन पड़ रही है जिसे विष्‍णु जी का शुभ दिन माना गया है । इस दिन भगवान विष्णु को कुछ खास सामग्री अर्पित करनी चाहिए ।

पीले वस्त्र
भगवान विष्णु का एक नाम पीतांबरधारी भी है, अर्थात उन्‍हें पीले वस्‍त्र पहनने अचछे लगते हैं या उनके प्रिय वस्‍त्र पीले रंग के माने गए हैं । एकादशी के दिन  भगवान विष्णु के किसी मंदिर में पीले वस्त्र अर्पित करें। इससे भगवान प्रसन्न होते हैं। आप वस्‍त्र का दान किसी ऐसे व्‍यक्ति को भी कर सकते हैं जिन्‍हें इनकी जरूरत हो । ऐसा करने से ईश्‍वर आप पर प्रसन्‍न होंगे और आपकी सारी मनोकामनाएं पूर्ण करेंगे ।

मोर का पंख
मोर पंख भगवान श्रीकृष्ण की अति प्रिय वस्‍तु में से एक है । कृष्‍ण भगवान विष्‍णु के आठवें अवतार माने जाते हैं । गुरुवार एकादशी के दिन भगवान विष्‍णु के मंदिर जाकर मंदिर में मोर पंख या मोर का मुकुट चढ़ाना चाहिए। इससे आपकी मनोकामनाएं पूरी हो सकती हैं । कृष्‍ण आपको सुख और प्रेम का आशीर्वाद देंगे ।

बांसुरी
एकादशी के मौके पर भगवान विष्णु के मंदिर में लकड़ी की बांसुरी चढ़ानी चाहिए । इसका संबंध भी भगवान श्रीकृष्ण अवतार से जुड़ा हुआ है । इससे घर में सुख-समृद्धि का आगमन होता है । आप अपने घर में स्थित मंदिर में एक बांसुरी रख सकते हैं । ये बहुत ही शुभ मानी जाती है । इसका प्रयोग दांपत्‍य जीवन को सुखमय बनाता है ।

शंख
भगवान विष्‍णु के दिन गुरुवार और एकादशी के शुभ योग पर उन्‍हें शंख अर्पित करें । खासतौर पर दक्षिणावर्ती शंख का प्रयोग अति लाभदायी होगा । क्‍या आप जानते हैं शंख को देवी लक्ष्मी का भाई भी कहा जाता है । एकादशी पर भगवान विष्णु के मंदिर में इस शंख को जरूर चढ़ाना चाहिए । इससे धन लाभ के योग बन सकते हैं।

तुलसी की माला
भगवान विष्‍णु और तुलसी का विवाह हुआ था । उन्‍हें तुलसी अति प्रिय है । भगवान को चढ़ाए भोग में तुलसी ना हो तो प्रसाद पूर्ण नहीं माना जाता । भगवान विष्णु और श्रीकृष्ण के मंत्रों का जाप तुलसी की माला से किया जाए तो शुभ फलों की प्राप्ति हो सकती है।  एकादशी पर विष्णुजी के मंदिर में तुलसी की माला भी जरूर चढ़ानी चाहिए।