पति का बैंक बैलेंस कंट्रोल करती है आपकी बिछिया, गलत उंगली में पहना तो कर्ज में डूबना तय

क्‍या आप जानती हैं, आपके पैरों की बिछिया का पति की जेब से बहुत गहरा संबंध हैं, आगे पढ़ें और जानें बिछिया को कैसे और किस उंगली में पहनना चाहिए ।

New Delhi, Feb 25 : शादीशुदा महिलाओं के श्रृंगार और शोभा को और बढ़ाने के लिए कई प्रकार के वस्‍त्र, आभूषण और साज-सज्‍जा के सामान होते हैं । कुछ से जुड़ी परंपराएं हैं तो कुछ से जुड़ी मान्‍यताएं । मांग का सिंदूर पति की लंबी आयु के लिए होता है तो गले का मंगलसूत्र दांपत्‍य जीवन को बुरी नजर से बचाने के लिए । इसी प्रकार हाथों में चूडि़यां सौभाग्‍य लाती हैं तो कानों के कुंडल ऐश्‍वर्य की प्राप्ति कराते हैं । आभूषणों से पैर भी अछूते नहीं है, पायल, बिछिया ये भी तो हैं । आज आपको बताते हैं बिछिया पहनना क्‍यों जरूरी माना गया है ।

परंपराएं और मान्‍यताएं
हिंदू धर्म शास्‍त्रों में कई पंरपराएं हैं जिनके अनुसार एक सुहागिन स्‍त्री को किस प्रकार से रहना चाहिए ये बताया गया है । उसका साज श्रृंगार कैसा हो, वस्‍त्र कैसे हो ये सब बातें बताई गई हैं । हर वस्‍तु से जुड़ी मान्‍यताएं भी बताई गई हैं । मंगलसूत्र से लेकर पैरों की बिछिया तक, एक-एक आभूषण का क्‍या महत्‍व है ये सब बताया गया है लेकिन क्‍या आजकल इन परंपराओं का निर्वहन हो रहा है ।

बिछिया के पीछे ये है मान्‍यता
हिंदू धर्म में पैरों की उंगलियों में बिछिया पहनने का रिवाज है । ये अंगूठे के बगल वाली उंगली में पहनी जाती है । ये किसी भी प्रकार की हो सकती है, लेकिन जरूरी है कि ये चांदी की बनी ही पहनी जाए । चांदी का गोल छल्‍ला, उस पर बनी हुई अलग-अलग सुंदर सी आकृतियां, बिछिया शादी के दिन पहनाया जाता है । ये विवाहिता होने की निशानी है ।

इसलिए पहनाते हैं बिछिया
बिछिया चांदी की बनी ही पहननी चाहिए । चांदी चंद्रमा का सूचक है, और ये शीतलता प्रदान करता है । पैरों में चांदी का होना शुभ माना गया है, इससे व्‍यक्ति को तनाव नहीं होता । चंद्रमा की कृपा प्राप्‍त करने के लिए बिछिया को पैरों की उंगलियों में पहनाया जाता है । जिस उंगली में बिछिया पहनाई जाती है, उससे होकर गुजरने वाली नसें भी इससे प्रभावित होती हैं और पूरे शरीर में इसका अच्‍छा प्रभाव रहता है ।

एक पैर में ना पहनें बिछिया
बिछिया पहनना आजकल रिवाज कम और फैशन ज्‍यादा बन गया है । कई बार तो अविवाहित लड़कियां भी इन्‍हें पहन लेती हैं । शास्‍त्रों में ऐसा करना वर्जित माना गया है । बिछिया को लेकर आपको बहुत सावधानी बरतने की आवश्‍यकता है । बिछिया कभी खोनी नहीं चाहिए और ना ही ये सिर्फ एक पैर में पहननी चाहिए । ऐसा करने से आपको बहुत नुकसान उठाना पड़ सकता है ।

पति के आर्थिक नुकसान का कारण
बिछिया का खोना आर्थिक क्षति का संकेत देता है । आपको किसी बड़े आर्थिक नुकसान से गुजरना पड़ सकता है । इसके अलावा आप कर्ज में भी डूब सकते हैं । इतना ही नहीं अगर आप अपने पांव की बिछिया किसी और को दे दें तो ऐसा करने से आपके पति बीमार हो सकते हैं । उनकी सेहत बिगड़ सकती है । बिछिया आपके सुहाग का प्रतीक है और इसे किसी और के साथ नहीं बांटा जा सकता ।

ये है मान्‍यता
बिछिया चंद्रमा की कृपा प्राप्ति तो कराती ही है साथ ही ये लक्ष्‍मी की प्राप्ति का भी साधन है । मान्‍यता है कि चांदी की पायल और बिछिया आपके घर में लक्ष्‍मी के वाहक होते हैं । घर की लक्ष्‍मी अगर पायल और बिछिया पहनती है तो उस घर में लक्ष्‍मी जी सदैव निवास करती हैं । इनका खोना अशुभ माना जाता है । इसलिए इन्‍हें बड़ी सावधानी के साथ पहनना चाहिए ।

इन उंगलियों में पहनें
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, विवाहित महिलाओं को बिछिया दाहिने तथा बाएं पैर की दूसरी अंगुली में पहनना चाहिए। अंगूठे के बगल वाली उंगली में इन्‍हें पहनना सही माना गया है । कई महिलाएं जोड़े में बिछिया पहनती हैं, वो भी ठीक है लेकिन कभी भी तीन बिछिया एक पैर में नहीं पहननी चाहिए । ऐसा करना शुभ नहीं माना गया है ।

सेहत की दृष्टि से भी लाभदायक
बिछिया सेहत के लिहाज से महिलाओं के लिए बहुत ही लाभदायक मानी जाती हैं । दरअसल महिलाओं के पैर की दूसरी अंगुली से होकर जानें वाली नसें सीधे गर्भाशय से जुड़ी होती हैं । बिछिया पहनने से गर्भ से जुड़ी समस्‍याएं नहीं होती । इसके अलावा चांदी शरीर को शीतल रखती है और तनाव मुक्‍त रखती है । पैरों में सोना कभी नहीं पहनना चाहिए ।