क्‍या आप जानते हैं हिंदू धर्म में हाथ जोड़कर नमस्‍कार क्‍यों किया जाता है ?

हिंदू धर्म में किसी को मिलने पर उसे हाथ जोड़कर अभिवादन की परंपरा है, क्‍यों करते हैं नमस्‍कार और क्या है इसकी मान्‍यता , आगे जानिए ।  

New Delhi, May 02 : आजकल हम किसी से मिलते हैं तो क्‍या करते हैं उसे हग करते हैं, यानी गले मिलते हैं । हैलो-हाय बोलते हैं या फिर वट्स अप कहकर मुस्‍कुरा देते हैं । हाथ मिलाकर हैंड शेक करना भी फैशन बन गया है । लेकिन हमारे शास्त्रों के अनुसार किसी से भी मिलने का ये तरीका सही नहीं, हिंदू धर्म में किसी से मिलने पर हाथ जोड़कर नमस्‍कार, प्रणाम या फिर उनके चरण स्‍पर्श कर स्‍वागत करने या आशीर्वाद लेने का विधान है । आजकल कोई नमस्‍कार कहे तो वो आउटडेटेड लगेगा । कुछ लोग शर्म के मारे नमस्‍कार करने से झिझकते हैं, लेकिन ऐसा करना सही नहीं है ।

ऊर्जा का संचार होता है
नमस्‍कार करने से एक ऊर्जा का संचार होता है, जग हमारे दोनों हाथ जुड़ते हैं तो हम किसी के सम्‍मान में ऐसा कर रहे होते हैं । ये संदेश दूसरे व्‍यक्ति तक आपकी पॉजिटिव एनर्जी को भेजता है । जब भी आप किसी को नमस्‍कार करते हैं तो आप के अंदर से अहम की भावना कम होती है और नम्रता के भाव का जागरण होता है ।

आदर, सम्‍मान का प्रतीक
जब आप अपने से बड़ों या बुजुर्गों को हाथ जोड़कर नमस्‍कार करते हैं, ये उनके प्रति आपके आदर को प्रदर्शित करता है । हमारे शास्‍त्र कहते हैं कि बुजुर्गों में देवी-देवताओं की छवि है । इसीलिए उनसे मिला आशीर्वाद देव तुल्‍य है । नमस्‍कार करने से अगर आपको बड़ों का आशीर्वाद मिलता है, तो आप जरा सोचिए आपके जीवन में ये कितना महत्‍व रखता है ।

पॉजिटिव एनर्जी ही मिलती है
क्‍या आप जानते हैं हाथ मिलाने से अच्‍छा हाथ जोड़ना क्‍यो माना जाता है । जब हम एक दूसरे से हाथ मिलाते हैं तो दोनों लोगों की पॉजिटिव-नेगेटिव एनर्जी का संचार एक दूसरे के शरीरों में होता है, जबकि हाथ जोड़कर अभिवादन करने से आपकी सिर्फ पॉजिटिव एनर्जी का ही संचार होता है ।

ईश्‍वर के सामने ऐसे करें प्रणाम
मंदिर में जब ईश्‍वर की मूर्ति के समक्ष प्रणाम करें तो आंख बंदकर हाथों के ऊपरी हिस्‍से को माथे से लगाते हुए करें । ईश्‍वर को नमन थोड़ा झुककर करें । उनके सामने खुद को झुकाने में कैसी शर्म । ईश्‍वर सबसे ऊपर हैं, वो ही हमारा एकमात्र सहारा है । जीवन में जब भी कुछ कठिन लगे तो एक बार ईश्‍वर के समक्ष बैठकर उनकी आंखों में आंख डालकर अपने मन की सारी बातें उन्‍हें बता दें । वो आपके सारी तकलीफों को उसी वकत दूर कर देंगे ।

नमस्‍कार करने के नियम
शास्त्र कहते हैं जब आप किसी को नमस्‍कार करें तो आंखें बंदकर मुस्‍कुरा कर करें । नमस्‍कार सिर्फ सिर हिलाकर या बस एक हाथ से नहीं करना चाहिए । इसलिए अगली बार जब भी किसी से मिलें, तो सिर झुकाकर ही प्रणाम करें । वैसे भी हैलो-हाय-हैंडशेक ये पाश्‍चात्‍य संस्‍कृति के तरीके हैं । हमें हमारी संस्‍कृति के करीब रहना चाहिए । संस्‍कृति को बचाना हमारे हाथ में है, यदि हम इसके लिए किसी और को जिम्‍मेदार ठहराते हैं तो ये बिलकुल अनुचित है ।