मनुष्य के हृदय में किसी ना किसी बात को लेकर डर और शंका के भाव बने रहते हैं । क्या आप जानते हैं आपका से मूल स्वभाव आपकी राशि के कारण हैं । जाने आपके डर के बारे में आपकी राशि क्या कह रही है ।
New Delhi, Jan 25 : मेष राशि – इस राशि के जातक चंचल स्वभाव के होते हैं । इन्हें एक जगह बैठना या कहें कि कहीं रुकना पसंद नहीं होता । इस राशि के मूल स्वभाव में है चलायमान रहना । इन्हें जिस चीज से डर लगता है वो ये है कि कहीं कभी इन्हें रुकना पड़ जाए तो । इसे काठीसोफोबिया कहते हैं ।
वृषभ राशि – इस राशि के लोग अपने आस-पास बदलाव नहीं चाहते हैं । जो जैसा चल रहा है ये उसमें खुश रहते हैं । इस राशि के लोगों का अपना कम्फर्ट ज़ोन होता है । इन्हें ट्रोपोफोबिया होता है, यानि आसपास के होने वाले बदलावों से डर लगना ।
मिथुन राशि
इस राशि के लोगों के लिए किसी निर्णय पर पहुंचना मुश्किल होता है । मिथुन राशि के जातक फैसला लेने में कन्फयूज होते हैं । इन्हें नर्वसनेस की फीलिंग होने लगती है । इस राशि के लोगों को डिसाइडोफोबिया होता है, जिसे डिसिज़न लेने में घबराहट होने के रूप में समझा जा सकता है । अपने इस फोबिया के चलते ये कभी भी निर्णय नहीं ले पाते हैं । इन्हें इसके लिए दूसरों की मदद की जरूरत पड़ती है ।
कर्क राशि
इस राशि के जातक ऐगोराफोबिया से पीडि़त होते हैं । ये एक ऐसा फोबिया है जिसमें मनुष्य खुद को किसी एक जगह पर सुरक्षित मान लेता है और वो जब भी उस जगह को छोड़कर जाता है तो उसे डर का आभास होता है । अकसर इस फोबिया में लोग अपने घर को सुरक्षित मान लेते हैं और घर छोड़कर जाने से घबराते हैं । घर से दूर जाने का ख्याल ही इन्हें परेशान कर देता है । इस फोबिया से घिरे लोग अपनों में ही खुश रहते हैं ।
सिंह राशि
इस राशि के जातक ऐथाजगोरोफोबिया से ग्रसित होते हैं । इस फोबिया में लोगों को इग्नोर होने का डर सताता है । यानि कि कोई उन्हें इग्नोर ना कर दे, उनसे बात ना कर दें, कोई भी ऐसी चीज ना कर दे जिससे उन्हें धक्का पहुंचे । वैसे भी सिंह राशि के लोग खुद को लेकर कुछ ज्यादा ही विश्वास में रहते हैं, ऐसे में उनकी गरिमा को ठेस पहुंचे ये वो कैसे बर्दाश्त कर सकते हैं । इन्हें हर वक्त लाइमलाइट में रहना पसंद होता है ।
कन्या राशि
इस राशि के जातक एटैक्सोफोबिया से पीडि़त होते हैं । आप इन्हे सफाई का भूत कह सकते हैं ।ऐसे लोग जो घर में या बाहर बिखरी हुई चीजे देख नहीं सकते उसे देखते ही इनके मन में घबराहट होने लगती है । ये भी एक प्रकार का फोबिया है ।
तुला राशि – इस राशि के जातक मिलजुलकर रहने में भरासा करते हैं । इन्हे ऑटोफज्ञेबिया होता है, यानी कि इन्हें हर वक्त इस बात का डर सताता है कि कहीं ये अकेले ना पड़ जाएं । इसीलिए ये जीवन में कभी किसी से बिगाड़ते नहीं है सबसे बनाकर चलते हैं ।
वृश्चिक राशि
इस राशि के जातक भावनात्मक रूप से कमजोर होते हैं, ईमानदार होते हैं और बहुत ही संवेदनशील होते हैं । ये लोग हीन भावना से भी ग्रसित होते हैं । इन्हें कोई भी बेवकूफ बना सकता है, इन्हें प्यार में धोखा खाने का डर सताता है इसलिए ये प्यार करने से ही घबराते हैं, इसे प्रोडोटिओफोबिया कहते हैं ।
धनु राशि
इस राशि के जातक नियमों में बंधना पसंद नहीं करते हैं । रोज़ एक जैसा काम करने से ये बोर हो जाते हैं । इस फोबिया को क्लस्ट्रोफोबिया कहते हैं यानि किसी ऐसी जबह से बंधकर रह जाने का डर जो आपको बिलकुल भी पसंद नहीं ।
मकर राशि – हर क्षेत्र में परफेक्ट बनने की चाह ही इस राशि का सबसे बड़ा फोबिया है । ये डरते हैं कि कहीं इनसे कोई गलती ना हो जाए । किसी काम में कोई कमी ना रह जाए । जीवन में असफलताओं का सामना ना करना पड़े, इसे अटिकीफोबिया कहते हैं ।
कुंभ राशि
इस राशि के लोगों अपनी आजादी छिनने का डर सताता है । इस फोबिया को मेरिंतोफोबिया कहते हैं । एक जबह बंधने का डर, आजादी छिनने का डर, कोई रोक-टोक करे इस बात का डर इस राशि के जातकों को समस्या में डालता है ।
मीन राशि – इस राशि के जातक सबसे ज़्यादा सेंसिटिव, इमोशनल होते हैं । अपनों से दूर होने का डर इन्हें बहुत सताता है । इस फोबिया को थैंटोफोबिया कहते हैं । अपनों को खो देने के डर से ये हमेशा उनके साथ रहना ही पसंद करते हैं ।