भाई ने बहन को दिया ऐसा दिवाली गिफ्ट कि वायरल हो गईं तस्‍वीरें

एक भाई ने अपनी बहन के लिए ऐसा गिफ्ट प्‍लान किया जिसे देखकर हर कोई हैरान है । उदयपुर की ये कहानी आपके दिल को भी जरूर छू लेगी ।

New Delhi, Oct 24 : दिवाली पर दिए गए तोहफों में आपको कितने तोहफे याद रह जाते हैं । लेकिन इस दिवाली पर आपको उदयपुर के एक बच्‍चे का दिया तोहफा शायद जिंदगी भर याद रहे । ये गिफ्ट उसने आपके लिए नहीं बल्कि अपनी बहन के लिए लिया है । ऐसा दिवाली तोहफा ना तो आज से पहले किसी ने अपनी बहन को दिया होगा ना ही इसके बारे में सोचा होगा । जानने की उत्‍सुकता बढ़ रही है तो आगे पूरी जानकारी पढ़ें ।

13 साल के यश का दिवाली गिफ्ट
8वीं में पढ़ने वाले एक 13 साल के बच्‍चे से आप क्‍या एक्‍सपेक्‍ट कर सकते हैं । शायद यही कि वो मन लगाकर पढ़ाई करता होगा, दुनिया की फिकर किए बिना दिनभर मस्‍ती में गुजारता होगा । लेकिन नहीं, उदयपुर का यश इस छोटी सी उम्र में अपनों के लिए बहुत कुछ करने का सपना देखता है । अपने इस सपने को उसने जिस तरह साकार किया वो सुनकर आप भी हैरान रह जाएंगे ।

बहन के लिए खरीदी स्‍कूटी
यश अपनी बड़ी बहन रूपल से बहुत प्‍यार करता है । वो उसे इस बार दिवाली पर स्‍कूटी गिफ्ट करना चाहता था । खास बात ये कि यश अपने पैसों से स्‍कूटी लेना चाहता था, ना कि अपने पिता के पैसों से । लेकिन 13 साल की उम्र में ये कहां संभव हो पाता । लिहाजा उसने इस दिवाली गिफ्ट को लेने के लिए सोच विचार बहुत पहले से शुरू कर दिया था । यश इसमें कामयाब भी हो गया ।

2 साल पहले शुरू कर दी थी प्‍लानिंग
बहन को स्‍कूटी देने का सपना वो भी खुद के पैसों से, इसके लिए यश ने 2 साल पहले ही प्‍लान करना शुरू कर दिया था । एक-एक रूपए बचाकर यश ने 65 हजार रुपए इकठ्ठे किए हैं । जमा किए हुए सिक्‍कों को दो बैग में भरकर यश स्‍कूटी कंपनी के शो रूम पहुंचा और बहन को स्‍कूटी गिफ्ट करने का सपना पूरा किया । आखिरकार यश का सपना पूरा हुआ ।

हैरान रह गया था शोरूम स्‍टाफ
यश अपनी बहन रूपल और मामा जी के साथ शोरूम पहुंचा था । सिक्‍कों के बैग देखकर पहले तो शोरूम का स्‍टाफ हैरान रह गया । लेकिन फिर यश का जतन देखकर और उसकी इच्‍छा जानकर स्‍टाफ मेंबर्स ने जमा किए हुए सिक्‍के एक्‍सेप्‍ट कर लिए । शोरूम स्‍टाफ को पूरे ढाई घंटे का समय लगा तब जाकर 65 हजार रुपए के सिक्‍के गिने जा सके ।

दोनों भाई बहनों ने जमा किए थे 10 के सिक्‍के
यश और रूपल के पिता आटा चक्‍की चलाते हैं । ऐसे में दोनों बच्‍चों को पॉकेट मनी के रूप में 10 के सिक्‍के ही मिलते थे । पिछले दो सालों में दोनों ने अपनी सारी पॉकेट मनी बचाई और जो पैसे नोट के रूप में भी मिले उन्‍हें भी 10 के सिक्‍कों में बदलवाकर जमा कर लिया । धीरे-धीरे कर दोनों ने 62 हजार रुपए जमा कर लिए । दोनों मां-बाप को सरप्राइज देना चाहते थे इसलिए शोरूम अपने मामा के साथ ही पहुंचे ।

सिक्‍कों से स्‍कूटर खरीदने का पहला मामला
स्कूटर कम्पनी होंडा एडवेंट के जनरल मैनेजर ने कहा – “यह हमारे लिए पहला ऐसा मामला था, जब कोई पूरा पैसा सिक्कों के रूप में लेकर स्कूटर खरीदने आया। इससे पहले एक बार एक शख्स 29 हजार रुपए सिक्कों के रूप में लाया था। चूंकि यह पूरा मामला इमोशनल था, इसलिए हमने एक्स्ट्रा टाइम लेकर शोरूम यश और उसकी बहन रूपल के लिए खोले रखा।”

यश की सोच को सलाम
13 साल के बच्‍चे यश ने इस दिवाली तोहफे के जरिए पूरे देश का दिल जीत लिया । उदयपुर में रहने वाले यश की ये स्‍टोरी सभी बच्‍चों के

लिए प्रेरणा है । वो बच्‍चे जो बचपन से ही बचत की महत्‍ता को समझते हैं । अपने सपनों को साकार करने के लिए मां बाप की मदद की बजाय खुद की बचत का उपयोग करना जानते हैं । यश के तोहफे ने बहन रूपल को बहुत खुश कर दिया साथ ही उसके माता पिता भी बच्‍चों के इस सरप्राइज से बेहद खुश हैं ।

उदयपुर की खबरों में छाया हुआ है यश
सिक्‍कों से स्‍कूटर खरीदने की इस खबर ने यश को उदयपुर की खबरों में सुर्खियों में ला दिया है । यश की अपनी बहन के लिए की गई दो साल की मेहनत इस दिवाली पर पूरी हुई । एक-एक पैसा कर बचाई गई इन बच्‍चों की पॉकेट मनी एक बड़ी रकम में तब्‍दील हुई और दोनों ने अपने मां-बाप को इस दिवाली पर वो खुशी दी जिसके बारे में उन्‍होने कभी सोचा भी नहीं होगा ।