उत्तर प्रदेश में चुनाव से पहले बीजेपी में उथल-पुथल सी मच गई है । पार्टी को छोड़कर मंत्री और विधायक साइकिल थाम रहे हैं । लेकिन इसका असर क्या होने वाला है, आगे पढ़ें ।
New Delhi, Jan 14: उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव अब नजदीक है, ठीक एक महीने बाद पहले चरण का मतदान होगा । लेकिन इससे पहले योगी सरकार के 3 मंत्रियों समेत 15 विधायकों ने भाजपा छोड़ दी है। इस बड़ी उथल पुथल के बाद बीजेपी पर इसका क्या असर पड़ेगा इसे लेकर राजनीतिक गलियारों में संभावनाओं का दौर जारी है । माना जा रहा है कि पार्टी को इस बार नुकसान उठाना पड़ सकता है । हालांकि इस बीच एक ओपिनियन पोल आ गया है, एबीपी न्यूज-सीवोटर सर्वे में 13 जनवरी को लोगों से राय ली गई है, जिसमें 50 फीसदी लोगों ने भाजपा की वापसी की बात कही है। जबकि 28 फीसद लोग ऐसे भी हैं, जो मानते हैं कि समाजवादी पार्टी सत्ता में आएगी।
बीजेपी का पलड़ा अब भी भारी
सर्वे के नतीजे कहते हैं कि 9 फीसदी लोगों को लगता है कि बहुजन समाज पार्टी यूपी में सरकार बनाएगी। जबकि 6 फीसदी को कांग्रेस के जीत हासिल करने की उम्मीद है। वहीं 2 फीसदी को लगता है कि कोई और राज्य में सरकार बनाएगा। 2 फीसदी लोगों को राज्य में त्रिशंकु विधानसभा के आसार नजर आ रहे हैं।
सबसे दिलचस्प बात यह है कि हालिया भगदड़ के बावजूद भाजपा की जीत की उम्मीद जताने वाले लोगों की संख्या में इजाफा ही हुआ है। 23 दिसंबर के सर्वे में जहां 31 फीसदी जनता को लगता था कि सपा की जीत होगी उसका आंकड़ा घटकर अब 28 फीसदी रह गया है। बीजेपी के लिए आंकड़ा 23 दिसंबर के 48 फीसदी से बढ़कर 50 फीसदी तक पहुंच गया है। अब ये सपा के लिए टेंशन का कारण जरूर है ।
योगी के साथ 44 फीसदी लोग
वहीं इस सर्वे में सरकार के कामकाज को लेकर भी सवाल पूछा गया । जिसे लेकर सर्वे में 44 फीसदी लोगों का कहना कि योगी आदित्यनाथ का काम अच्छा है। जबकि 20 फीसदी लोग मानते हैं कि योगी सरकार का कामकाज औसत रहा है। 36 फीसदी लोग मानते हैं कि सीएम योगी का काम खराब रहा है। यह आंकड़ा छोटा नहीं है, इसलिए भाजपा के लिए चिंताजनक हो सकता है । गौरतलब है कि यूपी में 10 फरवरी को पहले राउंड की वोटिंग होनी है और 10 मार्च को पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर के साथ ही रिजल्ट आना है।