सपा-बसपा ने तय किया यूपी में गठबंधन फॉर्मूला, कांग्रेस ‘दोस्त’ की भूमिका निभाएगी

यूपी में महागठबंधन पर अखिलेश यादव ने कहा कि एसपी और बीएसपी का साथ आना एक महागठबंधन बनने की शुरुआत है।

New Delhi, Jul 20 : समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गई है, दोनों मोदी से मुकाबला करने के लिये गठबंधन को अंतिम रुप देना शुरु कर दिया है। साथ ही ये भी कहा जा रहा है कि रायबरेली और अमेठी सीट से सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ कोई उम्मीदवार नहीं उतारा जाएगा। टाइम्स ऑफ इंडिया ने सूत्रों के हवाले से ये खबर दी है। हालांकि इस रिपोर्ट में ये नहीं बताया गया है कि इस गठबंधन में कांग्रेस के लिये कितनी सीटें छोड़ेंगी, फिलहाल ये तय नहीं है।

मोदी को घेरने के लिये अखिलेश की रणनीति
बताया जा रहा है कि बसपा सुप्रीमो मायावती और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव इन दिनों एक-दूसरे के संपर्क में हैं। साथ ही ये भी दावा किया जा रहा है कि दोनों ने रणनीति बनानी भी शुरु कर दी है। दोनों किसी खास इलाके या सीट के लिये जिद नहीं कर रहे हैं। अखिलेश यादव आरएलडी और निषाद पार्टी जैसे छोटे दलों को भी इस गठबंधन में शामिल करने के पक्षधर हैं।

राजभर से भी संपर्क में हैं अखिलेश यादव
खबर तो ये भी है कि यूपी सरकार में शामिल एसबीएसपी भी इस गठबंधन में शामिल हो सकती है। इस पार्टी के मुखिया और योगी के मंत्री ओम प्रकाश राजभर खुलकर योगी सरकार के खिलाफ नाराजगी जाहिर कर चुके हैं, उन्हें जब भी मौका मिलता है वो यूपी सरकार पर निशाना साधने और कोसने का कोई मौका नहीं छोड़ते हैं।

सभी बड़े नेता लड़ेंगे चुनाव
इस रिपोर्ट के अनुसार सोनिया गांधी और राहुल गांधी की सीटों पर समर्थन देने का फैसला गठबंधन को मजबूत दिखाने के लिये किया जा रहा है, साथ ही अखिलेश यादव, उनके पिता मुलायम सिंह यादव, बसपा सुप्रीमो मायावती भी लोकसभा चुनाव में उतरेगी, ताकि गठबंधन के समर्थकों के बीच एक सकारात्मक संदेश जाए, आपको बता दें कि मायावती 2004 के बाद इस बार लोकसभा चुनाव लड़ेगी।

कौन सीट से कौन लड़ेगा ?
बीजेपी के तिलस्म को तोड़ने के लिये अखिलेश यादव और मायावती भी पूरे जोर-शोर से लगे हुए हैं, कहा जा रहा है कि मुलायम सिंह यादव मैनपुरी, खुद अखिलेश यादव कन्नौज और मायावती अंबेडकर नगर सीट से लड़ेगी। हालांकि उनके बारे में कहा जा रहा है कि पश्चिमी यूपी को साधने के लिये वो सीट बदल भी सकती है। हालांकि इसके चांसेज कम ही हैं।

उपचुनाव जीत से हैं हौंसले बुलंद
यूपी में लोकसभा उपचुनाव जीतने के बाद से अखिलेश यादव के हौंसले बुलंद हैं, वो लगातार नई-नई रणनीति बना रहे हैं। हालांकि अभी लोकसभा चुनाव में करीब नौ महीने का समय है, लेकिन बार-बार अखिलेश यादव कह रहे हैं, कि पीएम बता दें कि चुनाव कब है, ताकि वो भी तैयारी में जोर-शोर से जुट जाएं।

महागठबंधन पर क्या बोले अखिलेश यादव ?
यूपी में महागठबंधन पर अखिलेश यादव ने कहा कि एसपी और बीएसपी का साथ आना एक महागठबंधन बनने की शुरुआत है। कांग्रेस भी इसमें एक दोस्त की भूमिका में रहेगी। एमपी और राजस्थान में भी बीएसपी के साथ कांग्रेस से गठबंधन और हरियाणा में इनेलो और यूपी में सपा के साथ गठबंधन ने पीएम बनने की मायावती की महत्वकांक्षा को बढा दिया है । बीएसपी के नेता ने कहा कि इसी वजह से मायावती चाहती हैं कि इस गठबंधन की नींव मजबूत हो।