बीजेपी कब ज्वाइन करेंगे अमर सिंह ?, मिला ऐसा जबाव, महागठबंधन के लिये कह दी बड़ी बात

अमर सिंह से सीधे सवाल पूछा गया, कि वो बीजेपी कब ज्वाइन कर रहे हैं, तो इस पर उन्होने कहा कि जब बीजेपी में शामिल हो जाऊंगा, तो प्रेस कांफ्रेंस कर ऐलान करुंगा, इसमें लज्जा की क्या बात है ?

New Delhi, Aug 15 : पूर्व सपा नेता अमर सिंह का मानना है कि पीएम मोदी को रोकने के लिये यूपी में जिस महागठबंधन की बात हो रही है, दरअसल वो महाहठबंधन है। राज्यसभा सांसद ने कहा कि उस गठबंधन को मायावती को बिल्कुल भी लाभ नहीं मिलेगा। हां, थकी-हारी समाजवादी पार्टी को जरुर थोड़ी बहुत ऊर्जा मिल जाएगी, इसके साथ ही उन्होने कहा कि ये मोदी-योगी का दौर चल रहा है, इसमें किसी हठबंधन की कुछ भी चलने वाली नहीं है।

सीएम योगी से मुलाकात
अमर सिंह लगातार पिछले दो-तीन महीने में कई बार सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर चुके हैं, जब उनसे सवाल किया गया कि क्या वो बीजेपी में शामिल हो रहे हैं, तो इस पर उन्होने कहा कि लोग मकान, गाय और सुरक्षा के लिये सीएम से मिल सकते हैं, तो मैं क्यों नहीं मिल सकता, उनका इशारा साफतौर से मुलायम सिंह यादव के परिवार की ओर था। इसके साथ ही उन्होने कहा कि उन्होने शिष्टाचार वश मुलाकात की थी।

कब ज्वाइन करेंगे बीजेपी ?
राज्यसभा सांसद से सीधे सवाल पूछा गया, कि वो बीजेपी कब ज्वाइन कर रहे हैं, तो इस पर उन्होने कहा कि जब बीजेपी में शामिल हो जाऊंगा, तो प्रेस कांफ्रेंस कर ऐलान करुंगा, इसमें लज्जा की क्या बात है ? आपको बता दें कि अमर सिंह लगातार कोशिश कर रहे हैं, कि उन्हें बीजेपी में एंट्री मिले, लेकिन अमित शाह और मोदी उन्हें हरी झंडी नहीं दिखा रहे हैं, वो चाहते हैं कि पूर्व सपा नेता बिना पार्टी ज्वाइन किये ही उनके लिये काम करते रहें।

बीजेपी को समर्थन दूंगा
अमर सिंह ने आगे बोलते हुए कहा कि राजनीतिक व्यक्ति का किसी पार्टी में जाना कोई कौतूहल नहीं होता, लेकिन मेरे लिये अभी कुछ ऐसा नहीं है, लोकसभा चुनान में अपनी भूमिका पर खुलकर बोलते हुए उन्होने कहा कि मैं बीजेपी का खुलकर समर्थन करुंगा, भले बीजेपी में शामिल होऊं या नहीं, देश में करोड़ों लोग ऐसे हैं, जो बीजेपी को समर्थन देते हैं, क्या वो बीजेपी के सदस्य होते हैं, मोदी जी को समर्थन देने के लिये जरुरी नहीं कि इसमें शामिल हुआ जाए।

अखिलेश को पूरा समर्पण करना होगा
कभी मुलायम सिंह यादव के खामसखास रहे अमर सिंह ने कहा कि सपा-बसपा गठबंधन में मायावती पहले ही कह चुकी हैं, कि सम्मानजनक सीट मिलने पर ही वो गठबंधन करेंगी। सम्मानजनक की कोई परिभाषा नहीं होती है, अखिलेश यादव पूरी तरह से समर्पण कर देंगे, तब ही ये गठबंधन हो पाएगा। इसके साथ ही उन्होने कहा कि बसपा का अपना जनाधार है, इस गठबंधन का फायदा सपा को मिल जाएगी। लेकिन मायावती के हाथ कुछ नहीं आएगा।