रायबरेली में गली-गली भटककर भीख मांग रहा था शख्स, नहलाया गया तो निकला करोड़पति

Raybareli

रायबरेली : फटेहाल बुजुर्ग की जेब से मिले आधार कार्ड के जरिये उनके परिवार वालों से संपर्क करने की कोशिश की गई, तो पता चला कि वो बुजुर्ग तमिलनाडु का करोड़पति व्यापारी है।

New Delhi, Dec 21 : आधार कार्ड को लेकर तरह-तरह की बातें की जाती है, इसे लेकर देश में सियासी हाय-तौबा मची है, लेकिन इन सब के बीच एक ऐसी खबर सामने आई है, जिसने हर किसी को हैरान कर दिया है। दरअसल उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले के रालपुर कस्बे में सड़क पर फटेहाल स्थिति में पेट भरने के लिये एक बुजुर्ग शख्स भीख मांग रहा था। इस शख्स पर रालपुर के अनंगपुरम स्कूल के स्वामी भास्कर स्वरुप जी महराज की नजर पड़ी और वो उन्हें अपने आश्रम ले आये।

तलाशी से सब चौंक गये
स्वामी भास्कर स्वरुप जी महाराज के सेवकों ने उस बुजुर्ग शख्स को नहलाने-धुलाने के बाद उसके कपड़ों की तलाशी ली, Raybareli11उस बुजुर्ग शख्स की जेब से आधार कार्ड के साथ-साथ एक करोड़ 6 लाख 92 हजार 731 रुपये के एफडी के कागजात मिले, जिसे देखकर हर कोई हैरान रह गया। इतना ही नहीं बुजुर्ग के पास से तिजोरी की चाबी भी मिली है।

तिजोरी की चाबी भी मिली
फटेहाल बुजुर्ग की जेब से मिले आधार कार्ड के जरिये उनके परिवार वालों से संपर्क करने की कोशिश की गई, तो पता चला कि वो बुजुर्ग तमिलनाडु का करोड़पति व्यापारी है, keyस्वामी भास्कर स्वरुप के द्वारा आधार कार्ड पर मिले पते पर सूचना दी गई, तो उस शख्स की पुत्र रायबरेली आई और अपने पिता को अपने साथ ले गई।

भीख मांग रहा था शख्स
स्वामी भास्कर ने एक लीडिंग वेबसाइट को बताया कि बीते 13 दिसंबर को वो बुजुर्ग शख्स स्कूल परिसर में आया और भोजन के लिये कातर भाव से देखने लगा। भूखा और परेशान समझ उसे भोजन दिया गया, जिसके बाद वो सामान्य हालत में आने लगा, INDIA-BEGGARआश्रम के लोगों ने नाई को बुलवाकर उसके बाल कटवाये और नहलाया-धुलवाया, जिसके बाद वो शख्स सबसे बातचीत करने लगा। स्वामी भास्कर के अनुसार जब उस शख्स के कपड़ों की तलाशी ली गई, तो उससे उनके आधार कार्ड के अलावा एफडी के कागजात भी मिले, साथ ही एक 6 इंच लंबी तिजोरी की चाबी भी बरामद हुई।

आधार कार्ड ने मिलवाया
स्वामी भास्कर के अनुसार उस शख्स के पास से मिले आधार कार्ड ने उसकी पहचान मुथैया नादर के रुप में की, वो तमिलनाडु के तिरुनेलवेली के रहने वाले हैं, aadharकागजातों में उनके घर के फोन नंबर भी लिखे हुए थे, जब फोन पर संपर्क करने की कोशिश की गई, तो उनके घर वालों ने बताया कि मुथैया नादर पिछले 6 महीने से गुमशुदा हैं, उनके परिजन उन्हें जगह-जगह ढूंढ रहे हैं।

बेटी लेने पहुंची रायबरेली
जैसे ही स्वामी भास्कर के लोगों ने उनके परिजनों को उनके बारे में सूचना दी, तो तुरंत उनकी बेटी तमिलनाडु से हवाई जहाज से लखनऊ पहुंची, raebareliफिर लखनऊ से टैक्सी बुक कर रालपुर पहुंची, जहां वो अपने पिता को पहचानकर खुशी से उनसे लिपट गई, स्वामी भास्कर को पिता से मिलाने के लिये वो बार-बार उनका आभार प्रकट कर रही हैं, फिर वो अपने पिता को लेकर वहां से तमिलनाडु के लिये रवाना हो गई।

6 महीने से थे गुमशुदा
मुथैया नादर की बेटी गीता ने बताया कि उसके पिता करीब 5-6 महीने से गुमशुदा थे, वो रेल यात्रा के दौरान गुम हो गये थे,Raybareli1 शायद किसी जहरखुरानी गिरोह के शिकार हो गये थे, जिसकी वजह से वो पागलों की तरह इधर-उधर भीख मांग रहे थे। जब स्वामी भास्कर की नजर उन पर पड़ी, तो उनकी मदद से वो अपने परिवार से मिल सके।

शख्स की बेटी ने स्वामी जी की प्रशंसा की
बुजुर्ग मुथैया नादर की बेटी गीता ने स्वामी भास्कर जी का धन्यवाद किया, तो स्वामी भास्कर ने भी पुलिस और सरकारी महकमे से ये अपील की है, begger12कि क्षेत्र में घूम रहे पागल और भिखारी किस्म के लोगों की जांच-पड़ताल की जाए, ताकि उसमें जो लोग भी अच्छे हैं, लेकिन ऐसी जिंदगी जीने को विवश हैं, उन्हें घर भेजा जाए, ताकि वो अपने परिवार के साथ अच्छे से जीवन व्यतीत कर सकें।

दर-दर को ठोकर खाने को मजबूर करोड़पति
सच ही कहा गया है नियति के मजाक भी निराले होते हैं, किस्मत एक पल में किसी को राजा से रंक बना देती है, तो किसी रंक को अगले ही पल राजा बना देती है। begger1अब इसी मामले को देख लीजिए, अच्छा भला करोड़पति शख्स पेट भरने के लिये भीख मांगने को मजबूर था, लेकिन जैसे ही किस्मत पलटी एक बार फिर से वो करोड़पति हो गये।