शिवपाल यादव के आने से बीजेपी को क्या फायदा, अखिलेश को क्या नुकसान? Inside Story

shivpal yadav

कहा जा रहा है कि बीजेपी में शामिल होने के बाद शिवपाल यादव को राज्यसभा भेजा जा सकता है, तो उनके बेटे आदित्य यादव को बीजेपी उनकी सीट जसवंतनगर से उतारकर विधानसभा भेजने की कोशिश करेगी।

New Delhi, Apr 05 : यूपी में दशकों तक राजनीति करने और सत्ताधारी रहने के बावजूद महत्वकांक्षाओं को पूरा करने में असफल रहे शिवपाल यादव अपनी राह बदल सकते हैं, कभी मुलायम सिंह यादव के साथ सपा को मजबूत करने वाले शिवपाल अखिलेश से आहत होकर अपनी पुरानी पार्टी को बड़ा झटका देने की तैयारी में हैं, कुछ साल पहले प्रसपा का गठन करने वाले शिवपाल के बीजेपी में जाने की अटकलें हैं।

बीजेपी का प्लान
कहा जा रहा है कि बीजेपी में शामिल होने के बाद शिवपाल यादव को राज्यसभा भेजा जा सकता है, तो उनके बेटे आदित्य यादव को बीजेपी उनकी सीट जसवंतनगर से उतारकर विधानसभा भेजने की कोशिश करेगी, रिकॉर्ड वोटों से जीते शिवपाल यादव की जसवंत नगर सीट पर बेहद मजबूत पकड़ मानी जाती है, ऐसे में आदित्य के लिये यहां से जीतना मुश्किल नहीं होगा, यदि प्लान सफल होता है, तो शिवपाल को जहां केन्द्र की राजनीति में जगह मिलेगी, तो प्रदेश में बेटे स्थान बनाने की कोशिश करेगा, जिसकी उन्हें लंबे समय से तलाश है।

बीजेपी को क्या फायदा
ये तो हुई शिवपाल यादव के फायदे की बात, लेकिन दूसरा सवाल ये भी है कि शिवपाल के आने से बीजेपी को क्या फायदा होगा, राजनीतिक विश्लेषकों और बीजेपी के सूत्रों की मानें, तो पार्टी शिवपाल के सहारे एक तीर से कई निशाने साधने की कोशिश में है।

यादव बेल्ट पर नजर
बीजेपी शिवपाल को अपने खेमे में लाकर यादव बेल्ट में सेंध लगाने की कोशिश करना चाहती है, इटावा, मैनपुरी, कन्नौज, फिरोजाबाद, तथा फर्रुखाबाद जैसे जिले सपा के गढ माने जाते हैं, यादवों की बड़ी आबादी के समर्थन से ज्यादातर सीटों पर साइकिल का कब्जा होता रहा है, यादव बेल्ट पर शिवपाल की भी काफी अच्छी पकड़ है, उन्होने दशकों तक इन इलाकों में घूमकर काम किया है। शिवपाल का यहां के बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं के साथ व्यक्तिगत संबंध बताया जाता है, 2024 चुनाव से पहले बीजेपी यादव बेल्ट में अपनी जमीन मजबूत करना चाहती है।

अखिलेश पड़ेंगे अलग-थलग
विधानसभा चुनाव से ठीक पहले अपर्णा यादव को अपने पाले में लाने वाली बीजेपी अब शिवपाल को तोड़कर अकिलेश को परिवार में ही अलग-थलग साबित करने की कोशिश करेगी, akhilesh yadav बीजेपी अखिलेश यागव की ऐसी छवि चाहती है कि जो जनता में संदेश दे कि अखिलेश यादव परिवार में किसी का सम्मान नहीं करते, हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनाव में बीजेपी के कई नेताओं ने रैलियों में कहा था कि अखिलेश चाचा और पिता का सम्मान नहीं करते हैं, जो बाप-चाचा का नहीं हुआ, वो यूपी की जनता का क्या होगा।