पिता चलाते थे टेम्पो, 1 कमरे में रहता है परिवार, इसी साल भाई ने की खुदकुशी, पहले ही मैच में रचा इतिहास!

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चेतन सकारिया- 23 वर्षीय इस युवा खिलाड़ी का क्रिकेटर बनने का सपना इतनी आसानी से पूरा नहीं हुआ, घर की आर्थिक हालात कमजोर होने की वजह से कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा।

New Delhi, Apr 13 : आईपीएल 14 के चौथे मैच में प्रिटी जिंटा की फ्रेंचाइजी वाली टीम पंजाब किंग्स ने 4 रन से राजस्थान रॉयल्स को हराया, हालांकि भले मैच पंजाब ने जीता हो, लेकिन दिल राजस्थान ने जीता, खासकर टीम का वो खिलाड़ी जिसने कप्तानी करते हुए पहले ही मैच में शतक लगाया और दूसरा वो खिलाड़ी जिसने डेब्यू मैच में 3 विकेट अपने नाम कर कमाल कर दिया, जी हां, हम यहां सौराष्ट्र से आने वाले तेज गेंदबाज चेतन सकारिया की बात करेंगे, जिन्होने पहले ही मैच में 3 विकेट हासिल किये, 23 वर्षीय इस युवा खिलाड़ी का क्रिकेटर बनने का सपना इतनी आसानी से पूरा नहीं हुआ, घर की आर्थिक हालात कमजोर होने की वजह से कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा, यहां तक कि इस साल भाई की मौत से चेतन पूरी तरह से टूट गये थे, लेकिन फिर भी उन्होने आईपीएल में धमाकेदार डेब्यू किया।

आईपीएल अच्छा प्लेटफॉर्म
युवा खिलाड़ियों के करियर को निखारने के लिये आईपीएल शानदार प्लेटफॉर्म साबित हो रहा है, जहां से बुमराह से लेकर नटराजन तक कई खिलाड़ियों का सपना पूरा हुआ, कुछ ऐसे ही उभरते सितारे हैं राजस्थान रॉयल्स के चेतन सकारिया, ipl2 उन्होने अपने पहले ही मुकाबले में ऐसी गेंदबाजी की, जो बड़े-बड़े गेंदबाज भी नहीं कर सके, वो टीम के लिये सफल गेंदबाज साबित हुए उन्होने ना सिर्फ 7.75 के औसत से रन दिये बल्कि तीन विकेट भी अपने नाम किये।

गेंदबाजी से प्रभावित
सकारिया ने 4 ओवर में 31 रन देकर तीन विकेट अपने नाम किये, उन्होने मयंक अग्रवाल, कप्तान राहुल और रिचर्डनसन को पवेलियन भेजा, इसके साथ ही फील्डिंग के दौरान निकोलस पूरन का एक कमाल का कैच भी लपका। राजस्थान की टीम मैच हार गई, लेकिन चेतन सकारिया ने दिल जीत लिया, हालांकि इस युवा क्रिकेटर के लिये यहां तक की राह आसान नहीं रही है, उनके परिवार की आर्थिक स्थिति काफी कमजोर है, एक वक्त ऐसा भी था, जब उनके पास खेलने के लिये जूते तक नहीं थे।

पिता चलाते हैं टेम्पो
राजकोट से 180 किमी दूर वरतेज गांव के रहने वाले चेतन के पिता टेम्पो चलाते थे, हालांकि पिता की तबीयत खराब होने के कारण कुछ साल पहले उन्होने ये काम भी छोड़ दिया था, इसके बाद चेतन पर घर की जिम्मेदारी आ गई, जिसके लिये उन्होने पहले मामा की स्टेशनरी दुकान में काम किया, उनके मामा ने ना सिर्फ उनकी आर्थिक मदद की, बल्कि क्रिकेट करियर को आगे बढाने का सपना भी पूरा किया, इसके बाद उनहोने 2018-19 में सौराष्ट्र के लिये डेब्यू का मौका मिला।

जिंदगी में भूचाल
हालांकि चेतन की जिंदगी में भूचाल तब आया, जब वो इस साल सैय्यद मुश्ताक अली ट्रॉफी में खेल रहे थे, तो उनके भाई ने सुसाइड कर लिया, घर लौटने से पहले तक उन्हें ये भी पता नहीं था, कि उनका भाई नहीं रहा। उन्होने सैय्यद मुश्ताक अली ट्रॉफी में 5 मैचों में 12 विकेट हासिल किये, उनके इसी प्रदर्शन के दम पर राजस्थान रॉयल्स ने उन्हें 1.2 करोड़ रुपये में अपनी टीम में शामिल किया है। चेतन का सपना ना सिर्फ एक सफल गेंदबाज बनना है, बल्कि अपने परिवार के आर्थिक हालात को भी सुधारना है, चेतन का परिवार एक रुम और एक हॉल में रहता है, सकारिया का सपना है कि वो अपने परिवार के लिये एक घर खरीदे।