सीएम योगी आदित्यनाथ के पिता की हालत नाजुक, एयर एंबुलेंस से एम्स लाए गए

उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के पिता की हालत नाजुक बताई जा रही है। उन्हें एयर एंबुलेंस के जरिए दिल्ली के एम्स में शिफ्ट कर दिया गया है।

New Delhi, Mar 16: उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के पिता को दिल्ली के एम्स रेफर कर दिया गया है। आपको बता दें कि इससे पहले वो दून के जौलीग्रांट अस्पताल में भर्ती थे। उनकी हालत को देखते हुए अस्पताल के डॉक्टर्स की टीम ने ये फैसला लिया है। जौलीग्रांट एयरपोर्ट से सीेम योगी के पिता को एयर एम्बुलेंस के जरिए दिल्ली ले जाया जा रहा है।

डॉक्टर्स ने बताई खास बातें
इस बीच हिमालयन हॉस्पिटल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. वाई एस बिष्ट ने मीडिया को कुछ खास बातें बताई हैं। उनका कहना है कि 12 मार्च को सीएम योगी के पिता आनंद सिंह को इस अस्पताल में लाया गया था। उस वक्त उन्हें गैस्ट्रो इंटाइटिस की शिकायत थी। इलाज के बाद उनकी ये परेशानी तो ठीक हो गई लेकिन एक और परेशानी सामने आ गई।

सुबह मिली थी अस्पताल से छुट्टी
आज सुबह सीएम योगी के पिता को अस्पताल से छुट्टी दी जानी थी। घर भेजने से पहले डॉक्टर्स की टीम ने  उनका रिव्यू किया तो पता चला कि उनकी आंतों में भी कुछ परेशानी है। जौलीग्रांट अस्पताल के गैस्ट्रो सर्जन फिलहाल शहर से बाहर हैं, ऐसे में उन्हें स्पेशलिस्ट की देखरेख में दिल्ली के एम्स  अस्पताल रेफर करने का फैसला लिया गया।

पता चला ये बीमारी है
इससे पहले राज्य के सीएम ने भी आनंद सिंह से मुलाकात की थी। सीएम के कहने पर ही दून मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर विपुल कंडवाल भी सुबह सीएम योगी आदित्यनाथ के पिता का चेकअप करने जौलीग्रांट अस्पताल में पहुंचे थे। डॉक्टर कंडवाल ने भी सीएम योगी के पिता आनंद सिंह को दिल्ली के एम्स अस्पताल में रेफर करने की बात कही थी।

दून के एक डॉक्टर भी साथ में
दून के एक डॉक्टर भी उनके साथ हैं। दिल्ली के एम्स अस्पताल को इस बारे में पहले से ही खबर दी गई है जिससे वहां इलाज के दौरान कोई भी परेशानी ना आए। 12 मार्च को आनंद सिंह बिष्ट को पौड़ी से रेफर किया गया था और हिमालयन हॉस्पिटल जौलीग्रांट में भर्ती कराया गया था। बताया गया था कि शुरुआत में उन्हें डिहाईड्रेशन की शिकायत थी।

क्या होता है डिहाईड्रेशन
हेल्थ एक्सपर्ट्स बताते हैं कि जब किसी को डिहाइड्रेशन की परेशानी हो जाती है, तो उस वक्त शरीर में तरल पदार्थ पर्याप्त मात्रा में नहीं होते। पानी की कमी की वजह से शरीर में शुगर और सॉल्ट संतुलन को बिगाड़ सकती है। डॉक्टर्स ये भी कहते हैं कि अगर डिहाइड्रेशन का वक्त पर इलाज नहीं किया गया तो तो ये मस्तिष्क को भी क्षति पहुंचाता है।

ये भी हैं इस बीमारी के संकेत
सिर में दर्द होना और चक्कर आना भी डिहाइड्रेशन के संकेत होते हैं। दिमाग में पानी की कमी की वजह से याददाश्त की शक्ति पर बुरा असर पड़ता है। डिहाइड्रेशन की वजह से आप चीजों पर फोकस नहीं कर पाते हैं। आपके अंदर वो उर्जा नहीं होती जो किसी समस्या या मुद्दे पर सोच विचार करने में मदद करती है, जिससे आप चीजों को भूलने लगते हैं।