62 साल की मोस्ट वांटेड ‘मम्मी’ गिरफ्तार, कारनामे सुन रह जाएंगे दंग

शुक्रवार को संगम विहार इलाके से पुलिस ने बसीरन को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि अपराधियों के बीच उसे मम्मी के नाम से जाना जाता था।

New Delhi, Aug 19 : दिल्ली पुलिस को एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है, दरअसल कई आपराधिक मामलों में आरोपी बसीरन (62 साल) को पुलिस ने राजधानी के संगम बिहार इलाके से गिरफ्तार किया है। दिल्ली पुलिस के अनुसार गैंग के सदस्य बसीरन को मम्मी कहकर बुलाते हैं। वो दिल्ली की मोस्टवांटेड महिला अपराधियों में से एक है। बसीरन के 8 बेटे भी उसके साथ हत्या, लूट और डकैती जैसे वारदातों में शामिल रहा है।

ऐसे हुई अपराध में संलिप्त
रिपोर्ट के अनुसार करीब 45 साल पहले बसीरन राजस्थान से आकर साउथ दिल्ली में रहने लगी थी, सबसे पहले उसने स्लम एरिया में अवैध शराब का धंधा शुरु किया था, उसके बाद वो बड़े अपराधों में भी शामिल होने लगी। कांट्रेक्ट किलिंग से लेकर दूसरे तरह के अपराध भी वो दिन दहाज़ करने लगी। बसीरन के परिवार पर करीब 113 मुकदमे दर्ज हैं, जिसमें हत्या से लेकर लूट तक के मामले शामिल हैं।

मम्मी के नाम से पहचान
शुक्रवार को संगम विहार इलाके से पुलिस ने बसीरन को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि अपराधियों के बीच उसे मम्मी के नाम से जाना जाता था। बसीरन ने अपराध की दुनिया में कदम अवैध शराब बेचने से रखा था, फिर संगम विहार इलाके में सरकारी ट्यूबवैल पर कब्जा कर पानी बेचने का धंधा करने लगी। जिससे वो पैसे भी कमाने लगी और दूसरे क्षेत्रों में भी दखल बढाने लगी।

आठ बेटे में सात से आपराधिक रिकॉर्ड
आपको बता दें कि बसीरन के सात बेटे हैं, जिनमें से एक नाबालिग को छोड़कर बाकी सात के आपराधिक रिकॉर्ड हैं, कहा जाता है कि आठ बेटे होने की वजह से इलाके में लोग उसके खिलाफ आवाज उठाने से भी डरते हैं। खुद बसीरन पर एक्साइज एक्ट, कांट्रेक्ट किलिंग जैसे 9 मुकदमे दर्ज हैं, उसके बेटे शमीम पर मकोका समेत कुल 42 मामले दर्ज हैं, अगर पूरे परिवार के केस जोड़ दिये जाए, तो उन पर 113 केस हैं।

जैसे-जैसे परिवार बढा, वैसे -वैसे अपराध भी बढते गया
वसीरन मूल रुप से बसई अरेला जिला आगरा की रहने वाली है, करीब 4 दशक पहले उसकी शादी राजस्थान निवासी मलखना से हुई। अस्सी के दशक में दोनों पति-पत्नी दिल्ली आ गये, नब्बे के दशक में वो संगम विहार में रहने लगी। कमाई के लिये उसने अवैध शराब बेचना शुरु किया, जैसे-जैसे परिवार बढता गया, उसके खर्च के साथ-साथ अपराधों के ग्राफ भी बढते गये। इलाके के लोग बताते हैं कि इस महिला ने अपराध के लिये अपने बेटों के भी प्रेरित किया।