इस आईआईटी कॉलेज में ऐसे सप्लाई होता था ड्रग्स, लड़कियां इस बात का उठाती थी फायदा

IIT Kanpur

आईआईटी डायरेक्टर के अनुसार पिछले कुछ समय से वॉर्डन, डीन और सिक्योरिटी सेक्शन के लोग ये रिपोर्ट कर रहे थे कि कॉलेज में ड्रग्स लेने वाले छात्रों की संख्या लगातार बढती जा रही है।

New Delhi, Dec 16 : देश और दुनिया के बेहतरीन इंजीनियर्स देने वाली आईआईटी कानपुर एक बार गलत वजहों से सुर्खियों में है, दरअसल यहां के छात्रों द्वारा ड्रग्स लेने का मामला सामने आया है, इस बात की भनक जब आईआईटी प्रशासन को हुई, तो उन्होने हॉस्टल्स की चेकिंग की, जिसमें कुछ छात्रों के कमरे से ड्रग्स बरामद किये गये। भास्कर डॉट कॉम में छपी खबर के मुताबिक इस प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान में ड्रग्स का पूरा खेल चल रहा था।

ड्रग्स लेते पकड़े गये छात्र
आईआईटी डायरेक्टर मनिन्द्र अग्रवाल के अनुसार पिछले कुछ समय से वॉर्डन, डीन और सिक्योरिटी सेक्शन के लोग ये रिपोर्ट कर रहे थे कि hostelकॉलेज में ड्रग्स लेने वाले छात्रों की संख्या लगातार बढती जा रही है, पिछले दो महीने में कई बार ऐसे मामले सामने आए, जिसमें हॉस्टल में रहने वाले छात्र ड्रग्स लेते पकड़े गये।

बाहर के लोग करते हैं ड्रग्स सप्लाई
डायरेक्टर मनिन्द्र अग्रवाल ने जानकारी दी कि उन्हें पता चला है कि कुछ लोग कॉलेज कैम्पस के आस-पास रहकर ड्रग्स सप्लाई का काम करते हैं, Hostel3उन लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है, इसके साथ ही कॉलेज के छात्रों के बीच भी जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है, ताकि छात्र ड्रग्स की ओर ना बढे।

ड्रग्स के आदी छात्रों का इलाज
जो छात्र ड्रग्स लेने के आदी हो चुके हैं, उनका इलाज करवाया जा रहा है, इसके साथ ही उनका साइकोलॉजिकल काउंसिलिंग भी करवाई जा रही है, drugsताकि वो नशे की लत से बाहर आ सके। इस काम में छात्र के पैरेंट्स की भी मदद ली जाएगी। आपको बता दें कि आईआईटी कानपुर में ड्रग्स लेने वाले करीब 40 छात्रों को आइडेंटिफाई कर लिया गया है, उन छात्रों की काउंसिलिंग शुरु कर दी गई है।

पीछे वाले गेट से होता है सारा खेल
आईआईटी के कुछ छात्रों ने नाम ना लिखने की शर्त पर बताया कि कॉलेज कैम्पस के मेन गेट पर चेकिंग होती है, लेकिन पीछे वाले गेट से कोई भी कुछ भी सामान लेकर आ-जा सकता है, IIT Kanpur1इसी बात का फायदा उठाकर छात्रों तक ड्रग्स पहुंचाया जाता है, इसमें आईआईटी कैम्पस के भी कुछ लोग शामिल हैं, सिक्योरिटी गार्ड से लेकर धोबी तक इस खेल में शामिल हैं, फिलहाल इस मामले की जांच की जा रही है।

हॉस्टल से सटा मोहल्ला
आईआईटी कंपाउंड में ही हॉस्टल से सटा हुआ एक मोहल्ला बसा हुआ है, मोहल्ले के लोग बिना किसी परेशानी या सुरक्षा जांच के हॉस्टल में आते-जाते हैं, IITK_1जिसकी वजह से ड्रग्स की आसानी से सप्लाई कर दी जाती है। कॉलेज प्रशासन ने जो जांच कमेटी बनाई है, उनकी नजर इसी मोहल्ले पर है, कि किस-किस का हॉस्टल में आना-जाना है।

लड़कियां भी लेती हैं ड्रग्स
आईआईटी कानपुर के गर्ल्स हॉस्टल में कई लड़कियां भी ड्रग्स लेती हैं, क्योंकि यहां पर लड़कियों का चेकिंग ना के बराबर होता है, girlsइसी बात का फायदा उठाकर लड़कियां कैम्पस से बाहर से आसानी से ड्रग्स ले आती हैं और खुद भी लेती है, इसके साथ ही उनके साथी जो नशेड़ी दोस्त हैं उन्हें भी उपलब्ध कराती हैं।

बाहर की दुकानों पर स्मैक आसानी से उपलब्ध
हॉस्टल गेट के बाहर कई चाय-पान की दुकानें है, नाम ना लिखने की शर्त पर एक छात्र ने बताया कि हॉस्टल के बाहर लगने वाले दुकानों पर चरस, गांजा और स्मैक आसानी से मिल जाता है, Drugs1नशा करने वाले छात्रों को जब आसानी से चीजें मिलती है, तो वो उस ओर ज्यादा जाते हैं, अगर कैम्पस से नशा को निकालना है, तो पहले इन छोटे दुकानों पर नकेल कसनी होगी।

कर्मचारी भी पहुंचाते हैं ड्रग्स
आईआईटी कैम्पस में तैनात कुछ प्राइवेट सिक्योरिटी गार्ड और फोर्थ ग्रेड के कर्मचारी भी छात्रों को ड्रग्स पहुंचाने का काम करते हैं, बदले में छात्र उन्हें कुछ पैसे दे देते हैं। drugs-genericइसी लालच में सिक्योरिटी गार्ड से लेकर चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी तक छात्रों को आसानी से ड्रग्स उपलब्ध कराते हैं।