इनेलो से निष्कासित दुष्यंत चौटाला ने की मोदी के मंत्री से मुलाकात, हरियाणा में नये राजनीतिक समीकरण के संकेत

अजय चौटाला के बड़े बेटे सांसद दुष्यंत चौटाला और राव इंद्रजीत की मुलाकात ने हरियाणा के सियासी गलियारों में चर्चाओं का दौर गर्मा दिया है। पैरोल पर जेल से बाहर निकले अजय चौटला भी पूरे आक्रामक मूड में नजर आ रहे हैं।

New Delhi, Nov 07 : इनेलो कुनबे ने मचे घमासान ने हरियाणा में नये सियासी समीकरण के संकेत दे दिये हैं, जिससे इनेलो के पदाधिकारी और नेता चिंतित है। सत्ताधारी बीजेपी भी इन समीकरणों के अलग-अलग मायने निकाल रही है, दरअसल दीपावली की पूर्व संध्या पर इनेलो से निकाले जा चुके हिसार सांसद दुष्यंत चौटाला ने मोदी सरकार में मंत्री और गुरुग्राम से सांसद राव इंद्रजीत सिंह से उनके दिल्ली स्थित सरकारी आवास पर जाकर मुलाकात की है, जिसके बाद तरह-तरह की चर्चाएं शुरु हो गई है।

राव इंद्रजीत और अजय चौटाला के संबंध
अजय चौटाला के बड़े बेटे और राव इंद्रजीत की मुलाकात ने हरियाणा के सियासी गलियारों में चर्चाओं का दौर गर्मा दिया है। पैरोल पर जेल से बाहर निकले अजय चौटला भी पूरे आक्रामक मूड में नजर आ रहे हैं, आपको बता दें कि चौटाला परिवार और राव इंद्रजीत के बीच वर्षो से पारिवारिक संबंध रहे हैं, पहले भी कई बार पार्टी लाइन से बाहर निकल कर राव इंद्रजीत और अजय चौटाला ने खुलकर एक-दूसरे की मदद की है।

अभय चौटाला की चिंता बढी
दुष्यंत और राव इंद्रजीत की मुलाकात ने नेता प्रतिपक्ष अभय चौटाला की चिंता बढा दी है। बीते रविवार को उन्होने अपने दोनों भतीजों का बिना नाम लिये कहा था कि अनुशासनहीन लोगों के लिये पार्टी में कोई जगह नहीं हैं, अजय चौटाला के जेल से बाहर आने के बाद दुष्यंत और दिग्विजय चौटाला भी आर-पार के मूड में दिख रहे हैं। सोमवार को अजय चौटाला ने अपने समर्थकों से मुलाकात कर कहा था कि हक मांगने से नहीं मिलता, हम अपना हक छीन कर लेंगे, इतना ही नहीं उन्होने अपने पिता ओ पी चौटाला पर बोलते हुए कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं की है, किसी एक शख्स की नहीं, इनसो को कोई भंग नहीं कर सकता।

अभय गठबंधन बचाने में जुटे
दूसरी ओर अभय चौटाला ने बसपा प्रमुख मायावती से मुलाकात की है। हालांकि इनेलो की तरफ से इस मुलाकात को दीपावली त्योहार पर हुई मुलाकात कहा जा रहा है। लेकिन सूत्रों का दावा है कि अभय चौटाला इस कोशिश में हैं, कि इनेलो में चल रही उठापटक से कहीं हाथी का साथ ना छूट जाए, क्योंकि पार्टी में दो फाड़ होना तय माना जा रहा है, ऐसे में बसपा का साथ अभय चौटाला को मजबूत कर सकता है।

राव इंद्रजीत का प्रभाव 
आपको बता दें कि राव इंद्रजीत के पिता हरियाणा के सीएम रह चुके हैं, दक्षिण हरियाणा के कई विधानसभा सीटों पर राव इंद्रजीत का दबदबा माना जाता है, वो पहले कांग्रेस में थे, 2014 लोकसभा चुनाव से पहले तत्कालीन सीएम भूपेन्द्र सिंह हुड्डा से मतभेदों के बाद उन्होने कांग्रेस को अलविदा कह दिया, 2014 लोकसभा चुनाव में वो बीजेपी के टिकट पर गुरुग्राम से सांसद बनें, मोदी सरकार में वो राज्य मंत्री हैं। राव इंद्रजीत से पहले भी दुष्यंत और दिग्विजय चौटाला संपर्क में थे, अब इस मुलाकात के बाद कहा जा रहा है कि अजय चौटाला नई पार्टी बनाएंगे, जिसमें राव इंद्रजीत का भी साथ हो सकता है।