महिला इंजीनियर ने अपने शिकायत में कहा है कि वो साल 2016 से नोएडा स्थित एक आईटी कंपनी में काम कर रही हैं, पिछले साल नवंबर में ऑफिस के भीतर ही कई बार उसका शोषण किया गया।
New Delhi, Aug 15 : नोएडा में एक युवती सेक्टर-58 थाने पहुंची, थाने में युवती ने ऐसे आरोप लगाये हैं, कि पुलिस भी हैरान है, दरअसल युवती नोएडा की एक आईटी कंपनी मैं बतौर इंजीनियर काम करती है। महिला इंजीनियर ने अपने 43 सहकर्मियों पर यौन शोषण का आरोप लगाया है। गाजियाबाद की रहने वाले सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने पुलिस को दिये शिकायत में कहा है कि ऑपिस में उसे सहकर्मियों ने प्रताड़ित किया, जिसमें उनका बॉस भी शामिल था।
21 के खिलाफ नामजद रिपोर्ट
20 वर्षीय युवती ने नोएडा के सेक्टर-58 पुलिस थाने पहुंची, जहां उसने 21 लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराया है। इसके साथ ही युवती ने 22 अज्ञात लोगों के खिलाफ भी रिपोर्ट दर्ज कराई है। युवती का कहना है कि इससे पहले उसने मामले को दिल्ली और यूपी के सीएम और महिला आयोग में भी शिकायत कर चुकी है। पुलिस ने युवती द्वारा दिये गये शिकायत के बाद मामले में जांच शुरु कर दी है।
अश्लील इशारे करने का आरोप
पीड़ित युवती ने अपने शिकायत में कहा है कि वो साल 2016 से नोएडा स्थित एक आईटी कंपनी में काम कर रही हैं, पिछले साल नवंबर में ऑफिस के भीतर ही कई बार उसका शोषण किया गया, कई लोगों ने उसे अपने साथ सोने के लिये कहा, साथ ही कुछ सहकर्मियों ने व्हाट्सएप्प ग्रुप पर उसके खिलाफ अश्लील और आपत्तिजनक बातें की, वो एक-दूसरे को मेरे बारे में गंदी बातें किया करते थे। साथ ही कुछ सहकर्मियों ने उसे अश्लील इशारे किये ।
प्राइवेट पार्ट तक दिखाया
युवती का आरोप है कि ऑफिस के कुछ सहकर्मियों ने उसे अकेले में बुलाकर अपना प्राइवेट पार्ट दिखाया और शारीरिक संबंध बनाने को कहा, जब उसने ऐसा करने से मना कर दिया, तो बार-बार उसे प्रताड़ित करने की कोशिश करने लगा। युवती ने बताया कि इसमें ना सिर्फ उसके सहकर्मी बल्कि बॉस ने भी उसका फायदा उठाने की कोशिश की, जिसके बाद उसने इनके खिलाफ शिकायत करने का मन बनाया।
पुलिस कर रही जांच
पुलिस ने मामले में बताया कि पीड़िता की शिकायत के बाद मामला दर्ज कर लिया गया है, फिलहाल मामले की जांच जारी है, जल्द ही नामजद आरोपियों को पूछताछ के लिये बुलाया जाएगा। इसके साथ ही पुलिस मामले में ऑफिस के सीसीटीवी फुटेज खंगालने में लगी है, पुलिस का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज से स्थिति कुछ हद तक साफ हो जाएगी, जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।