चुनाव लड़ने पर गौतम गंभीर ने तोड़ी चुप्पी, पाक पर भड़के बल्लेबाज ने कही दिल जीत लेने वाली बात

लोकसभा चुनाव में बीजेपी की ओर से टिकट मिलने की खबरों पर गौतम गंभीर ने कहा कि अभी फिलहाल उन्होने इस बारे में कोई फैसला नहीं लिया है।

New Delhi, Mar 19 : पिछले कुछ समय से लगातार इस बात की चर्चा हो रही है कि आगामी लोकसभा चुनाव में बीजेपी गौतम गंभीर को मैदान में उतार सकती है, दिल्ली में बीजेपी कुछ सांसदों के टिकट काटना चाह रही है, तो कुछ के चुनाव क्षेत्र बदलने की तैयारी है, दिल्ली बीजेपी के नेताओं के मुताबिक दो से तीन नये चेहरों को उतारने की तैयारी है, जिसमें एक नाम पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर का भी है। अब गौती ने लोकसभा चुनाव लड़ने की खबरों पर चुप्पी तोड़ी है।

फिलहाल फैसला नहीं लिया
लोकसभा चुनाव में बीजेपी की ओर से टिकट मिलने की खबरों पर गौतम गंभीर ने कहा कि अभी फिलहाल उन्होने इस बारे में कोई फैसला नहीं लिया है, उन्होने कहा कि मै पूरी जिंदगी क्रिकेट खेलता रहा, मैंने लोगों से सुना है कि पूर्णकालिक राजनीति इंसान को बदल देती है, मेरी दो छोटी-छोटी बेटियां है, मुझे उनके साथ समय बिताना अच्छा लगता है, मैंने भी सुना है कि चुनाव लड़ने की खबरें सुना हूं, लेकिन फिलहाल मैं आईपीएल में स्टार स्पोर्ट्स पर आपको कमेंट्री करते दिखूंगा।

सशर्त प्रतिबंध ना हो
गौतम गंभीर ने पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान से संबंध पर कहा, कि या तो बीसीसीआई पाक से हर स्तर संबंध पर संबंध तोड़ लें, या हर स्तर पर उनके साथ खेले, क्योंकि सशर्त प्रतिबंध नहीं हो सकता। आपको बता दें कि पुलावामा हमले के बाद गंभीर ने ट्वीट कर कहा था कि अब भारत और पाक की बातचीत युद्ध के मैदान में होनी चाहिये, इनको घर में घुसकर मारना चाहिये।

पाक का करें वहिष्कार
गौती ने इंग्लैंड का उदाहरण देते हुए कहा कि साल 2003 में इंगलिश टीम ने ऐसा किया, वो जिम्बॉब्बे नहीं गये, अगर बीसीसीआई पाक के खिलाफ नहीं खेलने का फैसला लेता है, तो टीम और देश को दो अंक गंवाने के लिये मानसिक रुप से तैयार रहना होगा, संभव है कि टीम सेमीफाइनल में क्वालीफाई नहीं कर सके, लेकिन इसके लिये मीडिया को टीम को दोष नहीं देना चाहिये।

हर स्तर पर वहिष्कार
गंभीर से अगला सवाल पूछा गया कि अगर फाइनल में दोनों टीमें आमने-सामने हो जाती है, तो क्या होगा, इस पर गौती ने कहा कि फाइनल में भी वहिष्कार करना चाहिये, विश्वकप से ज्यादा अहम देश है, जिन 40 जवानों ने शहादत दी, वो क्रिकेट मैच से कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण थे, अगर हम फाइनल भी छोड़ देते हैं, तो देश को इसके लिये तैयार रहना चाहिये, गौती ने कहा कि समाज का एक तबका कहता है कि खेल को राजनीति से नहीं जोड़नी चाहिये, लेकिन मुझे लगता है कि जवान क्रिकेट से कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण है।