सुशील कुमार सुर्खियों में है, भारत को ओलंपिक में दो बार मेडल दिलाने वाला ये खिलाड़ी हत्या के मामले में आरोपी है । 4 मई के बाद सुशील कहां-कहां भागते रहे, आगे पढ़ें ।
New Delhi, May 27: देश के दिग्गज रेसलर सुशील कुमार सलाखों के पीछे हैं, फूट-फूटकर रो रहे हैं । अपनी करतूतों पर पछता रहे हैं, लेकिन अब तो सिर्फ सजा ही उनका इंतजार कर रही है । सागर धनखड़ हत्या मामले के मुख्य आरोपी सुशी कुमार को रेलवे ने भी नौकरी से सस्पेंड कर दिया है, केंद्र सरकार भी उनसे खेल रत्न समेत कई पुरस्कारों को वापस लेने के बारे में सोच-विचार कर रही है । सुशील को लेकर एक बात सामने आई है, पता चला है कि जब वो ये जान गए थे कि सागर की मौत हो चुकी है तो वो सबसे पहले हरिद्वार भागे थे, यहां उन्होंने एक बाबा से मदद मांगी थी।
फरार थे सुशील, हरिद्वार भी पहुंचे
छत्रसाल स्टेडियम में 23 साल के पहलवान सागर धनखड़ की मौत की खबर जैसे ही सुशील को लगी वो फरार हो गए । सुशील ने अपने और साथियों के साथ मिलकर सागर के साथ जमकर मार-पीट की थी, इस घटना का वीडियो भी बनाया गया था । इस मारपिटाई के बाद सागर की अस्पताल में मौत हो गई । ये बात जैसे ही सुशील तक पहुंची वो घबरा गए । मीडिया में आई खबरों के मुताबिक सुशील मामले में फंसने के डर से सीधे हरिद्वार पहुंच गए । वहां उन्होंने एक ‘बड़े बाबा ’से मदद ली । बताया जाता है कि इन बाबा की सरकार में पहुंच अच्छी है।
कुछ नहीं लगा हाथ
सुशील कुमार को उम्मीद थी कि बाबा सरकार में किसी से बात कर उन्हें बचा लेंगे, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ । इसके बाद वो दिल्ली वापस लौट गए । सुशील बहुत ज्यादा डरे हुए थे, उन्हें समझ नहीं आया कि वो कैसे इस गुनाह से बच सकते हैं । सुशील इसके बाद दिल्ली से बहादुरगढ़, चंडीगढ़ और बठिंडा भी भागते हैं। लेकिन कहीं से भी कोई मदद ना मिलने के चलते वो वापस लौटकर दिल्ली ही आ जाते हैं । लेकिन मुंडका में वो खुद को बच नहीं पाते और स्पेशल सेल की टीम द्वारा धरे जाते हैं ।
हत्या करना मकसद नहीं था
सुशील कुमार ने पुलिस रिमांड में चली पूछताछ में सब कुछ कबूल लिया है, उन्होंने बताया कि वो सागर को सिर्फ धमकाने और धौंस जमाने के लिए ये सब कर रहे थे । लेकिन ऐसा हो जाएगा वो नहीं जानते थे । जान से मारना उनका लक्ष्य नहीं था, गोलियां भी सिर्फ डराने के लिए ही चलाई गई । आपको बता दें अगर सुशील के खिलाफ 302 की धारा के तहत ही केस चला तो उन्हें उम्रकैद की सजा हो सकती है। इस धारा में फांसी की भी सजा है । हालांकि सुशील की ओर से जिस तरह के बयान आ रहे हैं वो चाहते हैं कि उनपर गैर-इरादतन हत्या का केस चले ताकि सजा कम हो सके। हालांकि सागर का परिवार इसके खिलाफ है ।
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