स्वामी के 7 मिनट के शपथ ग्रहन में खर्च हुए इतने लाख रुपये, केजरी और नायडू पर सबसे ज्यादा खर्च

एक आरटीआई के जबाव में बताया गया है कि 7 मिनट के शपथ ग्रहन समारोह के लिये कर्नाटक सरकार ने 42 लाख रुपये खर्च कर दिये।

New Delhi, Aug 10 : पिछले कुछ दिनों से कर्नाटक के सीएम कुमारस्वामी लगातार सुर्खियों में बने हुए हैं, कभी वो सार्वजनिक रुप से कहते हैं कि उन्हें जनता ने नहीं बल्कि कांग्रेस ने सीएम बनाया है, तो कभी गठबंधन में जहर की घूंट पीने की बात कहते हैं, एक बार फिर से कर्नाटक की कुमारस्वामी सरकार चर्चा में है, दरअसल इस बार आरटीआई से एक ऐसा खुलासा हुआ है कि विरोधियों को उनकी सरकार पर हमला करने का मौका मिल गया है।

शपथ ग्रहन में फूंक दिये इतने लाख
एक आरटीआई के जबाव में बताया गया है कि 7 मिनट के शपथ ग्रहन समारोह के लिये कर्नाटक सरकार ने 42 लाख रुपये खर्च कर दिये। इस शपथ ग्रहन समारोह में सबसे ज्यादा पैसे खर्च आंध्रा प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू पर किया गया, उन्होने करीब बीस घंटे बेंगलुरु में बिताये, इस दौरान उनका बिल 8,72,485 रुपये का आया, हालांकि इस सूची में दूसरी नेता भी कम नहीं हैं, उन्होने भी जनता के पैसों से खूब मौज की।

केजरीवाल भी कम नहीं
वैसे तो दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल खुद को आम आदमी कहते हैं, फटा स्वेटर और चप्पल पहनकर घूमते है, लेकिन यहां उनके एक दिन का खर्च जानेंगे, तो हैरान रह जाएंगे। आरटीआई से दिये गये जबाव के अनुसार आप संयोजक ने बेंगलुरु के पांच सितारा होटल ताज वेस्ट एंड में 23 मई को सुबह 9.49 बजे चेक इन किया, और 24 मई को सुबह 5.34 बजे चेक आउट कर गये। यानी उन्होने करीब 20 घंटे होटल में बिताये, इस दौरान उनके होटल का बिल करीब 1 लाख 85 हजार रुपये आया, जिसमें करीब 76 हजार रुपये उनके खाने-पीने का आया है।

किस पर कितना खर्च किया गया
चंद्र बाबू नायडू (सीएम, आंध्र प्रदेश)- 8,72,485 रुपये
मायावती (बसपा)- 1,41,443 रुपये
अखिलेश यादव (सपा) – 1,02,400 रुपये
पी विजयन (सीएम, केरल) – 1,02,400 रुपये
अशोक गहलोत (कांग्रेस) – 1,02,400 रुपये
सीताराम येचुरी (सीपीआई-एम) – 64,000 रुपये
शरद पवार (एनसीपी) – 64,000 रुपये
बाबू लाल मरांड (जेवीएम) – 45,952 रुपये
हेमंत सोरेन (झामुमो)- 38,400 रुपये
ओवैसी (एआईएमआईएम) – 38,400 रुपये

येदियुरप्पा ने नहीं खर्च किये पैसे
आरटीआई के अनुसार इससे पहले 13 मई 2013 को सिद्धारमैया और 17 मई 2018 को येदियुरप्पा ने भी कर्नाटक सीएम पद का शपथ लिया था, लेकिन इन दोनों ने मेहमानों के रुकने का खर्च नहीं उठाया था, लेकिन कुमारस्वामी ने कर्नाटक में देश के 42 बड़े नेताओं को आमंत्रित किया था, उनके ठहरने और खाने-पीने के लिये दो पांच सितारा होटल को बुक किया गया था, इसी वजह से 42 लाख का खर्च आया।