वीडियो देखने के लिये नीचे स्क्रॉल करें….
इस समय किसान साहिबाबाद से होते हुए वैशाली के रास्ते कौशाम्बी से आनंद विहार जाने वाले रास्ते पर आगे बढ रहे थे, जब पुलिस वालों ने उन्हें रोका, तो वो वहीं बैठ गये हैं।
New Delhi, Oct 02 : भारतीय किसान यूनियन की अगुवाई में किसान दिल्ली मार्च करना चाहते थे, लेकिन किसानों को दिल्ली में घुसने से पहले ही रोक दिया गया। दिल्ली में प्रवेश करने के सभी रास्तों को बंद कर दिया गया है। इसके बावजूद हजारों किसान बैरिकेडिंग तोड़कर दिल्ली में घुस गये। हालांकि पुलिस उन्हें रोकने के लिये पानी की बौछारें और आंसू गैस के गोलों का इस्तेमाल कर रही है, इस दौरान करीब दर्जन भर किसान घायल हो गये हैं, गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने किसान नेता नरेश टिकैत से फोन पर बात की और उनसे शांति बनाये रखने की अपील की है।
हम किसानों के साथ हैं -केजरीवाल
आप आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल से जब एक पत्रकार ने किसानो के मार्च को लेकर सवाल पूछा, तो उन्होने कहा कि आखिर क्यों किसानों को दिल्ली में घुसने से रोका जा रहा है, उन्हें दिल्ली आने दिया जाए, ये गलत बात है, कि उन्हें दिल्ली सीमा के बाहर ही रोका जा रहा है। हम किसानों के साथ हैं।
कांग्रेस भी सरकार पर कर रही हमले
वहीं कांग्रेस भी किसानों के पक्ष में उतर आई है। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सूरजेवाला ने कहा कि महात्मा गांधी की जयंत पर मोदी सरकार ने दिखा दिया, कि ये सरकार आजादी से पहले वाली ब्रिटिश सरकार से किसी भी मामले में कम नहीं है। उस समय अंग्रेज किसानों का उत्पीड़न करते थे। आज मोदी सरकार किसानों पर आंसू गैस के गोले छुड़वा रही है।
बातचीत की चल रही कोशिश
किसानों के इस मार्च को रालोद प्रमुख अजित सिंह ने भी समर्थन किया है। किसानों ने शर्त रखी है, कि सरकार के प्रतिनिधि केन्द्रीय मंत्री चौधरी बीरेन्द्र सिंह बात करने के लिये मंगलवार को किसान घाट पर आएं, लेकिन पुलिस ने किसानों को दिल्ली में घुसने से रोक दिया है और धारा 144 लगा दी है। लखनऊ से 2 आईएएस अधिकारी किसानों से बात करने के लिये रवाना हो चुके हैं, वो हेलीकॉप्टर से गाजियाबाद आ रहे हैं, इस दौरान ये भी सूचना मिली है कि दोपहर बारह बजे गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने राकेश टिकैत से फोन पर बात की है।
बैठे हैं किसान
इस समय किसान साहिबाबाद से होते हुए वैशाली के रास्ते कौशाम्बी से आनंद विहार जाने वाले रास्ते पर आगे बढ रहे थे, जब पुलिस वालों ने उन्हें रोका, तो वो वहीं बैठ गये हैं। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि किसानों को यूपी गेट से आगे नहीं जाने दिया जाएगा, मौके पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। यूपी गेट को पूरी तरह से सील कर दिया गया है। किसानों की गिरफ्तारी के लिये बसों का भी इंतजाम किया गया है। किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि पता नहीं क्यों हमें यहां रोक दिया गया है। रैली अनुशासित तरीके से मार्च कर रही थी, अब हम अपनी समस्याएं सरकार को नहीं बताएंगे, तो किससे कहेंगे, क्या हम पाकिस्तान और बांग्लादेश सरकार से अपनी बात कहें ?
#WATCH Visuals from UP-Delhi border where farmers have been stopped during 'Kisan Kranti Padyatra'. Police use water cannons to disperse protesters after protesters broke the barricades pic.twitter.com/9KUwKgvrwW
— ANI (@ANI) October 2, 2018